सुहागरात को तेल नहीं, खेल फायदेमंद होता है। अगर मालिश करना ही है, तो 2 दिन पहले जब तेल चढ़ता है उस दिन धूप में बैठकर मालिश कर गुनगुने जल से स्नान करें।
हालांकि मालिश के बहुत फायदे हैं। लेकिन शादी की रात न करके बाद में करते रहें।
मालिश को आयुर्वेद में अभ्यंग कहते हैं। इससे अंग-अंग, उमंग से भरकर मन तरंगमय हो जाता है।
अभ्यङ्ग करने वाले कभी किसी जंग से नहीं हारते।
जीवन में कोई रंग में भंग न हो, इसलिये अभ्यंग करते रहें।
महिलाएं यदि रोज अभ्यंग करें, तो उनका भी हर अंग, तंग होने लगता है।
सब जानते हैं कि पुरुषों को हर तंग चीज बहुत भाती है।
अगर सुरंग…तंग हो, तो वे अत्याधिक आनंद का अनुभव करते है।
अतः देह को पतंग की तरह उड़ना देखना चाहते हैं, तो अभ्यङ्ग अवश्य करें।
मालिश के लिए आयुर्वेदिक औषधि तेलों से निर्मित kayakey oil एक श्रेष्ठ मासाज़ तेल है।
महिलाओं की मालिश हेतु नारिसौन्दर्य तेल अत्यन्त हितकारी है!
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