एलोवेरा के 5 फ़ायदे जिन को जान कर आप चोक जाओ गे !
5000 वर्ष पुराने ग्रंथ औऱ आधुनिक पुस्तकों, शोध/ एलोवेरा की पहचान, उपयोग, गुण मात्रा और साइड बेनिफिट एवं नुकसान यानि साइड इफ़ेक्ट के बारे में पहली बार जानें आयुर्वेद ही नहीं पश्चिमी औषधि प्रणाली (एलोपैथी) और आयुर्वेद दवाओं की प्रत्येक पांरपरिक प्रणाली में घृतकुमारी ओषधि या जड़ी बूटी को विशेष स्थान दिया गया है। द्रव्यगुण विज्ञान के हिसाब से एलोवेरा अनेक अनुपान भेद से सेवन किया जाता है।
- च्यवनप्राश, आयुर्वेदिक फेस क्लीनअप, हर्बल फेसवॉश, कोल्ड क्रीम, अष्टगंध बॉडी लोशन और अनेक तरह के हर्बल उबटन और सभी श्रंगार सामग्री में अच्छे परिणामों के लिए घृतकुमारी एलोवेरा का मिश्रण करना आयुर्वेद में जरूरी है।
- ग्वारपाठा चेहरे की गन्दगी दूर कर सुंदरता, रौनक वृद्धिकारक एक प्राकृतिक ओषधि है। एलोवेरा के और भी अनेक फायदे हैं।
- खून को साफ करने वाला ग्वारपाठा/एलोवेरा रक्त दोषों में एक चमत्कारी उपचार है।
- आयुर्वेद के प्रामाणिक ग्रन्थ भावप्रकाश निघण्टु के अनुसार महिलाओं के मासिक चक्र को नियंत्रित करने के कारण संस्कृत में इसे ‘’कुमारी’ कहा जाता है।
- गुल्म, पीलिया, यकृत वृद्धि, लिवर डिसीज आदि उदर की तकलीफों को जड़ से मिटाती है।
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