- च्यवनप्राश के सेवन से शरीर का सम्पूर्ण कफ माल मूत्र के माध्यम से बाहर निकल जाता है।
- अष्टवर्ग च्यवनप्राश में आठ तरह की औषधियां सम्मिलित होती हैं, जो फेफड़ों से कफ गलाकर पूरा संक्रमण साफ करने में कारगर होती हैं।
- अष्टवर्ग युक्त च्यवनप्राश बढ़ावा रोकता है।
!!एकत्र मिलितैर्प्रमुख अष्टभिर्द्रव्यैः अष्टवर्गोच्यते!!
अर्थात “आठ प्रमुख द्रव्यों जैसे जीवक, ऋषभक, मेदा, महामेदा, काकोली, क्षीरकाकोली, ऋद्धि और वृद्धि इन सभी आठ द्रव्यों को चरक संहिता में अष्टवर्ग कहते हैं।”
- च्यवनप्राश केवल कांच की शीशी में ही खरीदें। प्लास्टिक पेकिंग का च्यवनप्राश स्किन प्रॉब्लम देता है।
आयुर्वेद के प्राचीन ग्रन्थ में अष्टवर्ग के लिए एक श्लोक लिखा है।
- Amrutam Chawanprash कांच की शीशी में अमेजन पर उपलब्ध है।
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