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चमत्कार क्या है ? भ्रम है या सच्चाई
स्वाति नक्षत्र की बूंद जब कदली यानि केले के पत्ते पर पड़ती है, तो वह कपूर बन जाती है। सीप में पड़ती है, तो वह मोती बन जाती है, और नाग के मुंह में पड़ती है, तो वह विष बन जाती है, जैसी संगत होती है वैसी रंगत चढ़ जाती है। मूर्ख संग ना कीजिए,…
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खाज खुजली आयुर्वेद से कैसे मिटाएं।
समय बेसमय कुछ भी खाने के कारण खाना पचता नहीं है। लम्बे समय तक कब्ज बनी रहती है। लिवर भी पाचन रस बनाना बंद कर देता है, तो खून गंदा होने लगता है। जब हम पेट की खराबी को काफी समय तक ठीक न करके लापरवाही बरतते हैं, तो शरीर में खाज, खुजली, फोड़े, गंदी,…
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भाग्य दुर्भाग्य के कारक हैं राहु केतु !!
वैदिक और सनातन मान्यता है कि मृत्यु के बाद आत्माएँ यमराज के पास जाती है। वहाँ चित्रगुप्त उनके कर्मों का लेखा-जोखा बताते हैं। कर्मों के अनुसार ही राहु-केतु को निर्देश दिया जाता है कि किस जातक को अगले जन्म में कौन-सी योनि, किस परिवार में, जन्म, सुख-दुःख आदि का निर्धारण करें। अमृतम् मासिक पत्रिका फरवरी…
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लिवर की खराबी, पेट की बीमारी, फेटी लिवर और पीलिया की देशी दवाई !!
अस्वच्छ रसायनिक बाजारू भोजन और गंदगी के कारण कभी-कभी पीलिया रोग महामारी का रूप धारण कर लेता है। आजकल 55 फीसदी लोग इससे पीड़ित हैं। आये दिन स्त्री-पुरुष इस पीलिया रोग के चंगुल में फंसते रहते हैं। पीलिया को संस्कृत में कामला रोग और अंगरेजी में जौंडिस या हैपेटायटिस कहा जाता है। इस बीमारी में…
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अगले जन्म के बारे में जाने। हम कहां पैदा होंगे और कौन सी योनि मिलेगी।
रात को सोते समय जो अंतिम विचार होता है बस वैसा ही मरते समय जो आखिरी सोच होती है। उसी के मुताबिक हमें जन्म मिलता है। कभी आप ध्यान देना कि रात को सोते वक्त हम जिसके बारे में चिंतन कर रहे होते हैं। सुबह जागते ही वही विचार हमारे मस्तिष्क में आएगा। इसलिए धर्म…
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छोटी हरड़ और आंवला, बहेड़ा गुठली रहित हों, तभी त्रिफला फायदेमंद होता है। जाने त्रिफला की जरूरी बातें !!
त्रिफला आयुर्वेद का हजारों साल पुराना योग है, जो पेट की अनेक बीमारियों को जड़ से मिटाता है। आंवला, छोटी या बाल हरड़ और बहेड़ा इन तीनों को गुठली लेकर साफ करें और पीसकर चूर्ण बनाएं। यह त्रिफला चूर्ण तैयार हो जाएगा। घर का बना हुआ त्रिफला चूर्ण सर्वश्रेष्ठ होता है। क्योंकि बाजार में बिकने…
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पेट की बीमारी से मुक्ति के उपाय !!
नियम से चलने वाले व्यक्ति से यम दूर भागते हैं। पित्त का संतुलन बनाये रखने के लिए आयुर्वेदक लिवर टॉनिक Keyliv Strong Syrup सबसे सर्वश्रेष्ठ ओषधि है। स्वास्थ्य के लिए साथ ही मन को मजबूत बनाना ही मनुष्य का मुख्य कार्य है। पक्का मानो कि मन की मलिनता मन्त्र जाप से ही मिटती है। ये…
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अश्वगंधा, शतावरी, सफेद मूसली, कोंच बीज आदि चूर्ण लेने की सेवन विधि या लेने का सही तरीका !!
अश्वगंधा ऊर्जा शक्ति और बुद्धि बल बढ़ाने में उपयोगी है। द्रव्यगुण विज्ञान आयुर्वेदिक ग्रंथानुसार सुबह खाली पेट 2 gm अश्वगंधा पाउडर मुनक्के के दूध में उबाल कर खाली पेट लेवें और 2 घंटे तक कुछ भी न खाएं पिएं। अश्वगंधा चूर्ण एक दिन में 4 से 5 gm से अधिक न लेवें। अगर पाचन तंत्र…
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डिप्रेशन कैसे मिटाएं !!
डिप्रेशन से व्यक्ति का इंप्रेशन खत्म हो जाता है और दिमागी बीमारी है। डिप्रेशन से मुक्ति का एक मात्र उपाय ध्यान ही है। मस्तिष्क को विचार रहित बनाएं। जब दिमाग में खाली जगह होगी, तो नई सोच, नई उमंग आयेगी। हम खुद भी 2016 में एक बड़े नुकसान और धोखेबाजों के कारण भयंकर डिप्रेशन…
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आयुर्वेद के ये नियम कभी बीमार नहीं होने देंगे।
आयुर्वेद में अधिकांश दवाएं पाचन प्रणाली को ठीक और दुरुस्त करने वाली होती हैं। इससे वात, पित्त और कफ संतुलित होते हैं। घर के सभी मसाले कफ को संतुलित कर फेफडोंबको संक्रमण से बचाते हैं। किंतु गुगल ज्ञान के चलते मसालों का इस्तेमाल न के बराबर किया जा रहा है। इसके कारण काफ की वृद्धि…
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