शीघ्र ही सिद्धि पाने के लिए किस वैदिक मंत्र का जाप करना चाहिए। Amrutam

  • सांसारिक लोगों को इस समय ऊर्जा, एनर्जी, आंतरिक शक्ति और सम होने की बहुत जरूरत है।
  • परम शिव भक्त चिरंजीवी महर्षि मार्केंडेय लाखों साल पहले ही ये बात जान गए थे। इसीलिए तन, मन, अंतर्मन की शुद्धि के लिए महामृत्युंजय मंत्र, दुर्गा सप्तशती की रचना कर गए।
  • साथ ही एकाक्षर ।।ॐ शभुतेजसे नमः शिवाय।। मंत्र जपने का निर्देश भी दिया। यह मंत्र किलित नहीं है और न इसका कोई शाप उद्धार या विनियोग नहीं करना पड़ता।
  • इसे कभी भी, कहीं, भी, किसी भी शुद्ध, अशुद्ध अवस्था में जप सकते हैं। कोई भी बंधन नहीं है। मात्र 11 माह में 11 लाख बार जपकर इसे सिद्ध किया जा सकता है।

महामृत्युंजय मंत्र में कितनी शक्ति है ? के लिए Ashok Gupta का जवाब महामृत्युंजय मंत्र में कितनी शक्ति है ? के लिए Ashok Gupta का जवाब

  • क्या भगवान का कर्ज चुकाए बिना सफलता सम्भव नहीं है। अंत में इतना अवश्य ख्याल रखें कि अग्नि, जल, वायु, पृथ्वी और आकाश
  • ये पांचों तत्व के हम के जन्मों से कर्जदार हैं। ये सब मुफ्त में शिव कृपा से मिलते हैं। इस ऋण को चुकाने के लिए शम्भू की भक्ति, ध्यान, जाप जरूरी है। शेष आपकी मर्जी। !हर हर हर महादेव!!
  • सधें शब्दों में कहें, तो जिन्दगी की गंदगी हटाने, मिटाने के लिए शिव की बंदगी जरूरी है।
  • अमृतम पत्रिका, गवालियर द्वारा प्रकाशित कालसर्प विशेषण से साभार। यह लेख आपको शक्ति प्रदान करेगा।

भगवान शिव के अनजाने रहस्य क्या हैं? के लिए Ashok Gupta का जवाब भगवान शिव के अनजाने रहस्य क्या हैं? के लिए Ashok Gupta का जवाब

।।ॐ शम्भूतेजसे नमः शिवाय।।

  • के निरन्तर जाप से अंदरूनी शक्ति का संचार होगा। आत्मविश्वास बढ़ेगा। हीनभावना मिटेगी। डिप्रेशन दूर होगा। चेहरे पर तेज आएगा। पंचतत्वों की शुद्धि होगी, जिससे हमारा तन मन ओर अंतर्मन चलायमान है।
  • एक बात याद रखें बिना शिव के जिंदगी में बदलाव ओर भाग्योदय नहीं होगा। देह की गंदगी साफ नहीं होगी। मुक्ति नहीं मिलेगी। फिलहाल स्वार्थ वश जो पकड़ रखें हैं वे भी शिव की शरण में रहते हैं।

शिव को साधे, तो सब सधें, सब साधें, सब जाएं।

  • यही सच्चाई है। बुजुर्गों ओर सप्तऋषियों का निर्देश है। शिव ही मानव मस्तिष्क का मालिक है।
  • स्वास्थ्य के मालिक भी स्वयं शिव कल्यानेश्वर ही हैं। महामृत्युंजय मंत्र का जाप शिव को प्रसन्नता के लिए ही किया जाता है। धन के दाता भी दातेश्वर महादेव ही है।
  • जिंदगी एक मिनिट में नहीं बदलती। लेकिन एक मिनिट में लिया गया फैसला जिंदगी बदल देता है।
  • अगर भोलेनाथ साथ हैं, तो जिंदगी खुशहाल अन्यथा फटेहाल बन जाती है।
  • दुनिया के सभी मालामाल मनुष्य महादेव ओर महाकाल के ही भक्त हैं। यही कल, काल यानी मृत्यु ओर काल अर्थात अच्छे बुरे समय के कलाकार हैं।
  • शिव को कालेश्वर इसीलिए ही बोलते हैं क्योंकि काल की कल कल बहती धारा इन्हीं से गुजरती है।
  • हानि लाभ जीवन मरण, सुख, दुख में परिवर्तन शिव ही कर सकते हैं। आदि शंकराचार्य ने कहा है-

शिव ही विधाता, शिव ही विधान, शिव ही ज्ञानी, शिव ही ज्ञान।

  • 18 पुराण, 239 उपनिषद, चार वेद, 16 भाष्य, सभी सहिंताएँ शिव की स्तुति से भरी पड़ी हैं।
  • ॐ शभुतेजसे नमः शिवाय का सम्पूर्ण रहस्य जानने के लिए नीचे लिंक क्लिक कर पढ़ें।

What is, ओम शंभूतेजसे नमः शिवाय में शंभू का क्या अर्थ होता है? के लिए Ashok Gupta का जवाब What is, ओम शंभूतेजसे नमः शिवाय में शंभू का क्या अर्थ होता है? के लिए Ashok Gupta का जवाब

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