Tag: अमृतमपत्रिका
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बच्चो की मालिश करने के लिए कोनसा तेल लाभदायक रहेगा और मालिश किस तरह से की जाएगी ?
“कुछ लोग अपने बच्चो की मालिश चार या पाँच बार करते हैं। मैंने अपने बच्चों की मालिश दो ही बार की है। मालिश कब और कितनी बार की जाए? उससे ज्यादा जरूरी है कि किस तेल से और किस तरह से की जा रही है। मैंने जॉनसन यूज़ किया, क्या आप लोग इस बात से…
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शिव की पूजा में क्या ध्यान रखें?
शिव कर्ता सन्सार के, शिव सृष्टि के मूल। रोम-रोम शिव रमने दो, शिव को कभी न भूल।। शिव का रूप जगत यह सारा। धरती पर शिव का उजियारा।।
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ब्लड प्रेशर (रक्त चाप) को ठीक करने के लिए कौन-कौन सी वैकल्पिक चिकित्सा (अल्टरनेटिव मेडिसिन) प्रभावी हैं?
2.9 हज़ार बार देखा गया 9 अपवोट देखें सुनीता कुमारी ने सबमिशन स्वीकार किया1 में से 1 जवाब अपवोट करें 9 1
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क्या आप लोग बता सकते है बजरंग बली का नाम मारुति क्यों रखा गया था?
जय-जय-जय हनुमान गुसाईं। कृपा करो गुरुदेव की नाई।। श्री राम भक्त हनुमान 5 भाई थे…. 【१】मतिमान 【२】श्रुतिमान 【३】केतुमान 【४】गतिमान 【५】धृतिमान मन में अमन देने वाले देवता…. स्कन्द पुराण, भविष्य पुराण…..की माने, तो इनका जन्म कार्तिक मास की चतुर्दशी यानि छोटी दीपावली को बताया गया है। इनका जन्म नक्षत्र चित्रा ओर स्वाति, मेष लग्न दिन मंगलवार…
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महर्षि दधीचि कौन थे?
9.3 हज़ार बार देखा गया 13 अपवोट देखें 4 शेयर देखे गए3 में से 1 जवाब अपवोट करें 13 1 4
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Benefits of Aloe Vera Gel and which company to buy it from?
Amrutam Aloe Vera Gel एक त्वचा देखभाल उत्पाद है जो मुख्य रूप से ऐलोवेरा के पौधे से प्राप्त जेल से बनाया जाता है। ऐलोवेरा के प्राकृतिक गुणों के कारण इसे विभिन्न त्वचा संबंधी समस्याओं के समाधान के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसके निम्नलिखित फायदे हो सकते हैं: हाइड्रेशन और नमी बनाए रखना: ऐलोवेरा…
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आयुर्वेदिक जड़ी—बूटी “अनंतमूल” के औषधीय उपयोग क्या हैं?
दूसरा अनन्त-मूल ‘कृष्ण सारिवा’ (Hemidesmus Indicus) होता है। 7.8 हज़ार बार देखा गया 13 अपवोट देखें 1 शेयर देखा गया2 में से 1 जवाब अपवोट करें 13 2 1
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होली क्या है?
दरूओं, शर्बियों का त्योहार…. दारु की खुशबू, बियर की मिठास, गांजे की रोटी, चरस का साग, भांग के पकोड़े और Wills का प्यार, लो आ गया फिर नशेड़ियों का त्यौहार अदरक की गाँठो सा रहा, मेरा बचपन, उतने ही हम सुधरे,जितना कूटे गये। जरा संभल कर दोस्तों, मलना मुझे अबीर कई लोगों का माल है,…
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नसों में सूजन हो, तो करें ये उपाय !
शरीर में एक का संचार होने से नसें सूजने लगती है। इसका कारण है लंबे समय तक पेट की खराबी या कब्ज है। दूसरी वजह है कि वात प्रकोप के कारण खून गाढ़ा होने लगता है। वात के असंतुलन से भी नसों में सूजन आने लगती है। आयुर्वेद में ग्रेधसी रोग बताया है।आप निम्नलिखित दवाएं…
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जानें सर्दियों में गुलकन्द खाने के 50 चमत्कारी फायदे। पित्तदोष शांत कर, पेट की बीमारियों और स्त्रीरोगों से बचाता है…
गुलकन्द के सेवन से ठीक हो जाते हैं-घातक व असाध्य रोग… सर्दी में गुलकन्द दूध के साथ लेने से जमा हुआ पुराना पित्त निकल जाता है। पेट की तकलीफों से परेशान ऐसे लोगों को सर्दी-जाड़े के मौसम में गुलकन्द जरूर खाना चाहिए। गुलकन्द रस-रक्त निर्मित कर नवीन वीर्य निर्मित कर गाढ़ा करती है, जिससे मर्दाना…