Tag: मौन
-
मौन सबसे बड़ा तप है……
आयुर्वेद के चरक सहिंता के अनुसार बोलने का कार्य उदान वायु करती है। शरीर को बलवर्ण प्रदान करने का कार्य भी उदान वायु का ही होता है। ज्यादा बोलने के कारण इस वायु में क्षीणता आने से व्यक्ति के बल और वर्ण यानी रंग-रूप बिगड़ने लगता है। अधिक बोलने से उत्तरोत्तर शारीरिक एवं मानसिक दौर्बल्य…