Tag: आयुर्वेदिक
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मधुमेह का आयुर्वेदिक उपाय क्या है। क्यों किसी को डाइबिटीज (मधुमेह) के कारण कई असंख्य रोगों की गम्भीरता बढ़ जाती है?
देह में वात-पित्त-कफ तीनों का संतुलन अक्सर विषम रहने से शरीर में कोई न कोई रोग लगे रहते हैं और 7 दिन में दूर भी हो जाते हैं। आप खुद भी थोड़ी सी सावधानी बरतें, तो सदैव स्वस्थ्य रह सकते हैं। अगर कोई नियमित मधुमेह की रसायनिक अंग्रेजो दवाएं सेवन कर रहा है, तो भविष्य…
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औषधि जूस घर में निकाल कर ही पियें….
गिलोय, जामुन, तुलसी, एलोवेरा इनके घर में बनाये या निकले हुए ताजी जूस-रस को ही पीना चाहिए। बाजार से खरीदे गए जूस अत्याधिक हानिकारक है। पैक जूस को सुरक्षित रखने के लिए इसमें बहुत अधिक मात्रा में रसायनिक तत्व मिलाए जाते हैं। ये प्रिजर्वेटिव आँतों एवं यकृत को अत्यंत नुकसान पहुंचाने वाले होते हैं। इन…
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थायराइड की बीमारी कैसे होती है? इससे बचने के लिए क्या देशी घरेलू एवं आयुर्वेदिक उपाय अपनाने चाहिए ?
आयोडीन की कमी के कारण उत्पन्न थायराइड एक वातरोग है। चरक सहिंता में इस तरह के 88 वातविकारों का वर्णन है। आज की खोज के मुताबिक इसे अंडरएक्टिव थायराइड भी कहा जाता है। यह तितली के आकार की बहुत छोटी ग्रन्थि होती है, जो गर्दन के पीछे स्थित है। थायराइड की समस्या से आदमियों की…
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गुड़ के 30 फायदे जानकर आप खाने को मजबूर हो जाएंगे। जाने क्यों…
गुड़ शरीर के 100 अवगुण दूर करता है। गुड़ में अनंत गुण होने के कारण आदर्श निघण्टु ग्रन्थ में इसकी महिमा अपार बताई है। गुड़ देह को दुर्गुण से बचाता है। गुड़ -एक गुणकारी औषधी Jaggery – an Amrutam medicine गुड़ एक असरदायक औषधि है। गुड़ गुणों की खान है। यह उदर के गुड़ रहस्यों-रोगो…
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उड़द की दाल, दलहन के साथ- दवा भी है….
उड़द की दाल गरिष्ठ स्वभाव की होती है। जल्दी पचती नहीं है, जिन्हें बहुत भूख लगती है या बार-बार खाने की आदत से परेशान हैं, तो उड़द की दाल एक बेहतरीन उपचार है। बरसात के समय जठराग्नि कमजोर होने से इसे न खाने की सलाह कुछ आयुर्वेदिक ग्रन्थों में दी गई है। इसे बनाने का…
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चेहरे को चमकाने वाला एक कीमती- आयुर्वेदिक कुमकुमदी तेल….
Past Forward अर्थात प्राचीन यानि पुरानी परंपरा को आगे बढ़ाओ। ओल्ड सदैव गोल्ड रहता है। अमृतम कुंकुमादि तेलम भी आयुर्वेद की 5000 साल प्राचीन पध्दति के अनुसार निर्मित है! इसमें नेचुरल सनस्क्रीन गुण होते हैं। आयुर्वेद का यह बहुमूल्य फेस ऑयल रोम-रोम की मरम्मत कर, चेहरे की त्वचा को चमका देता है। हैदराबाद, चेन्नई, बैंगलोर, मुम्बई के…
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कैसे रखे शरीर का ध्यान। जाने… देखभाल के तरीके……
सोशल मीडिया पर लिखे लेखो पर तुरन्त भरोसा न करें अन्यथा शरीर को हो सकता है ! भारी नुकसान!!! अमृतम पत्रिका अब विकिपीडिया पर पढ़ें… सोशल मीडिया पर बहुत सी जानकारी मनगढ़ंत लिखी जा रही हैं। इससे शरीर रोगमुक्त होने की जगह रोगों से घिरता जा रहा है। जब तक सन्दर्भ ग्रन्थ का उल्लेख न…
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लहसुन रोज कितना खाना हितकारी है।
लहसुन के अन्य नाम… लसुन, लशुन, रसुन, लसुण, बेल्लूल्ली, तेल्ल लिगड्डा, सिंधी में पोम, फारसी में सीर कहते हैं। लहसुन का सेवन मद्य, मांस, अम्ल रस युक्त पदार्थ भक्षण करने वालों के लिए अत्यंत रहता है। अत्याधिक व्यायाम करने वाले, धूप में ज्यादा चलने वाले, क्रोधी स्वभाव वालों को लहसुन का उपयोग भूलकर भी नहीं…
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एक धर्म अगर तंदरुस्ती का होता, तो सारा संसार से सुखी-स्वस्थ्य रह सकता है…
आज का धर्म सब कुछ पा लेने की लालसा है। समस्त झगड़े की जड़ धर्म है। प्राचीनकाल से मानव को मत, सिद्धान्त, विश्वास बेकहा गया है। ये सब झूठे हैं। आज दुनिया में ऐसा कोई धर्म नहीं है, जो व्यक्ति का खुद से साक्षात्कार करा सके। शान्ति दे सके। लगभग समस्त धर्म डराने के लिए…
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बवासीर या पाइल्स क्यों होता है?
क्यों होता है – अर्श, बबासीर या पाइल्स… १- पुराना कब्ज, २- मल का कड़ा होना, ३- आँतों की खुश्की, ४- आँतों का क्षतिग्रस्त होना ५- पेट की खराबी, ६- पित्त का प्रकोप आदि कारण है -बवासीर होने का। रोग देह में दो ही जगह आते हैं… पाइल्स की माल्ट के उपयोग से बवासीर जड़…