10 मुनक्के एक अंजीर 200 ml दूध में 1200 ml पानी मिलाकर इन्हें आधा होने तक उबाले और मुनक्के, अंजीर खाते जाएं एवं एक एक घूँट दूध पीते जाएं।
2 घण्टे तक पानी न पिएं।
इसके बाद अमृतम Keyliv (Strong Syrup) स्ट्रांग सिरप 15 से 20 ml 300 ml पानी में डालकर पियें।
धीरे-धीरे उदर कब्ज रहित हो जाता है।
परहेज करें….
रात को फल, सलाद, जूस, अरहर की दाल, लस्सी न लेवें।
नमकीन, इसबगोल की भूसी व दही बिल्कुल न लेवें।
हल्दी, कच्ची अजवायन,
कच्चा लहसुन,
सौंठ, नीम का प्रयोग कतई न करें
अन्यथा पित्त की वृद्धि होगी।
दूसरा उपाय यह भी है….
10 मुनक्के
2 हरड़ छोटी
1 ग्राम अमलताश गूदा
जीरा, अजवाइन, सौंफ, धनिया सभी आधा-आधा ग्राम
रात को किसी मिट्टी के पात्र में 200 ML सादे जल में गलाकर छोड़े और सुबह इनका रस निकाल कर ….
फ्रेश होने के बाद इसे खाली पेट पिये!
इससे धीरे-धीरे कब्ज की समस्या के साथ पित्त की समस्या भी ठीक होने लगेगी।
यह आयुर्वेदिक दवाएं कम से कम 2 माह तक लेवें-
अमृतम गोल्ड माल्ट Amrutam Gold Malt
दूध के साथ नाश्ते से पहले और रात को खाने के पूर्व लेवें।
अमृतम टेबलेट की 1 से 2 गोली रात को सोते समय सादे जल से लेना बहुत जरूरी है।
खुद की बीमारी को स्वयं ही समझे। इसके लिए ये बुक ऑनलाइन मंगवाएं…
आयुर्वेद के नियमानुसार देह में त्रिदोष के प्रकोपित होने से अनेक त्वचा रोग पनपने लगते हैं। अतः त्रिदोष की चिकित्सा जरूरी है।
असन्तुलित वात-पित्त-कफ अर्थात त्रिदोषों की जांच स्वयं अपने से करने के लिए यह अंग्रेजी की किताब
आयुर्वेदा लाइफ स्टाइल
आपकी बहुत मदद करेगी। इसमें उपाय भी बताएं। अपनी लाइफ स्टाइल बदल कर सदैव स्वस्थ्य रह सकते हैं। केवल ऑनलाइन उपलब्ध है- सर्च करें-amrutam
अमृतम ग्लोबल की वेबसाइट पर सर्च करके आप आयुर्वेद के जाने-माने योग्य स्त्री-पुरुष रोग विशेषज्ञ आदि चिकित्सकों से ऑनलाइन सलाह ले सकते हैं।
【1】कफ की क्वाथ
【2】वात की क्वाथ
【3】पित्त की क्वाथ
【4】डिटॉक्स की क्वाथ
【5】बुद्धि की क्वाथ
उपरोक्त ये पांचों क्वाथ सर्वरोग नाशक हैं।
यह जड़मूल से रोगों का नाशकर रोगप्रतिरोधक क्षमता को तेजी से बढ़ाते हैं।
Leave a Reply