Month: April 2018

  • The Ayurvedic Cure for Leucorrhea

    अमृतम केपिछले लेख (blog) में 4 प्रकार के प्रदर रोग के बारे में बताया गया । श्वेतप्रदर (shwet pradar) Leucorrhea के रोग को जड़ से मिटा देगा – “नारी सौन्दर्य माल्ट” संसार मे शायद ही कोई स्त्री हो, जो प्रदररोग से पीड़ित न हो । महिलाएं इस रोग को मामूली समझती हैं, इसलिए लाज शर्म…

  • How to apply hair oil according to Ayurveda?

    Ayurvedic ways of applying Hair Oil Did you read our article about how to wash your hair?  In this article, we will guide you through the process of applying hair oil and its ancient Ayurvedic benefits. A simple task like applying hair oil can involve a lot of intricacies. According to Ayurvedic texts, applying oil…

  • Rediscovering Ayurveda with Shivangi Pathak

    REDISCOVERING AYURVEDA Rediscovering Ayurveda is Amrutam’s series of blogs which will include various men and women and their ideas about Ayurveda. Even though, India is the birthplace of Ayurveda, with passing time it has lost its original importance as a school of life amongst Indians and many a time have been limited to be referred…

  • अमृतम हरड़ हरीतकी

    हरति/मलानइतिहरितकी । अर्थात-हरड़ रोगों पेट की गंदगी  का हरण करती है  ।  ‎हरस्य भवने जाता  हरिता च स्वभावत:।  ‎हरते सर्वरोगानश्च ततः  प्रोक्ता हरीतकी।।।                                     म.नि.  ‎हर,हर्रे,हरीतकी,अमृतम,अमृत, हरड़, बालहरितकी, हरीतकी गाछ, नर्रा, हरड़े, हिमज, आदि कई नामों से जाने वाली हरड़…

  • अमृतम हरड़ पार्ट- 3

    हरड़ में 5 प्रकार के रस होते हैं । मज्जा में मधुर रस (मीठा), इसकी नाड़ियों में खट्टा रस, ठूंठ (वृन्त) में कड़वा रस,  छाल में कटु रस और गुठली में कसैला रस होता है । हरड़ में पाँच तरह के रस होने से तन को पतन सेबचाती है । यह अमृतम ओषधि है ।…

  • हरड़ पार्ट 2

    पिछले लेख से आगे–— भाषाभेद से नामभेद – हरड़ को हिंदी में हर्र, हर्रे । बंगला औऱ मराठी में हर्त्तकी । कोंकण में कोशाल। । गुजराती में हरड़े, कन्नड़ में  आणिलय तेलगु में करक्वाप तमिल में कड़के द्रविड़ में कलरा फारसी में हलेले, कलाजिरे, जवीअस्कर अरबी में अहलीलज लेटिन में  terminalia chebula  black murobalans (टर्मिनलिया…

  • हर रोग हरने वाली हरड़

    अमृतम हरड़ – विजयासर्वरोगेषु अर्थात हरड़ सभी रोगों पर विजयी है हरड़ को स्वस्थ जीवन हेतु परम् हितकारी कहा गया है । उदर रोगों के लिए यह अमृत है ।शरीर के समस्त दोषों का नाश करना इसका मुख्य गुण है । हर रोग को हरने (मिटाने) के कारण इसे  हरड़ कहते हैं ,  आयुर्वेद की…

  • गुलकन्द से बना जिओ माल्ट

    अनेक रोग नाशक जिओ माल्ट गैस, ऑफर, खट्टी डकारें, अम्लपित्त (एसिडिटी) बेचैनी, हमेशा पेट में मरोड़ होना,ऐंठन, पेट दर्द, अजीर्ण,  जी मिचलाना,  खाने की इच्छा नहीं होना, अपचन, हिचकी आदि रोगों का जड़ मूल से नाश 7 दिनों में ही कर देता है ।

  • ऑर्थोकी गोल्ड कैप्सूल एवम माल्ट

    अस्थि या हड्डियों के क्षय क्षीण तथा कमजोर होने पर तन निम्न व्याधियों से घिर जाता है । जैसे-मन उदास रहना । किसी से ज्यादा बोलचाल की इच्छा नहीं रहती । कोई न कोई शंका, डर भय बना रहता है । किसी भी काम में मन नहीं लगता,वीर्य पतला ओर कम होकर सेक्स के प्रति…

  • Lozenge Malt-Remedy for Respiratory Complaints

    Lozenge Malt is an ancient ayurvedic medicine for respiratory complaints. The key ingredients of Lozenge Malt are Tulsi, Vasa, Mulethi, Pushkarmool and Tribhuvan kritri ras. The benefits of Lozenge Malt are: -Useful in a chronic cough, cold, sinusitis, asthma -Useful in allergic bronchitis, upper and lower respiratory diseases, whooping cough and allergic rhinitis -Tulsi leaves…