- गलत खानपान के कारण औरतों का मासिक धर्म अनियमित होकर जवानी में बद हो जाता है। स्त्री जातक के अनुसार लंबे अंतराल तक रतिक्रिया न करने से भी माहवारी रुक जाती है। माहवारी बैंड होने की एक वजह तनाव, अधिक व्यायाम, ज्यादा वजन घटाने या बाजारू आहार भी हो सकता है।
वजन या मोटापा का बढ़ना
- वजन में अत्यधिक वृद्धि या मोटापा भी माहवारी में अनियमितता या रुक जाने का एक प्रमुख कारण हो सकता है। इसके अलावा कई बार तो यह समस्या थायरॉइड के कारण भी उत्पन्न होती है।
माहवारी रुकने मोनोपॉज के पूर्व के लक्षण
- पेशाब का रंग लाल या पीला होना।
- बार पेट खराब या दस्त लगना।
- नाखून पीले होना।
- युवावस्था के दौरान बालो में सफेद होना।
- आंखों में जलन व नेत्र लाल या पीेले होना।
- देह पीली होना।
- नाक से रक्त बहना।
- गर्म पेशाब आना। जलन होना।
- भूख बहुत कम या ज्यादा लगना।
- ठण्डी चीजें अच्छी लगना।
- अधिक पसीना आना।
- शरीर में फोड़े होना।
- तनाव, डिप्रेशन, बेचैनी होना आदि।
- पीरियड बंद होने से पहले मासिक धर्म में ब्लड का फ्लो कभी ज्यादा कभी कम हो सकता है।
- माहवारी बंद होने के बाद महिला का गेभवती बनना बेहद मुशिकल होता है।
- पीरियड्स आने की सही उम्र 12 साल होती है। हालांकि कई बार लड़कियों को 8 साल की उम्र या 15 साल की उम्र में भी मासिक धर्म शुरू हो जाते हैं। वहीं मासिक धर्म बंद होने की उम्र 45 से 50 साल होती है।
जाने इलाज
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