Category: Amrutam medicines

  • सोमरोग एक खतरनाक स्त्री रोग

    महिलाओं के शरीर को जर्जर करने वाला-  सोम रोग क्या है सोम रोग- “अमृतम मासिक पत्रिका” के अनुसार स्त्री की योनि से जब निर्मल, शीतल, गंधरहित, साफ, सफेद और पीड़ारहित सफेद पानी लगातार बहुत ज्यादा बहता रहता है, तब महिला  सफेद पानी के वेग को रोक नहीं पाती इसे अमृतम आयुर्वेद में सोमरोग कहा गया…

  • गुग्गुल- एक अद्भुत प्राकृतिक हर्ब

    गुग्गुल- एक अद्भुत प्राकृतिक हर्ब

    अमृतम गुग्गुल एक अद्भुत प्राकृतिक हर्ब गुग्गल को पेड़ों का पसीना भी कहते हैं । यह पुराने वृक्ष के ताने से गाड़ा रस तरल पदार्थ के रूप में बहता रहता है । इसी चिपचिपे पानी को इकट्ठा कर सुखा लेते हैं ।  गुग्गल को शुध्द कैसे करें ओषधि हेतु उपयोग करने से पहले इसे त्रिफला…

  • 20 प्रकार की योनि के लक्षण

    महिलाओं को सफेद पानी की परेशानी को ही अमृतम आयुर्वेद में प्रदररोग कहते हैं । अंग्रेजी में  इसे Leuccorrhea लिकोरिया तथा white  discharge व्हाइट डिस्चार्ज भी  कहा जाता है । प्रदररोग गर्भाशय का विकार है । इस रोग से पीड़ित महिला को गर्भवती होने में रुकावट होती है । सोमरोग शरीर के धातु संबंधी निर्बलता…

  • The Ayurvedic Cure for Leucorrhea

    अमृतम केपिछले लेख (blog) में 4 प्रकार के प्रदर रोग के बारे में बताया गया । श्वेतप्रदर (shwet pradar) Leucorrhea के रोग को जड़ से मिटा देगा – “नारी सौन्दर्य माल्ट” संसार मे शायद ही कोई स्त्री हो, जो प्रदररोग से पीड़ित न हो । महिलाएं इस रोग को मामूली समझती हैं, इसलिए लाज शर्म…

  • How to apply hair oil according to Ayurveda?

    Ayurvedic ways of applying Hair Oil Did you read our article about how to wash your hair?  In this article, we will guide you through the process of applying hair oil and its ancient Ayurvedic benefits. A simple task like applying hair oil can involve a lot of intricacies. According to Ayurvedic texts, applying oil…

  • अमृतम हरड़ हरीतकी

    हरति/मलानइतिहरितकी । अर्थात-हरड़ रोगों पेट की गंदगी  का हरण करती है  ।  ‎हरस्य भवने जाता  हरिता च स्वभावत:।  ‎हरते सर्वरोगानश्च ततः  प्रोक्ता हरीतकी।।।                                     म.नि.  ‎हर,हर्रे,हरीतकी,अमृतम,अमृत, हरड़, बालहरितकी, हरीतकी गाछ, नर्रा, हरड़े, हिमज, आदि कई नामों से जाने वाली हरड़…

  • अमृतम हरड़ पार्ट- 3

    हरड़ में 5 प्रकार के रस होते हैं । मज्जा में मधुर रस (मीठा), इसकी नाड़ियों में खट्टा रस, ठूंठ (वृन्त) में कड़वा रस,  छाल में कटु रस और गुठली में कसैला रस होता है । हरड़ में पाँच तरह के रस होने से तन को पतन सेबचाती है । यह अमृतम ओषधि है ।…

  • हरड़ पार्ट 2

    पिछले लेख से आगे–— भाषाभेद से नामभेद – हरड़ को हिंदी में हर्र, हर्रे । बंगला औऱ मराठी में हर्त्तकी । कोंकण में कोशाल। । गुजराती में हरड़े, कन्नड़ में  आणिलय तेलगु में करक्वाप तमिल में कड़के द्रविड़ में कलरा फारसी में हलेले, कलाजिरे, जवीअस्कर अरबी में अहलीलज लेटिन में  terminalia chebula  black murobalans (टर्मिनलिया…

  • गुलकन्द से बना जिओ माल्ट

    अनेक रोग नाशक जिओ माल्ट गैस, ऑफर, खट्टी डकारें, अम्लपित्त (एसिडिटी) बेचैनी, हमेशा पेट में मरोड़ होना,ऐंठन, पेट दर्द, अजीर्ण,  जी मिचलाना,  खाने की इच्छा नहीं होना, अपचन, हिचकी आदि रोगों का जड़ मूल से नाश 7 दिनों में ही कर देता है ।

  • ऑर्थोकी गोल्ड कैप्सूल एवम माल्ट

    अस्थि या हड्डियों के क्षय क्षीण तथा कमजोर होने पर तन निम्न व्याधियों से घिर जाता है । जैसे-मन उदास रहना । किसी से ज्यादा बोलचाल की इच्छा नहीं रहती । कोई न कोई शंका, डर भय बना रहता है । किसी भी काम में मन नहीं लगता,वीर्य पतला ओर कम होकर सेक्स के प्रति…