• ज्वर का ईलाज ?

    नीलकंठ का नित्य पाठ करने से अकाल मृत्यु, सभी प्रकार के ज्वर, मृत्यु भय, कुष्ठ रोग, भूत-प्रेतडाकिनी-शाकिनी- ब्रह्मराक्षस आदि बाधाएँ, मिर्गी रोग, सन्निपात, हिक्का (हिचकी रोग), कफ, श्वास, कास आदि रोग, सर्प भय तथा सर्प विष आदि के कष्ट दूर होते हैं। यदि किसी ने आप पर स्तम्भन (विकास की गति को रोक देना), मोहन…

  • क्या चवनप्राश सेहत के लिए अच्छा है ?

    हे भगवान! तुम्हारा चयन बिलकुल सही है, दोस्त! च्यवनप्राश तो है ही एक आयुर्वेदिक चमत्कार, अब तो इसे खाकर ही हम रहेंगे जवां और जिंदादिल। तुम्हारी सेहत का नायक च्यवनप्राश हर दिन के लिए तैयार है, जिसमें भरा हुआ है आमला, गुड़ूची, गोखरू, शतावरी और त्रिफला – सब कुछ एक साथ, बिना टिकाऊ रंग-बिरंगे केमिकल्स…

  • मेरा जन्म 19 सितंबर 1992 और जन्म का समय 1:30 दोपहर मुझे स्वास्थ संबंधित बहुत समस्या रहती है कृपया उपाय बताइए गुरुजी ?

    आपकी लग्न धनु है और राशि वृषभ। कुंडली में 4 ग्रह सूर्य, गुरु, शुक्र और बुध कन्या राशि में बैठकर संक्रमित हो गए हैं। फिलहाल लग्नेश गुरु की महादशा चल रही है फिर भी कोई लाभ नहीं होगा। बीमारी की वजह भी यही रहेगी। चंद्रमा के पीछे कोई ग्रह न होने से बिना मार्गदर्शन के…

  • दवा और दारु शब्द का उपयोग एक साथ क्यों करते है ?

    दवा, दुआ और दारू तीनो ऐप्स में साढू हैं। दवा दर्द को मिटाकर देह को दुरुस्त करती है। सेक्सी पुरुष दवा खाकर स्त्री के तवा रूपी योनि का दुख दूर करते हैं। थोड़ी सी ठंडी हवा लगने पर लोग दवा खाने के आदि होते है। दुआ लेने वाले व्यक्ति को कभी कोई दवा की जरूरत…

  • 100 रोगों की एक दवाई कौनसी है ?

    आंवला मुरब्बा, हरड़ मुरब्बा, गुलकंद और मुनक्का का अवलेह यानि माल्ट बनाकर इसमें केशर, नागकेशर, अश्वगंधा, शतावरी, त्रिकटु का पाउडर मिलाएं। सुबह खाली पेट दूध के साथ 2 से 3 माह तक सेवन करें।लेवें। आप चाहें, तो उपरोक्त फार्मूले से निर्मित amrutam Gold Malt ले सकते हैं। अमेजन, amalaearth पर ऑनलाइन सर्च करें।

  • इम्यूनिटी शक्ति कैसे बढ़ाएं ?

    इम्यूनिटी शक्ति कैसे बढ़ाएं ?

    खुश रहें, मुस्कुराएं! समय पर नींद लें, रिलैक्स करें! स्वस्थ खानपान, फल और सब्जी खाएं! योग और व्यायाम करें, तन और मन को फिट रखें! Amrutam Gold Malt जैसे प्राकृतिक उपाय से इम्यूनिटी में चमत्कारिक बढ़ोतरी! 🌟🍃 यह प्राकृतिक जैम, प्राचीन जड़ी-बूटियों से बना है और इसमें त्रिफला, हरड़, और मुलेठी जैसे महत्वपूर्ण तत्व हैं…

  • पीसीओडी ( PCOD ) के घरेलू उपचार क्या हैं?

    प्राचीन सोमरोग ही आज का पीसीओडी है…स्त्री की योनि से जब निर्मल, शीतल, गंधरहित, साफ, सफेद और पीड़ारहित सफेद पानी लगातार कम या ज्यादा बहता रहता है, तब महिला सफेद पानी के वेग को रोक नहीं पाती इसे आयुर्वेद में सोमरोग कहा गया है। लड़कियों की एक खतरनाक बीमारी- पीसीओएस या पीसीओडी क्या है, अगर जानना चाहते हैं तो…

  • ‘लोंग’ क्या है ?

    लौंग का एक नाम कर्णफूल है। अंग्रेजी में इसे Clove कहते है। लौंग यानि कर्णफूल मसाला एक अच्छा जीवाणु नाशक है। लौंग शरीर के अतिसूक्ष्म करियों का नाश करता हैं। स्वाद में यह बहुत तीखा होता है। इसके ज्यादा खाने गर्मी और मुख में छाले हो सकते हैं। जाने आयुर्वेद के 5000 साल पुराने ग्रन्थ…

  • कौन से मसाले और कितने खाने चाहिए ?

    आयुर्वेद के कोई भी चूर्ण जैसे अश्वगंधा, सफेद मूसली, श्तावर, कोंच बीज, त्रिफला, हरड़, आंवला चूर्ण, सितोपलादी चूर्ण, हिंगवाष्टक चूर्ण, लवण भास्कर, पंचसकार या कोई भी पेट साफ करने वाला चूर्ण और शक्ति वर्धक पाउडर एक दिन में 3 से 4 ग्राम तक ही लेना लाभकारी होता है। ये सभी चूर्ण आयुर्वेदिक ओषधि जल्दी पचते…

  • अब समय से पहले झुर्रियां क्यों पड़ने लगी हैं ? झुर्रियां हटाने के लिए क्या करें ?

    आयुर्वेद में दाग-धब्बे, काले निशान एवं झाईं – झुर्रियां को क्षुद्रविकार कहते हैं। यह एक त्वचा रोग है, जो कमजोर इम्यूनिटी और रक्त की खराबी से उत्पन्न होता है। चरक सहिंता में इस तरह के त्वचा रोगों से एक शुद्धि द्वारा मुक्ति के लिए कुछ खास उपाय बताए हैं। सौंदर्य, सुंदरता वृद्धि के लिए ये…

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