भूत, प्रेत और जिन्न क्या होते हैं? अमृतम

  • दरअसल भूतकाल के बारे में ज्यादा बाते सोचने से भूत परेशान करते हैं। आप जितना पीछे की ओर जाकर जो भी सोचेंगे, उससे देह की पल सूत की तरह पूत जेसी नाड़ियों में अदभुत रुकावट होने लगती हैं।
  • वर्तमान में जीने वाला महादेव की तरह भभूत, भस्म लगाकर मस्त रहता है। कुल मिलाकर हम ही सबसे बड़े भूत हैं।
  • गरुड़ पुराण के अनुसार मेने के बाद जिन्हें शांति नहीं मिलती, वे भूत बनकर परिवार को परेशान कर घोर गरीबी , बीमारी देकर तबाह कर देते हैं।
  • भूत मुक्ति का सरल उपाय नन्दी श्राद्ध अनुष्ठान किया जा सकता है। यह तलब या नदी के किनारे एकांत में किया जाता है। बनारस के वैदिक ब्राह्मण इसमें पारंगत होते हैं।
  • अथवा 11 महीने में 11 लाख बार पूरा परिवार

।।ॐ शम्भू तेजसे नमः शिवाय।।

का जप चलते, फिरते, सोते जागते कभी भी कर सकता है।

  • अग्निसाक्षी के लिए Raahukey oil के 2/2 दीपक बिना बुद्धि लगाकर जलाएं और सर्व कष्ट, रोग विकार, दुखी जीवन से मुक्ति की प्रार्थना महादेव से करें।

दिमाग और देह को सुन्न कर देता है जिन्न

  • अब बात आती है जिन्न की। जिन्न कभी फ्री नहीं बैठ सकता। उसे हर पल, हर क्षण काम चाहिए। बिना कर्म ये धर्म से पाठ भ्रष्ट कर देता है।
  • तांत्रिक संत अघोरी कहते हैं कि जो मानव मन है। वास्तव में वही जिन्न की तरह भ्रमित कर तन और अंतर्मन का सर्वनाश कर देता है।
  • गोरख संहिता में जिन्न को सिद्ध करने की बहुत ही सरल विधि बताई है, जिसे कोई भी बड़ी आसानी से जिन्न को प्रसन्न कर दुनिया के सारे काम करा सकता है। आप तांत्रिक भी बन सकते हैं। लेकिन इसे संभालना बहुत ही जटिल कार्य है।
  • फिलहाल आप 11 महीने में 11 लाख ॐ शम्भू तेजसे नमः शिवाय।। का जप करें और पूर्ण होने पर जिन्न सिद्ध करने की विधि पूछ लेवें।

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