• अष्टगंध से मन होता है शांत और एकाग्र। त्वचा में निखार आता है

    अष्टगंध से मन होता है शांत और एकाग्र। त्वचा में निखार आता है

    पुराने समय में लोग अष्टगंध को पूरे शरीर में लगाते थे। यह आठ अध्यात्मिक पदार्थों से बनता है और शरीर की रक्त नाड़ियों को मुलायम बनाकर मन को एकाग्र और शांत करता है। अष्टगंध क्यों करता है मन को एकाग्र? भारत की पूजा पद्धति में चंदन, भस्म का टीका, तिलक, त्रिपुंड और अष्टगंध का देह…

  • नये घर की नींव की खुदाई कैसे करें? और नीव में क्या समान रखें !!

    नये घर की नींव की खुदाई कैसे करें? और नीव में क्या समान रखें !!

    मकान की नींव खोदकर ईशान कोण के गड्डे में जल, पवित्र नदियों का पुण्य जल और चांदी से निर्मित नाग नागिन का जोड़ा रखने का विधान इसलिए है कि भूमि भूत, प्रेत, पिशाच, पित्त दोष से मुक्त हो जाए। स्कंध पुराण के अनुसार शेषनाग क्षीरसागर यानि पाताल लोक में रहते हैं, इसलिए पूजन के कलश…

  • एलोवेरा जूस लेने या पीने से पहले ये जानना जरूरी है !!

    एलोवेरा जूस लेने या पीने से पहले ये जानना जरूरी है !!

    ताजी एलोवेरा यानि घृतकुमारी का गुदा एक चम्मच लेकर इस पर स्वर्ण माक्षिक भस्म, लौह भस्म 20/20 मिलीग्राम, सेंधा नमक, नागकेशर, लौंग और कालीमिर्च 30/30 मिलीग्राम मिलाकर सुबह खाली पेट 4 महीने खाने से कैसी भी रक्ताल्पता हो मिट जाती है। एलोवेरा जूस एक तरह का रसायनिक उत्पाद होता है। यह 5 दिन में सड़…

  • घुटने का दर्द, घुटने टेकने को मजबूर कर…घुटन जैसा जीवन बना देता है !!

    घुटने का दर्द, घुटने टेकने को मजबूर कर…घुटन जैसा जीवन बना देता है !!

    तुम्हारी तो अक्ल घुटने में है….जैसी कहावतों के चलते उपेक्षित समझे जाने वाले तु घुटने की महत्ता लोगों को तब समझ में आती है, जब उसमें असहनीय दर्द आरंभ हो जाता है। सामान्यतः वृद्धावस्था प्रारंभ होते ही घुटनों का दर्द एक आम समस्या है। आजकल लोग नए नए प्रयोग कर खुद ही बीमारी को आमंत्रित…

  • बच्चों को बलशाली और विद्वान बनाएं !!

    बच्चों को बलशाली और विद्वान बनाएं !!

    आप अगर ईमानदारी से बच्चों में बल, बुद्धि, विवेक और सिर में बड़े बाल की वृद्धि की कामना रखते हो, तो बचपन से आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन कराएं। बचपन से ही बच्चों देशी दवा के उपचार से 55 की उम्र तक कोई भी रोग नहीं होगा। बालक, बालिकाओं की रोगप्रतिरोधक क्षमता यानि इम्यूनिटी इतनी मजबूत…

  • भगवान सूर्य के रहस्य क्या हैं !!

    भगवान सूर्य के रहस्य क्या हैं !!

    ।।सुवति कर्मणि लोकं प्रेरयतीति सूर्यः।। अर्थात सूर्य को सृष्टि का प्राण कहा गया है। सूर्य-के कारण ही धरित्री, धरती पर जीवन है। सूर्य नारायण यदि एक दिन न निकलें तो धरती पर त्राहि-त्राहि मच जाए। सूर्य का प्रकाश समस्त जीवधारियों में उल्लास एवं प्राण का संचार करता है, इसीलिए सूर्य की इतनी महत्ता है। किन्तु…

  • पैर दर्द, जोड़ों की सूजन आपको अपाहिज बना सकती है

    पैर दर्द, जोड़ों की सूजन आपको अपाहिज बना सकती है

    टेढ़ी मेढ़ी चाल चलने से एड़ी में दर्द होने लगता है। इसे समय पर ठीक न करने से जिंदगी टेढ़ी लगने लगती है। आयुर्वेदिक औषधि ऑर्थो की गोल्ड माल्ट ओर ऑर्थो की गोल्ड कैप्सूल का फार्मूला बहुत ही अच्छा है। इसके बारे में 50 से ज्यादा आर्टिकल गुगुल, Myupchaar, अमेजन, amalaearth ओर amrutam की वेबसाइट…

  • जैतून तेल खाने से बचें। जैतून का तेल चमत्कारी है

    जैतून तेल खाने से बचें। जैतून का तेल चमत्कारी है

    सरसों को संस्कृत में सर्ष पराजिका बताया है अथ सर्षपराजिका तैलयोर्गुणानाह दीपनं सार्षपं तैलं कटुपाकरसं लघु। लेखनं स्पर्शवीरयष्णं तीषणं पित्तास्रदूषकम्॥ कफमेदोऽनिलार्शोघ्नं शिरः कर्णामयापहम्। कण्डू कुष्ठ कृमिश्वित्रकोठदुटक्रिमिप्रणुत्॥ तद्वद्राजिकयोस्तैलं विशेषान्मूत्रकृच्छ्रकृत्॥ अर्थात – सरसों का तेल – अग्निदीपक, रस तथा विपाक में कटु रस युक्त, लघु, लेखन, स्पर्श तथा वीर्य में उष्ण, तीक्ष्ण, पित्त तथा रक्त को दूषित करने वाला…

  • डायबिटीज के मरीजों को अनार का जूस अमृत ओषधि की तरह है।

    डायबिटीज के मरीजों को अनार का जूस अमृत ओषधि की तरह है।

    शुगर के मरीजों को सुबह केवल अनार का जूस पीना चाहिए। ज्यादा लोकी, करेला, नीम, बेल आदि के जूस से बचना चाहिए। क्योंकि ये सब पित्त की वृद्धि करते हैं। मधुमेह की समस्या पित्त के असंतुलन से ही बढ़ रही है अतः पित्त शांत करने वाली दवाएं, जड़ी बूटी लाभकारी सिद्ध होंगी। अनार का जूस…

  • पेट में गैस बनती हो, गैस्ट्रिक, एसिडिटी प्रोब्लम होने पर लेवें आयुर्वेदिक लिवर टॉनिक !!

    पेट में गैस बनती हो, गैस्ट्रिक, एसिडिटी प्रोब्लम होने पर लेवें आयुर्वेदिक लिवर टॉनिक !!

    लिवर की कमजोरी और क्रियाशलीता में कमी के कारण मेटाबॉलिज्म करेक्ट नही रहता, तो कब्ज्होने लगती है। एक बार में पेट साफ नहीं होता और पेट में मल सड़कर आंतों में चिपकने लगता है। गैस बनने का यही कारण है। लोग क्या करते हैं की तुरंत ठीक होने के लिए गैस नाशक, दस्तावार दवाएं लेकर…

Talk to an Ayurvedic Expert!

Imbalances are unique to each person and require customised treatment plans to curb the issue from the root cause fully. Book your consultation – download our app now!