Tag: अंधकारमय

  • हे भगवान सूर्य!… इस धरा पर आपका स्वागत है।

    हे भगवान सूर्य!… इस धरा पर आपका स्वागत है।

    शिवलिंग स्वरूप सूर्य हमारी तरह ही भीषण संघर्ष करते हुए, किरणों का नन्हा सा प्रकाश देकर जगत की सर्वात्माओं को ज्योतिर्मय करता है। सम्पूर्ण सृष्टि आदित्य देवता की ऋणी है। सूर्य को ही हर जीव का आत्मा बताया है। सदियों से सदाशिव भोलेनाथ से समस्त साधु संत, शिवयोगी सदियों से प्रार्थनारत हैं कि -भगवान शिव…