खतरनाक केमिकल से बने पर्सनल केयर साउंड्री उत्पाद अनेक बीमारी का कारण बन सकते हैं। रहे सावधान !!

  1. आजकल बाजार में बिकने वाले सभी हेयर ऑयल खतरनाक पैराफिन ऑयल से बनाए जा रहे हैं, जो बाल उगने बढ़ाने की जगह खोपड़ी की जड़ों को तबाह कर देते हैं।
  2. आयुर्वेद की 5000 साल पुरानी पद्धति में केश तेलों का ज्यादा ऊल्लेख नहीं मिलता। उस जमाने में आयुर्वेद के वैद्य 20 से 25 जड़ी बूटियों का काढ़ा बनाकर बालों में लगाने के लिए देते थे।
  3. चरक शीनता, अष्टांग ह्रदय, माधव निदान, भैषज्य र्तनाकार आदि अनेक ग्रंथों में बालों के लिए काढ़ा बनाकर लगाने की सलाह दी है।
  4. आयुर्वेद की इस वैदिक परंपरा का निर्वहन केरला की महिलाएं अत्याधिक करती हैं। वे 15 से 20 जड़ी बूटियों से स्वनिर्मित काढ़ा बनाती हैं। इसे आज की बोलचाल में हीर स्पा कटे हैं।
  5. बालों के लिए इस स्पा में जटामांसी, ज्योतिष्मती, भृंगराज, शिकाकाई, त्रिफला, नारियल गोला, नील पत्ती, मेंहदी, मालकांगनी, धनिया, प्याज, युकेलिप्तस आदि का समावेश करके 10 दिन तक उबाल कर बाल में लगाते हैं। इसमें तेल नहीं होता।
  6. आयुर्वेद के नाम से बिकने वाले सस्ते और रसायनिक उत्पाद विज्ञापन की दम पर केवल व्यापार जमाने और धन कमाने में लगे हैं।
  7. रही सही कसर गुगल और यूटयूब पर डाले गए घरेलू उपाय, उपचारों ने करके बाल, गाल, लाल, चाल, ढाल पर बुरा असर डालकर यौवन बर्बाद कर दिया है।
  8. सौंदर्य उत्पाद एवम हेयर ऑयल में इस्तेमाल किए जा रहे हैं। रिसर्च में जिन्हे बीमारियों का जिम्मेदार बताया जा रहा है
  9. साबुन, तेल, शैम्पू, टूथ पेस्ट जेसी रोज की जरूरतों में खतरनाक केमिकल्स हैं। खरीदने से पहले अध्ययन, खोज, तुलना करें। कि किस ब्रांड में इनका कितना इस्तेमाल हो रहा है।
  10. हम रोज साबुन, क्रीम, डिओड्रेन्ट इस्तेमाल करते हैं, मगर इनमें मौजूद केमिकल्स के खतरे के स्तर को नजर अंदाज कर देते हैं।
  11. पेस्ट, तेल, क्रीम आदि के रोजाना इस्तेमाल से कैंसर, अस्थमा, चर्म रोग, किडनी फेल्योर हो रहा है।
  12. हेयर ऑयल, लिप्सटिक, आइलाइनर, मॉश्चराइजर, क्रीम में ब्यूटिलेटेड हाइड्रॉक्साइनिसोल यानी बीएचए होता है।
  13. ये पेट के कैंसर, किडनी सेल्स डैमेज करने और प्रजनन प्रक्रिया पर असर डालते हैं।
  14. अब जब भी ऐसे पर्सनल केयर उत्पाद खरीदें, तो यह जरूर देख लें कि किस ब्रांड में खतरनाक केमिकल का स्तर क्या है।

सौंदर्य उत्पादः वजह है फॉर्मेल्डिहाइड 

  • कई कंपनियां कॉस्मेटिक्स, हेयर स्ट्रेटनर्स, नेल पॉलिश, शैंपू, बेबी सोप में पैराफॉर्मेल्डिहाइड केमिकल का अब भी इस्तेमाल कर रही हैं।
  • भारत को छोड़कर अमेरिका सहित कई देशों में इस केमिकल पर पाबंदी लगी है।

नवीन रिसर्च:

  • इसके लंबे समय तक इस्तेमाल करने से आंखों में जलन, नाक-कान में खुजली और गले का कैंसर भी हो सकता है।
  • बेहद खतरनाक केमिकल फीनाइलिनडायामिन का हेयर डाई में जमकर इस्तेमाल हो रहा है।
  • हेयर डाई: बाल, नाखून रंगने से भविष्य में लोग बहरे-अंधे होंगे। दिप्रश्न आने लगेगा।
  • रंगहीन लिक्विड टॉलूइन, जिसे क्रूड ऑयल, नेल पेंट, नेल पेंट रिमूवर और गोंद में इस्तेमाल हो रहा है।

शोध, रिसर्च:

  • यह नर्व सिस्टम को डैमेज करता है, जिससे बहरापन, अंधापन, एकाग्रता में कमी, यादाश्त जाने की दिक्कत आ रही।

खुशबूदार परफ्यूमः हार्मोन्स असर, अस्थमा की बीमारी- 

  • इंटरनेशनल फ्रेगरेंस एसोसिएशन के अनुसार, जिन परफ्यूम में बेंजोफिनोन, बीएचए, नेप्थालीन और पैथालेट्स केमिकल का ज्यादा इस्तेमाल किया गया हो उन परफ्यूम से दूरी बनाएं।

रिसर्चः

  • एक्जिमा, सांस से जुड़ी बीमारियां जैसे अस्थमा, चर्म रोग और महिला पुरुषों में प्रजनन् क्रिया को नुकसान पहुंचाता है।

विशेषज्ञ बोले

  • शुद्ध आयुर्वेद से बेहतर अन्य कुछ भी नहीं है। बालों में जड़ी बूटियों से तैयार हेयर ऑयल ही उपयोग करें। जड़ी बूटियों से निर्मित हर्बल हेयर स्पा और भी श्रेष्ठ रहेगा।
  • कोलंबिया यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर डॉक्टर अमीजोटा के मुताबिक, कॉस्मेटिक्स और केमिकल वाले उत्पाद खरीदने से बचें। अगर खरीद रहे हैं, तो पैकिंग पर जरूर देख लें कि प्रिजर्वेटिव केमिकल की मात्रा कितनी है और खतरनाक होने की किस कैटेगरी में आते हैं।

टूथ पेस्ट: पैराबेन जैसे कैमिकल से ब्रेस्ट कैंसर 

  • अपने टूथ पेस्ट के स्वाद, खुशबू पर न जाकर घर का बना हुआ मंजन लाभकारी सिद्ध होगा। ज्यादातर टूथपेस्ट दांत की हड्डी में अंदर से ग्लव और पोलापन पीड़ा कर रहे हैं। DENTKEY Manjan और Malt एक अच्छा विकल्प है।
  • केमिकल से बने सुगंध युक्त फेश वॉश आपका चेहरा एक दिन बर्बाद कर देंगे। आप प्राचीन काल के उबटन की तरफ लोटे।

  • यह आयुर्वेद का घरेलू पद्धति से तैयार फेस वॉश है। अधिक गुगल पर जाने। Nykaa पर ये बहुत बिकता है। Amalaearth, amrutam, अमेजन पर भी उपलब्ध है।
  • रसायनिक शैंपू, कंडीशनर और दूसरे कॉस्मेटिक्स में देखिए कि पैराबेन कम्पाउंड, प्रोपी पैराबेन और मीथाइल पैराबेन जैसे घातक केमिकल का इस्तेमाल किस मात्रा में किया गया है।

रिसर्चः

  • महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर, पुरुषों में प्रजनन प्रक्रिया पर असर और हॉर्मोन्स में बदलाव की शिकायतें आ रही हैं।
  • बालों के लिए kuntalcare herbal hair spa की जानकारी nykaa, amalaearth पर पढ़कर निसंकोच इस्तेमाल कर सकते हैं।

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