Tag: पंचलवण

  • जाने – आयुर्वेद के बारे में पार्ट – 2

    क्या आपको “पंचलवण” के बारे में मालूम है, ये पांच तरह के नमक अजीर्ण, वायुगोला, शूल (पेट दर्द) और उदर रोगों को मिटाते हैं। पित्तनाशक रस – त्रिदोषों में से एक पित्तदोष, जो पेट व उदर विकार और ज्वर/फीवर/ बुखार, डेंगू आदि रोग उत्पन्न करता है। दुबलापन, कमजोरी, चिड़चिड़ापन, मधुमेह पाचनतंत्र (मेटाबोलिज्म) की खराबी अस्त-व्यस्त…