लगातार मानसिक तनाव, चिंता के कारण उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा जैसे विकार पनपने लगते हैं और फिर हृदय रोग, उच्च कोलेस्ट्रॉल, और धूम्रपान जैसी शारीरिक समस्याएं इरेक्टाइल डिसफंक्शन का कारण बन सकती हैं। दूसरी ओर, अवसाद, चिंताएं, तनाव, रिश्ते की समस्याएं और अन्य मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं भी यौन भावनाओं में हस्तक्षेप कर सकती हैं स्थाई रूप से मर्द बनने और मर्दाना ताकत के लिए आयुर्वेद ही अपनाएं। 13 बातें जानकार आपकी नपुंसकता (Erectile Dysfunction) दूर होकर खाट खड़ी नहीं होगी और 60 की उम्र में भी हर बाजी करेंगे आप।
- ध्यान रहे नामर्दी की समस्या, कमजोरी, नपुंसकता की मुख्य वजह वीर्य का पतले से आरंभ होती है और तुरंत शीघ्रपतन होने लगता है।
- ज्यादा अंग्रेजी मेडिसिन लेने से यह समस्या और विकराल रूप धारण कर लेती है।
- जल्दी फायदा पहुंचाने वाली रसायनिक दवाएं गर्म होने से पित्त को दूषित कर पाचन तंत्र बिगाड़ देती हैं।
- यदि स्थाई रूप से मर्दाना ताकत पाने की कामना हो, तो केवल आयुर्वेदिक ओषधियां 4 से 8 महीने तक लगातार लेवें।
- इसमें मिले अश्वगंध, शतावर, सफेद मूसली, कोंच बीज, शुद्ध शिलाजीत, गुगल, बंग भस्म, स्वर्ण माक्षिक भस्म, स्वर्ण भस्म, रजत भस्म, स्वर्णपत्री आदि शरीर को अंदरूनी ताकत देकर नयापन देती हैं और नवीन रस, रक्त, मज्ज़ा, अस्थि, धातु का निर्माण कर शुक्राणुओं की संख्या बढ़ती है। इससे वीर्य भी गाढ़ा होता है।
- आयुर्वेद की 100 फीसदी ओषधि B FERAL Gold Malt 2 से तीन माह तक लेकर देखें। इसमें उपरोक्त जड़ी बूटी, रस भ्रमों के अलावा आमला मुरब्बा, सेव मुरब्बा, हरड़ मुरब्बा, गुलकंद का समावेश होने से ये पेट की सभी बीमारियों को ठीक करते हुए तब, मन का कायाकल्प कर देती है।
- मर्दाना ताकत बाहरी उपायों से नहीं आती। अंदरूनी शक्ति दायक दवाएं ही कारगर है।
- माल्ट के साथ बी फेराल गोल्ड कैप्सूल के साथ लेने से आपको 15 दिन में असर दिखने लगेगा। लेकिन स्थाई रूप से लंबे समय तक मर्दाना ताकत के लिए ये दोनों 100 फीसदी आयुर्वेदिक दवाएं कम से कम 3 माह तक लेना जरूरी है। आपको 5 साल तक के लिए पुरुषार्थ शक्ति की कमी नहीं होगी।
- बी फेराल में मिश्रित घटक शरीर की गंदगी को पूरी साफ कर देती है। मर्दाना तक पाने के लिए देह का डिटॉक्स होना जरूरी है। इसके कोई साइड इफेक भी नहीं है। साइड बेनिफिट अथाह हैं।
- भारत में लगभग 37 फीसदी पुरुष शीघ्रपतन, नपुंसकता के शिकार हैं और भविष्य में 74% पुरुष 45 से से 50 की उम्र में खल्लास हो जायेंगे।
- जब उनमें से अधिकांश नपुंसकता से पीड़ित होंगे। लेकिन कुछ लोग 60 साल या उससे अधिक उम्र में ही नपुंसक होने साथ साथ मृत्यु पथ पकड़ लेंगे।
- कामशास्त्र के अनुसार पोरुष दुर्बलता 60 से 70 की आयु के आसपास अपने शरीर में शारीरिक परिवर्तन शुरू होते हैं।
- सऊदी अरब के शेख 70 साल की उम्र में शादी करते देखे जाते हैं। गुगल से लिया गया चित्र
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