- आप बाजार में बिकने वाले शहद के चक्कर में न पड़ें। सारा का सारा नकली बिक रहा है।शुद्ध शहद मिलना मुश्किल ही है।
शहद का इतिहास…
- अखण्ड भारत के प्राचीनतम ग्रन्थ ऋग्वेद में सृष्टि रचनाकाल यानि करोड़ों वर्ष पूर्व मधु के बारे में एक ऋचा अर्थात संस्कृत के श्लोक उल्लेखित है।
मधुमत्पार्थीवर्म राजा: मधु घोस्तु न: पिता:!
मधुमान्नो वनस्पतिर्मधुमस्तु सूर्य:
माध्वीर्गावो भवन्तु न:!!
- वेदों में मधु की यह प्रार्थना अत्यन्त ही ह्रदय स्पर्शी है कि सम्पूर्ण पृथ्वी शहद के गुणों शहद या मधु हमेशा से रसोई में इस्तेमाल होने वाला एक स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ रहा है, साथ ही सदियों से एक महत्वपूर्ण औषधि के रूप में भी उसका इस्तेमाल होता है।
जानें शहद के फायदे।
- शहद में कई औषधीय गुण हैं। शहद के स्वास्थ्य लाभ और उपयोग – शहद उच्च रक्तचाप, दिल के रोग और खून की कमी ठीक करती है, और चीनी की जगह ले सकती है।
- शहद को भारत में ही नहीं दूसरी सभ्यताओं में भी बहुते पुराने समय से इस्तेमाल किया जा रहा है।
- आज तो मेडिकल साइंस भी इसके गूणों पर शोध कर रही है और इसके गुणों को स्वीकर करने लगी है। तो क्या-क्या गुण हैं इसमें?
- शहद खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है। आंखों में मोतियाबिंद की बीमारी हो गई हो तो शहद का इस्तेमाल करें। शहद हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है।
- छरहरे रहकर तन्दरुस्त रहना जानते हो, तो खाएं मधु पंचामृत। ये वजन भी घटाता है।
- रिसर्च में कुछ लोगों को एंटी वायरल क्रीम और कुछ लोगों को शहद का प्रयोग करने को कहा गया। नौ दिन तक चले इस रिसर्च में पाया गया कि होठ पर क्रीम की तरह शहद का इस्तेमाल करने वालों को एंटी वायरल क्रीम के मुकाबले काफी ज्यादा फायदा हुआ।
- शहद को गुनगुने पानी में मिलाकर पिया जाए तो उसका खून में लाल रक्त कोशिकाओं (आरबीसी) की संख्या पर लाभदायक असर पड़ता है।
- लाल रक्त कोशिकाएं मुख्य रूप से शरीर के विभिन्न अंगों तक खून में ऑक्सीजन पहुंचाती हैं। शहद और गुनगुने पानी का मिश्रण खून में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाता है।
- त्वचा संबंधी विकार दूर करें- शहद आपके चेहरे की खूबसूरती में भी चार चांद लगाता है।
- शहद में मौजूद एंटीबैक्टीरियल और नमी प्रदान करने वाले गुण दाग-धब्बों को दूर कर त्वचा में नई जान भर देते हैं। चेहरे की खुश्की दूर करने के लिए शहद, मलाई और बेसन का उबटन लगाना चाहिए।
- जख्मों तथा जलने के दागों पर प्राकृतिक बैंडेज के रूप में लगाया जाता था।
- इसके भी कुछ प्रारंभिक प्रमाण हैं कि शहद, मधु Honey कीमोथैरेपी के मरीजों में श्वेत रक्त कोशिकाओं (डब्ल्यूबीसी) की संख्या को कम होने से रोक सकता है।
- एक छोटे प्रयोग में कीमोथैरेपी के दौरान कम डब्ल्यूबीसी संख्या के जोखिम वाले 40 फीसदी मरीजों में उपचार के तौर पर दो चम्मच शहद पीने के बाद वह समस्या फिर से नहीं उभरी।
- ध्यान रखें- चिकित्सा चंद्रोदय के अनुसार लहसुन के साथ भूलकर भी न लेवें दूध, दही और शहद या मधु अन्यथा लिवर खराब हो सकता है। पेट की विकराल समस्या हो सकती है।
Madhu Panchamrit से करें मङ्गल दोष की शांति का उपाय–
मधु पंचामृत से स्नान का मंत्र:
पयोदधिघृतं चैव मधु च शर्करायुतं।
पंचामृतं मयानीतं स्नानार्थं प्रतिगृह्यताम!
निम्नलिखित गरीबी नाशक अध्यात्मिक चिकित्सा
- हर महीने की मास शिवरात्रि अर्थात अमावस्या के एक दिन पहले कृष्ण चतुर्दशी को अमृतम मधु पंचामृत से रात्रि में शिंवलिंग पर ।।ॐ शम्भू तेजसे नमः शिवाय।। मंत्र बोलते हुए अर्पित करें।
- 5 या 27 दीपक Raahukey oil राहुकी तेल के पान के पत्ते पर रखकर जलावें। हो सके, तो मंदिर में बैठकर 2 या 11 माला ।।ॐ शम्भू तेजसे नमः शिवाय।। का जाप कर अपनी नाभी पर स्टोर करें।
- ग्यारह महीने में जीवन 80 फीसदी बदल जाएगा।
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