Tag: निर्मित
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शिव के डमरू से निकले 14 सूत्र अरबपति बना सकते हैं-शिव के डमरू से निकले 14 सूत्र अरबपति बना सकते हैं!
फाल्गुन मास की महाशिवरात्रि को रात 12 बजे मध्यरात्रि बेला में एक बार कैलाश पर्वत पर नटराज भगवान् ने नृत्य की समाप्ति पर लय-ताल के रूप में चौदह बार अपना डमरू बजाया, ताकि सनकादि सिद्ध, ऋषि मुनि एवं सृष्टि के सभी देवों व मनुष्यों आदि का उद्धार हो सके। नटराज राजो, ननाद ढक्वानवपञ्चवारम्। उद्धर्तुकामः सनकादिसिद्धानेतविर्मशं…
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कालीमिर्च की कलाकारी और लाभ!
कालीमिर्च तीखी होती है और गले व कन्ठ रोगों में उपयोगी है। कालीमिर्च का पावडर यदि रोज 10 मिलीग्राम अगर मधु पंचामृत शहद के साथ चाटें, तो जीवन भर दिल का दौरा नहीं पड़ता। अथ मरीचस्य नामानि गुणाश्चाह ! मरिचं वेल्लजं कृष्णमूषणं धर्मपत्तनम् ॥ ५९॥ मरिचं कटुकं तीक्ष्णं दीपनं कफवातजित् । उष्णं पित्तकरं रूक्षं श्वासशूलकुमीन्हरेत्…
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मृतसंजीवनी मन्त्र रोग निवारण के लिए करना है, इस पर मार्गदर्शन कीजिये कैसे करें?
दरअसल मृत संजीवनी मन्त्र बिना गुरु आज्ञा के करना व्यर्थ है। सबसे पहले गुरु बनाएं। रोग निवारण के लिए फिलहाल महामृत्युंजय मंत्र का सम्पुट जाप करें। सबसे पहले जिसे रोग हो उस मरीज की उम्र के अनुसार जैसे रोगों की उम्र 45 वर्ष है, तो 45 दीपक राहु की तेल के किसी शिवालय में या…
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बाल बढ़ाने के घरेलू इलाज क्या हैं?
बाल झड़ने से कैसे रोकें? और अपने घर में ही बनाएं आयुर्वेदिक देशी दवाएं। कुछ महिलाओं के बाल पहले बहुत लंबे और घने होते हैं, लेकिन जल्दी फायदे के चक्कर में अत्यधिक रसायनिक उत्पादों का उपयोग कर बालों की जड़ों को घायल कर जड़े कमजोर बना लेती हैं। यही हाल पुरुषों का भी है। इसका…
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तनाव से होते हैं ब्रेन पर साइड इफेक्ट्स…
तनाव बढ़ने से दिमाग की रक्तनाड़ियाँ होने लगती हैं-मृत और आता है- अवसाद…या मनोरोग…. मनोचिकित्सक मानते हैं कि- बार-बार असफल होने पर और सफलता के लिए पर्याप्त प्रयास न करने से उपजती है पराजय की मानसिकता। यही है तनाव/टेंशन तथा अवसाद/डिप्रेशन की वजह। वर्तमान हालात भी जिम्मेदार… कोरोना वायरस के दुष्प्रभाव ने भी मानसिक स्वास्थ्य को बुरी तरह से मस्तिष्क को खंडित एवं प्रभावित…
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लोकल को वोकल करें और स्वदेशी अपनाओ…
देश का खाओ-देश का अपनाओ विदेशियों को बाहर भगाओ- जाने..भारत में निर्मित वस्तुए… 30 स्वदेशी कम्पनियों के हजारों उत्पाद पूरी दुनिया में भारत अपने आप में एक बहुत बड़ा बाजार है। १३५ करोड़ जनता की नियमित आवश्यकता को पूरा करना भी एक चुनौती है। इसी के कारण विदेशी कम्पनियों, व्यापारियों की निगाह भारत के बाजारों पर…