यात्रा-सिद्ध पुरुषों के दर्शन की। विचित्र अघोरी, अवधूत, तांत्रिकों के दर्शन!

भारत चमत्कारी भूमि है। इसकी मिट्टी में देवी देवताओं की रज है और देश के लोगों की रग रग में महादेव पर अटूट भरोसा है।

भारत भ्रमण के दौरान मुझे अनेक स्थानों पर जाने का सौभाग्य मिला तथा अनेक सिद्ध संतों के दर्शन हुए।
अमृतम संस्मरण यात्रा डायरी से साभार इस लेख में केवल उन्हीं तांत्रिकों का जिक्र किया जा रहा है, जिनसे मैं बहुत प्रभावित हुआ।
आज ये कल्याणकारी लोग दुनिया में हैं या नहीं कह नहीं सकते। मगर इनका स्मरण स्देव मेरे मस्तिष्क में बना रहता है। इन एसबी महान आत्मा के श्री चरणों में कोटि कोटि नमन करते हैं।
काली के उपासक तांत्रिक प्रेम बाबा…
सन 1997 में जनवरी माह के करीब बनारस मुगलसराय होते हुए बिहार प्रवास के दौरान
पटना की कबूतरी गली बहुत भटकने के बाद मिली।
यहां सिद्ध तांत्रिक प्रेम बाबा के चमत्कार और चेहरा देखकर दंग रह गया।
बाबा ने मुझे आशीर्वाद देकर बस, इतना ही कहा! की तू क्यों भटकता फिर रहा है। किसी दिन तू भटके हुए लोगों का कल्याण करेगा। तुझ पर शिवजी की कृपा होगी। तेरे हाथ से निर्मित ओषधियां लोगों के रोग, शोक दुख का निवारण करेंगी।
थोड़ा धैर्य रख तेरा आरंभ बहुत खराब है लेकिन अंत अच्छा होगा। मां काली का स्मरण किया कर।
बाबा की कही सब बातें पूर्णतः फलित हुईं।
 बाबा के पास एक हवन कुंड प्रज्जलित था, जिसकी
 अग्रि कभी बुझती नहीं।
 दिवा-रात्रि उससे लपटें उठती रहती हैं।
सुगंधित हविष् के धूम्र से परिवेश सदा यह स्थान  सुवासित रहता है।
 इसका कारण यह है कि बाबा, किसी न किसी भक्त की मनोकामना पूर्ति अथवा कष्ट-निवारण के लिए बाबा हर घंटे, दो घंटे बाद हवन कुंड में मंत्रोच्चारपूर्वक भक्त से आहुतियां डलवाते रहते हैं ।
बाबा का आश्रम् प्राचीनकाल के ऋषि-मुनियों की तपोभूमि का स्मरण कराता है। प्रायः एक बीघा में विस्तृत आश्रम में प्रवेश करते ही ऊंचे-ऊंचे वृक्षों से लेकर पैरों से उलझते लता-गुल्मों मन को मोह लेते थे।
बाबा मां काला के उपासक हैं और ये आहुतियां उन्हीं के नाम पड़ती हैं। अक्सर नवार्ण मंत्र का ही प्रयोग होता है
!!ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे -स्वाहा!!
बाबा के उपचार अथवा उपकार की प्रमुख विधि हवन थी – विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियों, सुगंधित द्रव्य और पायस (खीर) की विधि – पूर्वक संपन्न आहुतियां। हवन (मां के नाम का हवन) सर्वसिद्धिदायक हैं।
बाबा का उपचार या आशीर्वाद हवनाधारित है।
भयानक से -भयानक ‘ब्रह्म पिशाच’ और प्रेत तक चुटकीभर भस्म की मार से त्राहि-त्राहि कर, वर्षों से पकड़े व्यक्ति को छोड़कर भाग खड़े होते हैं और पूर्ण विक्षिप्त-सा आया व्यक्ति वहां से सर्वथा सामान्य होकर लौटता है।
वेदों में हवन की महिमा का उल्लेख है। अतः बाबा के अनुष्ठान को ‘वैदिक तांत्रिक अनुष्ठान’ कहा जाए तो अधिक उपयुक्त होगा । हवन के प्रभाव का आलम तो यह है कि हवन कुंड की, एक पुड़िया भस्म से ही कितनों की आधि-व्याधि दूर हो जाती हैं ।
मप्र बिजलगांव के अदभुत मदन बाबा
मध्य प्रदेश के जिला खरगोन से 7 किलोमीटर दूर बिजलगांव में एक मां दुर्गा का प्राचीन मंदिर था।
खरगोन प्रवास के दौरान मुझे मेरे एक मित्र मुझे वहां ले गए।
रविवार एवं मंगलवार को प्रातः सात बजे से विपदाओं से पीड़ित पुरुष, महिलाओं, बच्चों की लंबी कतार लग जाती है। सभी अपनी व्याधियों, परेशानियों से मुक्ति प्राप्त करने की लालसा लेकर आते हैं। मंदिर में आये गरीब-अमीर सभी के दुःखों का समान भाव से निस्वार्थ उपचार कर रहे थे…श्री मदन बाबा ।
विपरीत काल में उद्देश्य हीन,मैं निराशा की भंवर में डूबा, मानसिक पीड़ा के उन क्षणों में सन 1993 में मेरी मुलाकात श्री मदन बाबा से हुई।
बाबा मुझे देखते ही बोले यह लड़का तो आगे जाकर दुनिया में चमत्कार करेगा। इस पर कभी महादेव की विशेष अनुकम्पा होने लगेगी।
ये बालक आयुर्वेद, ज्योतिष, तंत्र, मंत्र आदि विषयों का जानकार होगा। इस समय बहुत भटका हुआ महसूस कर रहा है।
बाबा मुझसे बोले, तू बिलकुल भी मत घबरा। तेरा बहुत अच्छा समय आने वाला है। किसी पुराने शिव मंदिर का जीर्णोद्वार करने के बाद ही तेरा भाग्य चमकेगा। मैं अपनी दिव्य दृष्टि से देख रहा हूं कि तू भी कोई सिद्ध पुरुष है।
मैनें कहा, बाबा! अभी तो रोटी और रोजगार के लाले हैं। बच्चों को पालना मुश्किल हो रहा है।
श्री बाबा ने मेरी बात सुनकर थोड़ी देर तक चुप रहे।
लेकिन बाबा अपनी बात पर अड़े रहे और बोले की अभी तुझे मेरे पर भरोसा नहीं है, पर एक दिन मेरी सभी बाते याद आएंगी।
आज तू 300 रुपए की नौकरी कर रहा है किसी दिन एक वक्त आएगा की इतने से ज्यादा तेरे कर्मचारी होंगे। तू आयुर्वेद की बहुत बड़ी कंपनी का निर्माण करेगा। तू संसार में अमृत बरसाएगा।
मदन बाबा, पारिवारिक विवाद का यदि निबटारा बाबा मंत्र शक्ति से कराते हैं। किसी की खोयी वस्तु, पशु, पुत्र, मान-मर्यादा को भी मंत्र शक्ति से ही वापस दिलाते हैं। किसी का अहित न हो, यह उनकी साधना का मूल मंत्र है।
बाबा सभी की समस्याओं का निदान निस्वार्थ भाव से कर, बसंत पंचमी पर प्रतिवर्ष बाबा सामूहिक विवाह भी निःशुल्क कराते हैं। श्री मदन बाबा मंत्र यंत्र के साथ आयुर्वेद की औषधियों का भी चमत्कारिक उपयोग करते हैं। वे कहते हैं, ‘मानव सेवा ही सबसे बड़ी पूजा है।
परमपूज्य श्री मदन बाबा की वाणी सिद्ध हुई। उन्हें धन्यवाद ज्ञापित करने के लिए यह जानकारी प्रस्तुत है।
बेगुसराय बिहार के महान मंत्र साधक तांत्रिक चिदात्मन स्वामीजी…
 
आज साधुओं की फौज तो दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। लेकिन अपने सामाजिक दायित्वों के प्रति वे उदासीन बनते जा रहे हैं। उन्हें अपने अलावा किसी की भी चिंता नहीं,  किंतु आज भी कुछ साधुओं का वर्तमान उनके अतीत की तरह गरिमामय है। ऐसे साधुओं में से एक लगे—स्वामी चिदात्मनजी महाराज
 
जब संत महात्मा देश के मस्तिष्क थे।
उन्हें पवित्र और श्रेष्ठ पुरुष समझा जाता था।
साधु-संन्यासी अपने नैतिक व सामाजिक दायित्वों के प्रति कितने सजग रहे हैं। इसका अनुमान कुछ इस तरह लगाया जा सकता है कि हमारे स्वातंत्र्य समर की शुरूआत साधुओं ने ही की थी।
साधु गण जनसाधारण के द्वारा पूजे जाते थे। यहां तक कि राजा-महाराजा भी उनकी सलाह के अनुसार शासन किया करते थे
बिहार के बेगूसराय के गंगा नदी के किनारे श्मशान घाट पर सर्वमंगला अध्यात्म योग विद्यापीठ स्थित है।
इस विद्यापीठ के प्रांगण में पूर्व की दिशा में महाकाली का विशाल मंदिर है।
 महाकाली मंदिर में काली की मूर्ति के ठीक नीचे गर्भ गृह है जिसमें स्वामीजी के अतिरिक्त किसी का भी प्रवेश वर्जित है। वहां स्वामीजी बैठकर साधना करते हैं।
श्री चिदात्मनजी महाराज ने बताया कि वे  22 वर्षों तक यहाँ साधना कर समस्त सिद्धियां प्राप्त की है। कहा जाता है कि यहाँ साधना करते हुए समस्त पत्रों को देवी के सम्मुख रखते हैं तथा सबके कार्य पूर्ण होते हैं।
उनका पता… सर्वमंगला अध्यात्म योग विद्यापीठ, सिद्धाश्रम, मां काली धाम,
सिमरिया घाट, बेगूसराय (बिहार)
सन 1991 करीब मैनें इनके दर्शन किए थे। महाराज जी प्रेत बाधा से मुक्ति हेतु मेरा झाड़ा लगाया था जिससे मुझे अत्यंत राहत मिली थी। ये अच्छे भविष्य वक्ता थे।

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Comments

One response to “यात्रा-सिद्ध पुरुषों के दर्शन की। विचित्र अघोरी, अवधूत, तांत्रिकों के दर्शन!”

  1. वीरेन्द्र avatar
    वीरेन्द्र

    क्या मुझे चिदात्मन महाराज एवं मदन बाबा का मोबाइल नंबर मिल सकता है? प्रेम बाबा ने तो शायद कुछ दिन पूर्व ही शरीर त्याग दिया है।

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