Month: March 2020
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बहुत कम लोग जानते हैं-ॐ नमःशिवाय पंचाक्षर मन्त्र के चमत्कारी रहस्य और 26 फायदे
#वेद-पुराणों का हर शब्द अमॄतम# आपको हैरानी होगी यह जानकर कि– !!ॐ नमःशिवाय!! मन्त्र कीलित है। जब तक इसका उत्कीलन नहीं होगा यानि ताला नहीं खुलेगा, तब तक यह मन्त्र अपना शुभ प्रभाव या लाभ नहीं दिखा सकता। दूसरी बात इस ब्लॉग के जरिये जाने कि- कब, कैसे कितनी माला जपने से यह किस तरह, क्या कार्य…
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।। हर शब्द अमॄतम।।
दुर्गा सप्तशती में वर्णन है- “क्षुधा रूपेण संस्थिता…..” क्षुधा का अर्थ है-भूख यानि सभी को तन-वतन, मन-अमन की भूख बनी रहती है। ● शरीर की भूख है-भोजन ● मन की भूख है- सुख:सम्पन्नता ● बुद्धि की भूख है-ज्ञान:विज्ञान ● आत्मा की भूख है-मोक्ष:मुक्ति। इसलिये वेदों का उदघोष है…. असतो मा सदगमय तमसो म ज्योतिर्गमय.. हे सदाशिव! सन्सार का अंधकार मिटाकर…
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पुराने समय में जब छींकना भी-अपशकुन मानते थे, क्योंकि बुजुर्ग मानते थे कि- छींक के संक्रमण से फैलती हैं…कोरोना जैसी बहुत सी बीमारियां…….
स्वस्थ्य रहने के लिए हमें प्राचीन पध्दतियों, परम्पराओं को पकड़ना होगा।जाने क्या हैं वे 40 मान्यताएं!!!! स्वस्थ्य तन से ही मन में अमन रहता है और वतन भी स्वच्छ रह पाता है। आयुर्वेद की प्रबल मान्यता है कि मन श्रद्धा से भरपूर हो, तब पहाड़ भी आपका रास्ता छोड़ देते हैं। सदैव स्वस्थ्य रहने के लिए अपनाएं…
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चीन का चांडालपन, चालाकी है-कोरोना। चमन उजाड़ डाला चीन ने….
कलयुग में प्यार-मोहब्बत और चीन का सामान चले, तो चाँद तक या फिर शाम तक……. शह और मात का खेल-कोरोना!!!!…… विश्व में वायरस फैलाकर खुद “आनंद रस“ लेने वाला चीन, अब चैन से दुनिया को चूस रहा है! 25 पॉइंट्स दिए जा रहे हैं-पढ़ने हेतु एक पूर्व नियोजित षड्यंत्र है-कोरोना चीन की राजधानी बीजिंग/शंघाई में…
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वायरस से बर्बादी का बड़ा कारण है-चटोरापन। बेजुबान पशु-पक्षियों का रोना ही-कोरोना या कीड़ों का रोना है-
कबीर दास जी ने लिखा है… दुर्बल को न सताइये, जा की मोटी हाय। बिना जीव की श्वास से, लोह भसम हो जाय।। इसका अर्थ सभी को मालूम होगा। विश्व में फैली इस महामारी कोरोना वायरस के बारे में जाने कुछ नई बातें-पहली बार…. ए न्यू अप्रोच नामक एक शोधकीय पुस्तक में लिखा है कि- वर्तमान में…
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काफी समय पूर्व लिखा गया यह लेख अमॄतम पत्रिका से साभार….. यह बहुत रोचक, ज्ञानवर्द्धक है।
भोलेनाथ ही राहु हैं। यह रुद्र रूप में विनाश, संहार कर्ता हैं और शिव रूप में करुणामयी होकर जगत का कल्याण कर सुख-सम्पनता देते हैं- जरूर सरसरी निगाह डाले एक बार इस ब्लॉग में पड़ेंगे सब कुछ पहली दफ़ह ■ राहु-शनि का षष्टाष्टक विश्व-विनाश के योग बना रहा है। ■ ज्योतिष के आईने में कोरोना। ■ राहु के…
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तुम न सो जाना
अँधेरी रात में चन्दा निहारो तुम सो न जाना सजी तेरे लिए मुझको संवारो तुम न सो जाना किसी ने है पुकारा आ चली आ दिल डगर में बिठा कर आप मन में जान वारो तुम न सो जाना पसरता मौन चारों ही दिशाओं में सजनवा जब नयन के कोर में छिप कर इशारो तुम…
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आयुर्वेदिक ओषधियाँ इम्युनिटी बूस्टर होने साथ ही रोगों का काम खत्म करने में कारगर होती हैं।
[responsivevoice_button] अमॄतम दवाएँ शरीर के सिस्टम को पूरी तरह ठीक कर रोगप्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करती हैं। बशर्ते इन्हें कम से कम 3 माह तक सेवन करें। स्वस्थ्य जीवन के लिए जागरूक बने- हमारा खान-पान ही हमारी जान है। जिसने भी खानपान पर ध्यान दिया, उनका खानदान भी सम्भल गया। तन के प्रति रत्तीभर रूसवाई ओर…
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22 मार्च शाम 5 बजे क्यों बजाएं तालियां, घण्टी आदि जाने-बहुत ही ज्ञानवर्द्धक लेख
आप वे तीन कारण जानकर हैरान हो जाएंगे….. 【1】22 मार्च,2020 रविवार को शाम 4-30 से 6 बजे के बीच राहुकाल है- 【2】चंद्रमा राहु के नक्षत्र शतभिषा में संचरण कर रहे हैं। 【3】इस दिन मास शिवरात्रि भी है। अब जाने ताली-थाली बजाने से चमत्कार…. ● ताली बजाने से पूरे शरीर में स्पन्दन होने लगता है। ●…
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ज्योतिष के नजरिये से “स्वच्छ विश्व अभियान” है- कोरोना वायरस। शनि, राहु-केतु कारक हैं इस विनाश के….
अमॄतम पत्रिका का यह पूरा लेख ज्ञानवर्द्धक है, जिसे पढ़कर ईश्वर के गणित और ग्रहों के खेल को समझने में सुविधा होगी….. सदैव स्वस्थ्य-तन्दरुस्त रहने हेतु इस लेख में लिखी, लेखनी का अनुसरण कर, नित्य सूर्य को नमन करें। पूर्व में लिखे गए अमॄतम पत्रिका के 2000 से ज्यादा लेख रोग-शोक, दुःख-दारिद्र, मिटाने में सहायक हैं। …