Category: Amrutam Herbal Plants and Spices

  • अतीस एक विषनाशक बूटी

    अतीस एक विषनाशक बूटी

    सुश्रुत, बागभट आदि आचार्यों ने अतीस की जड़ को सर्प-नाग और बिच्छू के विष को नष्ट करने वाली बताया है। अतीस बच्चों के लिए अत्यंत गुणकारी ओषधि है। अकेली अतीस को पीसकर इसका पावडर 50 से 100 mg रोज मधु पंचामृत के साथ चटाने से बालकों के 100 अधिक दोष मिट जाते हैं।

  • पुराना मधुमेह नाशक- अतिबला

    पुराना मधुमेह नाशक- अतिबला

    जो संसार का करे भला-  उसका नाम है अतिबला गुणों के कारण अतिबला के आगे देवता भी शीश झुकाते हैं। यह मधुमेह नाशक अद्भुत ओषधि है। वनोषधि चंद्रोदय के रचयिता वेद्याचार्य श्रीचंद्रराज भंडारी ‘विशारद’ के अनुसार अतिबला के बीज और सारा वृक्ष मूत्रल शांतिदायक है। मूत्र-सम्बन्धी बीमारियों में, पुराने अतिसार में, जीर्ण ज्वर में एवं सूतिका रोग…

  • स्किन डिसीज़ में उपयोगी अंगूर

    स्किन डिसीज़ में उपयोगी अंगूर

    अघोरी की तिजोरी से –अंगूर के फायदे बसन्त ऋतु यानी फरवरी माह में अंगूर की कच्ची लकड़ी के अंदर से एक प्रकार का रस-पदार्थ निकलता है जिसे देशी भाषा में मद कहते हैं, इस मद को पुराने से पुराने त्वचा रोगों जैसे-दाद, खाज, खुजली, एग्जिमा, फोड़े-फुंसी, सफेद दाग-धब्बे पर लगाने से बहुत आराम मिलता है।…

  • सप्तधातु किसे कहते हैं

    सप्तधातु किसे कहते हैं – जिससे शरीर का निर्माण या धारण होता है, इसी कारण से इन्हें ‘धातु’ कहा जाता है धा अर्थात = धारण करना। हैं -सप्‍त धातुओं का शरीर में बहुत महत्‍व है।

  • बालों के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा

    बालों के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा आयुर्वेदिक जड़ीबूटियों को 16 गुने पानी में इतना उबाले कि वह उबल कर दोगुना रह जाये, फिर, इसे खूब गाढ़ा करके रख ले और रोज सुबह शाम बालों की जड़ों में 2 से 3 माह तक लगातार लगाए खालित्य (गंजपन) का आयुर्वेदिक इलाज आयुर्वेदिक दवाएँ तभी कारगर सिद्ध होतीं जब…

  • शीघ्रपतन किन 13 कारणों से होता है

    शीघ्रपतन किन 13 कारणों से होता है शीघ्रपतन के लक्षण – सम्भोग के वक्त, समय से पहले वीर्य का जल्दी निकल जाना शीघ्रपतन है। जब शिश्न प्रवेश (एंट्री)के साथ ही “एक्सिट” होने लगे या फिर, स्त्री अभी चरम पर न हो और व्यक्ति का स्खलन हो जाए तो यह शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) है। शीघ्रपतन के…

  • पेल्विक कॅन्जेशन सिंड्रोम

    महिलाओं की सेहत के लिए सबसे विश्वसनीय है आयुर्वेदिक ओषधियाँ ■ पेड़ू में दर्द बना रहता है ■ मासिक धर्म की अनियमितता ■ नलों में सूजन ■ सफेद पानी की समस्या ■ चिड़चिड़ापन ■ खून व भूख की कमी क्या होता पेड़ू का दर्द – इसे पेल्विक कॅन्जेशन सिंड्रोम भी कहा जाता है। पेल्विक (पेड़ू)…

  • कोलाइटिस – एक पेट की बीमारी

    कब्ज से परेशान हैं या पेट साफ नहीं होता अथवा दस्त बंधकर नहीं आता,  तो रोज रात को मुरब्बे, गुलकन्द से बना आयुर्वेद की इस औषधि का सेवन करें। यह पुरानी से पुरानी कब्जियत और आँतों की सूजन, पेट की जिद्दी बीमारियों को दूर करने सहायक है।

  • ब्राह्मी दिमाग के तन्तुओं को ऊर्जावान बनाती है

    भूलने की बीमारी है,  तो करें सबसे पुख्ता उपाय… आयुर्वेद की यह ओषधि ब्रेन की कोशिकाओं को रिचार्ज करने में बहुत कारगर है। इसमें मिलाई गई ब्राह्मी दिमाग के तन्तुओं को ऊर्जावान बनाती है।  ब्राह्मी पढ़ने वाले बच्चों के लिए बहुत ही सर्वश्रेष्ठ ओषधि है। जटामांसी का मिश्रण डिप्रेशन दूर कर नींद लाने विशेष उपयोगी है…

  • घुटनो व जोड़ों का दर्द के लिए एक 100 फीसदी वात नाशक हर्बल सप्लीमेंट

    लोगों को घुटनो व जोड़ों का दर्द,  सूजन, ग्रंथिशोथ (थायराइड) गर्दन की तकलीफ गठिया वाय आदि वातरोग अनेक कारणों से शरीर को बर्बाद कर रहा है। इन सब परेशानियों की वजह से मरीज चलने  फिरने में असहज महसूस करता है।  तत्काल लाभ के लिए लोग पेन किलर ओेषधियो के गुलाम बन जाते हैं और अंदर…