प्राचीनकाल में बालों का शेम्पू कैसे बनता था। आयुर्वेदिक फार्मूला बताएं

  • अकबर आयुर्वेद नामक किताब में वर्णन है कि- शेम्पो शब्द ब्रिटेन में एक बंगाली उद्यमी शेख दीन महमूद द्वारा 1814 में खोजा गया था।
  • जिसका अर्थ था किसी हर्बल औषधियों के काढ़े से सिर की चम्पी करना। शेख ने अपनी आयरिश पत्नी के साथ, एक शैम्पू स्नान ‘महमूद का भारतीय वाष्प स्नान’ के नाम से ब्राइटन इंग्लैंड में खोला था।
  • आयुर्वेदिक के प्राचीन ग्रन्थों में कहीं भी शेम्पो शब्द का उल्लेख नहीं है।
  • पुराने समय में त्रिफला, भृङ्गराज, शिकाकाई, मुल्तानी मिट्टी, काली मिट्टी, गुलाब का रस, कड़वी तुलसी का रस, पान का रस, दोना बरुआ अर्क, रीठा, बालछड़, रोहिष घांस, नीम त्वक, गुड़हलपुष्प, ब्राह्मी, मालकांगनी, नीलगिरी, नीबूत्वक अर्क, नारियल जटा, बादाम आदि 20 औषधियों का काढ़ा बनाकर बाल धोते थे।
  • लगता है यही प्राचीन समय का हेयर कंडीशनर और शेम्पू था।
  • सन 1919 में प्रकाशित एक जीर्ण-शीर्ण पुस्तक अदभुत आयुर्वेद में बाल धोने के कुछ घरेलू आयुर्वेदिक उपाय जरूर लिखें हैं।
  • अमृतम द्वारा निर्मित भृङ्गराज हेयर थेरेपी शेम्पू का निर्माण उपरोक्त 17 से अधिक जड़ीबूटियों के काढ़े से आयुर्वेद की 5000 वर्ष पुरानी विधि से किया है।

बालों को अनेक विकारों से बचाने के लिए कुन्तल केयर हर्बल हेयर SPA भी तैयार किया है, जो 14 तरह के केशरोगों को जड़ से मिटाता है।

  • अमृतम हर रोज-नई खोज पर विश्वास करता है और हमारी टीम अतीत के आयुर्वेद को भविष्य की चिकित्सा बनाने हेतु प्रयासरत है। ताकि आप सदैव स्वस्थ्य रहें।
  • आयुर्वेद के नियमानुसार देह में त्रिदोष के प्रकोपित होने से अनेक संक्रमण, उदर रोग, त्वचा रोग एवं मधुमेह, यकृत रोग पनपने लगते हैं। अतः स्वस्थ्य रहने हेतु सर्वप्रथम त्रिदोष की चिकित्सा जरूरी है।
  • यह जानने के लिए आयुर्वेद के योग्य, विद्वान और वरिष्ठ वेदों-चिकित्सकों द्वारा लिखी एक बेहतरीन पुस्तक ayurveda Life स्टायल मिल जाये, तो जरूर पढ़ें।
  • असन्तुलित वात-पित्त-कफ अर्थात त्रिदोषों की जांच स्वयं अपने से करने के लिए यह अंग्रेजी की किताब आयुर्वेदा लाइफ स्टाइल
  • यह आपकी बहुत मदद करेगी। इसमें उपाय भी बताएं हैं। अपनी लाइफ स्टाइल बुक का अध्ययन तथा अमल कर सदैव स्वस्थ्य रह सकते हैं।
  • अपनी तासीर के मुताबिक आयुर्वेद के प्रसिद्ध निम्नलिखित शास्त्रोक्त क्वाथ आपको स्वस्थ्य और सुखी बनाने में मदद करेंगे।
  • 【1】कफ की क्वाथ 【कफविनाश】
  • 【2】वात की क्वाथ 【वातरोग नाशक】
  • 【3】पित्त की क्वाथ 【पित्तदोष सन्तुलित करे】
  • 【4】डिटॉक्स की क्वाथ 【शरीर के सभी दुष्प्रभाव, साइड इफ़ेक्ट मिटाता है】यह क्वाथ सभी तरह की डाइबिटीज पीड़ितों के लिए बहुत मुफीद है।
  • 【5】बुद्धि की क्वाथ 【मानसिक शांति हेतु】
  • उपरोक्त ये पांचों क्वाथ तासीर अनुसार सर्वरोग नाशक और देह को तन्दरुस्त बनाने में सहायक हैं।
  • यह जड़मूल से रोगों का नाशकर रोगप्रतिरोधक क्षमता यानि इम्युनिटी को तेजी से बढ़ाते हैं।

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