- अगर आप घर में तेल बना सकें, तो निम्नलिखित जड़ीबूटियों का संचय कर इसे अच्छी तरह साफ कर दरदरा कर लेवें।
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- तुरई के बीज,
- लोंकी के बीज,
- गुड़हल के फूल,
- मेथीदाना,
- भृंगराज
- नागरमोथा,
- विभितकी,
- मीठा नीम
- आँवला,
- रोहिष घांस
- बादाम,
- चिरौंजी
- अनंतमूल,
- मंजिष्ठा
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सभी 50–50 ग्राम लेकर, साफ और दरदरा करके 10 लीटर पानी में मिलाकर 36 घण्टे गलने देंवें।
इसके बाद मंदी आग में एक चौथाई रहने तक उबालें।
- इसके बाद इसमें 2 लीटर तिल का तेल, एक लीटर सरसों का तेल और एक लीटर मूंगफली का तेल मिलाकर
- कम आंच में 24 घण्टे उबलने देंवें। तेल जब पृरी तरह पक जाए, तो ठंडा करके छान कर उपयोग करें।
- इस हर्बल हेयर ऑयल को एक महीने लगाने से बालों झड़ना, टूटना, गिरना, दोमुंहे होना, रूसी या डेन्ड्रफ, खुजली, गंजपन आदि केशविकार मिट जाते हैं
- गीले बालों में तेल न लगाएं।
अगर आप उपरोक्त तरीके से तेल नहीं बना पा रहे हों तो अमृतम द्वारा निर्मित कुन्तल केयर हर्बल हेयर ऑयल ऑनलाइन मंगवा सकते हैं।
जवानी में मन और बुढ़ापे में तन विकारों से घिर जाता है।
अष्टाङ्ग ह्रदय ग्रन्थ के मुताबिक युवावस्था में स्वस्थ्य सिर में घने बाल, देह ही माल यानी सबसे बड़ा धन है
तथा अधेड़ावस्था में चुस्त खाल और चाल सबसे बड़ी सम्पदा है।
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