जब हो थकान, तो करें अभ्यंग

ज्यादा भागम-भाग औऱ तनाव के चलते

तन थकने लगता है, तो करें यह उपाय..
 
इस ब्लॉग के अंत में 3 लिंक दी गई हैं, जिसमें अभ्यंग के बारे में वह सब जानकारी
हैं जिसे आज तक किसी ने भी पढ़ा नहीं होगा।
 
अभ्यंग अर्थात- अभि+अंग = तेल की मालिश
 
शरीर से आलस्य मिटाने और ऊर्जा-उमंग
 एवं शक्ति बढाने के लिए आयुवैदिक ग्रन्थों
में अभ्यंग चिकित्सा का प्रावधान है।
अभ्यंग से शरीर के पोर-पोर को ताकत मिलती है। हड्डियां मजबूत होती है।
अभ्यंग क्या है
तन-मन को फुर्तीला बनाने हेतु यह आयुर्वैदिक चिकित्सा का एक रूप है।
अभ्यंग का मतलब से सिर से तलबों तक
हल्के हाथ से बादाम तेल,जैतून एवं चन्दनादि
तेल मिश्रित अमृतम काया की तेल
द्वारा शरीर की मालिश की जाती है।
इस तेल में कुछ आयुर्वेदिक ओषधियाँ
भी मिली हुई हैं।
काया की तेलऑनलाइन उपलब्ध है।
 
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इसकी प्राकृतिक खुशबू से पूरे घर का वातावरण सुगन्धित होकर तन-मन महक उठता है। शरीर में हल्केपन का 
अहसास होता है।
आलस्य-थकान, कमजोरी आदि 
तकलीफों को दूर करने में तुरन्त 
सहायक है।
 
 
इस लिंक को क्लिक कर जाने
अभ्यंग के ढेरों फायदे
 
 
 
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