Tag: भोलेनाथ

  • हे भगवान सूर्य!… इस धरा पर आपका स्वागत है।

    हे भगवान सूर्य!… इस धरा पर आपका स्वागत है।

    शिवलिंग स्वरूप सूर्य हमारी तरह ही भीषण संघर्ष करते हुए, किरणों का नन्हा सा प्रकाश देकर जगत की सर्वात्माओं को ज्योतिर्मय करता है। सम्पूर्ण सृष्टि आदित्य देवता की ऋणी है। सूर्य को ही हर जीव का आत्मा बताया है। सदियों से सदाशिव भोलेनाथ से समस्त साधु संत, शिवयोगी सदियों से प्रार्थनारत हैं कि -भगवान शिव…

  • कान के किस्से, पढ़े पहली बार…

    कान के किस्से, पढ़े पहली बार…

    कान के कारण ही हर किसी में करुणा भाव आता है। कान पर चश्मे, ईयरफोन, नारी के झुमके का बोझ है। कान को हमेशा खूंटी ही समझा गया। बरेली के बाजार में झुमका कान से ही गिरा था, ऐसा किसी गाने में गाया है। लोग किसी भी बात को दिल लगाकर सुने, कान लगाकर नहीं!….…

  • क्या भोलेनाथ के पिता-बाबा का नाम पता है?

    क्या भोलेनाथ के पिता-बाबा का नाम पता है?

    भगवान शिव के बारे में कुछ किदवन्तियाँ है कि भोलेनाथ के विवाह के समय वेदाचार्य ब्राह्मण ने पूछा?…. आपके पिता कौन हैं? महादेव बोले! ….विष्णु जी। पुनः पण्डित जी ने पूछा? और बाबा का नाम क्या है, तो शिवजी ने बताया कि- …..ब्रह्माजी। फिर परबाबा के बारे में जानना चाहा, तो शंकर जी ने कहा कि वो…

  • तूने छीन लियो, कचौड़ी को दौना- कोरोना तेरो नाश जायेगो…

    तूने छीन लियो, कचौड़ी को दौना- कोरोना तेरो नाश जायेगो…

    कोरोना- एक युद्ध-स्वयं के विरुद्ध…. वायरस से सुरक्षा इन  40 तरीको से लड़ें अपनी लड़ाई! हम मजबूत संकल्प शक्ति के साथ बड़ी से बड़ी से बड़ी लड़ाई लड़ सकते हैं। वेद मन्त्र है- !!शिवः सङ्कल्प मस्तु!! अर्थात हमारा संकल्प ही हमें शिव स्वरूप यानि “सत्यम्-शिवम्-सुंदरम्“ बनाता है। शिवपुराण का यह वैदिक सूत्र हमें शक्तिशाली बनाकर चिन्ता, भय-भ्रम, अवसादग्रस्त होने से बचा…