Tag: आचरण

  • हमारे प्रयास ही हमें स्वस्थ्य रख सकते हैं। अपने रोग खुद कैसे जाने!

    हमारे प्रयास ही हमें स्वस्थ्य रख सकते हैं। अपने रोग खुद कैसे जाने!

    मानव-शरीर- शास्त्र के शरीर रचना, इंद्रिय-विज्ञान तथा आरोग्य-शास्त्र ही मुख्य अंग है। केवल एक अंग का अभ्यास । करने से ही कार्य नहीं चल सकता, क्योंकि इन अंगों का परस्पर घनिष्ट संबंध है। अत: आयुर्वेद शास्त्रों के पूर्वार्ध में शरीर-रचना तथा इंद्रिय-विज्ञान का वर्णन, और उत्तरार्ध में आरोग्य शास्त्र का वर्णन किया गया है। देह…