Tag: आयुर्वेदिक चिकित्सा
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जाने अघोरी की तिजोरी के रहस्य। जानकर आप भी अवधूत की भभूत लगाने पर मजबूर हो जाएँगे! भाग -दो amrutam.global
अघोर संत किनाराम का जीवन परिचय भारतभूमि प्राचीन काल से ही आध्यात्मिक रूप से सम्पन्न सेतों की साधना स्थली रही है। मानव कल्याण के हितार्थ के उद्देश्य से अनेक अवसरों पर महांत आत्माओं का यहाँ अवतरण होता रहा है। विक्रमी से, 1658 में भारत वर्ष के प्रसिद्ध धार्मिक क्षेत्र वाराणसी जनपद की तहसील चन्दौली के…
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जाने अघोरी की तिजोरी के रहस्य। जानकर आप भी अवधूत की भभूत लगाने पर मजबूर हो जाएँगे! भाग -एक amrutam.global
इस ब्रह्माण्ड के प्रथम अघोरी भगवान शिव हैं और शिवजी के 5 मुखों में एक मुख अघोर भी है।अघोरियों के बारे में एक क्रम से पांचवा लेख है। पूर्व के चार क्योरा और अमृतम पत्रिका पर उपलब्ध हैं – वेद में अघोर मंत्र बहुत प्रसिद्ध है और जब कोई असाध्य रोग जैसे केंसर आदि किसी…
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शराब इतनी खराब भी नहीं होती! दूध से दस्त लग सकते हैं! लेकिन दारु से आज तक किसी को दस्त नहीं लगे! लस्त, आलसी आदमी में भी जान फूँक देती है ~ WiNE! लिकर के फायदे जानकर चौंक जायेंगे भाग दो amrutam
नारी के सौन्दर्य निखारने में शराब का विशेष योगदान है! पीने के बाद आदमी ज़ब बीबी से भरपूर सेक्स करता है, तो स्त्री को पूर्ण तृप्ति मिलती है! माधव निदान के मुताबिक रोज रोज सेज गर्म करने से नारी को नष्टातर्व यानि मौनोपाज की समस्या कम उम्र में नहीं होती! जिन्हे परेशानी हो, वे नारी…
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शराब इतनी खराब भी नहीं होती! दूध से दस्त लग सकते हैं! लेकिन दारु से आज तक किसी को दस्त नहीं लगे! लस्त, आलसी आदमी में भी जान फूँक देती है ~ WiNE! लिकर के फायदे जानकर चौंक जायेंगे भाग एक amrutam
दुनिया में शराब एक ऐसा पेय पदार्थ है जिसे पीने के बाद आदमी अर्थ का अनर्थ कर सकता है! शराब समाजवादी प्रकृति होती है! गम में घबराकर, खुशी में कुछ भी मिलाकर, तो कभी दारू को अकेला देखा, तो तरस खाकर पी गए। अमृतम पत्रिका, ग्वालियर! amrutam.global शराब न होती, तो शायद दुनिया इतनी खराब…
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दुनिया में बहुत कम लोग जानते हैं कि परम शिव भक्त, महर्षि पिप्पलाद के शिष्य शनि ही व्यक्ति को धनी बनाते हैं! शनि से जिसकी हुई तनातनी उसकी जनी यानि पत्नी धनी परिवार को तबाह कर देती है amrutam.Global भाग दो
राजा नल की तपस्थली तिरुनल्लार पांडिचेरी के पास सृष्टि का एक मात्र स्वयम्भू शनि मन्दिर तिरुनल्लार के दर्शन करें। यहां भी शनि का छाया दान होता है। शिवलिंग के दर्शन करें। ग्वालियर के पास मोरेना ज़िले के शनिचरा मन्दिर के दर्शन रविवार/संडे को दोपहर 11.35 से 12.56 के बीच राहु की तेल से अपनी उम्र…
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दुनिया में बहुत कम लोग जानते हैं कि परम शिव भक्त, महर्षि पिप्पलाद के शिष्य शनि ही व्यक्ति को धनी बनाते हैं! शनि से जिसकी हुई तनातनी उसकी जनी यानि पत्नी धनी परिवार को तबाह कर देती है amrutam.Global भाग एक
गुरु भक्त शनि बाबा हमेशा लोगों को गुरु या भोलेनाथ से जोड़ते हैं। जो ईश्वर को नहीं मानता उसे जनता नकार देती है। धन सम्पदा,MONEY के दाता शनि से धरती पर जिससे भी तनातनी हुई, उसका परिवार, बाल बच्चे और जनी यानी पत्नी कुएँ से पानी भरने को मजबूर हो जाती है। आदमी को मजबूरी…
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क्या आप जानते हैं कि बायाँ हाथ बंगाली, कभी न जाये ख़ाली। का अर्थ क्या है? भाग तेरह
सदाशिव का साथ– मेरा बचपन से ही मानना रहा की सब कुछ शिव ही है, शिव में सब है। इसके चलते पूरे भारत के लगभग 20 से 25 हजार शिवालयों के दर्शन सम्भव हो सके। बहुत कम लोगों को मालूम होगा कि-शिव के 12 ज्योतिलिंगों” के अलावा पंचमहाभूतों (पंचतत्वों) एवं नवग्रहों के अलग-अलग महाशिवालय,देवालय भी…
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क्या आप जानते हैं कि बायाँ हाथ बंगाली, कभी न जाये ख़ाली। का अर्थ क्या है? भाग बारह
जानिए लेफ्ट हेंडर्स की विशेषताएं। (1) लेफ्ट हेंडर्स का आईक्यू लेवल ज्यादा माना जाता है। (2) लेफ्ट हैंडर लोग, जिनके दिमाग का दाहिना भाग अधिक सक्रिय होता है, इस वजह से वे अधिक क्रिएटिव और डिबेट एक्सपर्ट होते हैं। 【3】न्यूयॉर्क की सेंट लॉरेंस यूनिवर्सिटी की एक स्टडी के मुताबिक राइट हैडर्स के मुकाबले लेफ्टी लोगों…
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क्या आप जानते हैं कि बायाँ हाथ बंगाली, कभी न जाये ख़ाली। का अर्थ क्या है? भाग ग्यारह
बायां हाथ बंगाली, कभी न जाये खाली.. अर्थात बाएं हाथ वाला व्यक्ति बंगाली हो, तो वह विचित्र तांत्रिक, जादूगर होता है। बायां हाथ वाला कभी खाली नहीं बैठता। इसीलिए सफल होता है। आज से करीब 100-50 साल पहले यह मान्यता थी कि बंगाल (कामाख्या असम) का जादू या तन्त्र इतना खतरनाक और चमत्कारी था कि..…
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क्या आप जानते हैं कि बायाँ हाथ बंगाली, कभी न जाये ख़ाली। का अर्थ क्या है? भाग दस
चिन्ता नहीं चिन्तन- सभी मानते हैं कि चिन्ता चिता जलाती है यह बात लेफ़्टिज अच्छी तरह जानते हैं। इसलिए बायें हाथ वाले सदा चिंतन, मंथन अध्ययन और लेखन में व्यस्त रहते हैं। आस्ट्रेलियन शोधकर्ताओं का कहना है कि…..बायें हाथ वाले चिंता कम, चिन्तन ज्यादा करते हैं। सोचने-समझने की क्षमता तेज़ होने के कारण लेफ्टी हर…