!!अमृतम!!
फ्लूकी माल्ट
ज्वर के समय स्वर बिगड़ जाता है ।
गाँव के बुजुर्ग कहते हैं कि……
जब शरीर में बढ़ जाता है मल का एरिया, तो हो जाता है मलेरिया
नियमित पेट साफ नहीं होने से
मल यानि गन्दगी, रोगादि की वृद्धि होकर तन में संक्रमण होने लगता है।
फ्लूकी माल्ट संक्रमण और प्रदूषण की वजह से उत्पन्न बुखार, मलेरिया आदि को जड़ से मिटाकर रोगप्रतिरोधक क्षमता यानि इम्युनिटी पॉवर बढ़ाता है।
फ्लूकी माल्ट…..
90 प्रकार के ज्वर, पुराना मलेरिया, डेंगू फीवर, चिकिनगुनिया आदि सभी प्रकार के विषम ज्वर में बेहद लाभकारी है।
फ्लूकी माल्ट….यकृत यानी पीलिया के कारण आई कमजोरी, खून एवं भूख की कमी दूर कर बार-बार ज्वर-
मलेरिया का आना तथा अनेक अंदरूनी तकलीफों को मिटाने में सहायक है।
फ्लूकी माल्ट…
महासुदर्शन काढ़ा, अमृता चिरायता, नीम अर्क, तुलसी, मुस्ता, पिपली, शुण्ठी, पटोल पत्र, कुटकी, आँवला मुरब्बा, गुलकन्द, हरीतकी, सेव मुरब्बा
आदि अदभुत और असरकारक प्राकृतिक जड़ीबूटियों एवं ओषधियों से निर्मित है।
विशेष-फ्लूकी माल्ट को खाते रहने से ज्वर-मलेरिया से रक्षा होती है। इसे कभी भी सेवन कर सकते हैं।
सभी उम्र के महिला-पुरुषों तथा बच्चों के स्वास्थ्य की रखवाली करता है।
फ्लूकी माल्ट 100 फीसदी आयुर्वेदिक औषधि है।
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