Tag: पर्सनल
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ज्यादा सोचने से होती हैं अनेक बीमारियां….
ज्यादा सोचना ओर कुछ कर नहीं पाना, तनाव का आरम्भ है। शास्त्रों में कहा है कि- ‘चिता चिंता एक समान’ हैं। बेकार की अधिक सोच हमारे मन-मस्तिष्क में दीमक लगाकर हमें मनोरोगी बना देती है। हमारे शरीर के अन्य रोग भी सोचने की वजह से ही होते हैं। अति सोच से दिमाग सुन्न होना, बातें भुल…