400 ग्राम
कीमत 1125 रुपये
सभी असाध्य व पुराने जीर्ण-शीर्ण रोगों
में विशेष उपयोगी एक अद्भुत शक्तिदायक आयुर्वेदिक टॉनिक है —
मात्रा– 20 वर्ष से 70 साल तक
की उम्र वालों को 2 चम्मच गर्म गुनगुने दूध से
सुबह खाली पेट,
दुपहर में खाने पहले 2 चम्मच
रात में खाने के एक घंटा पहले 1 चम्मच
बच्चों को एक चम्मच सुबह खाली पेट गर्म
मेवा–मुरब्बों,जड़ी–बूटियों
के काढ़े से आयुर्वेद
की प्राचीन प्रक्रिया द्वारा
निर्मित शुद्ध हर्बल अवलेह है
जिसे आधुनिक भाषा में माल्ट
कहा जाने लगा है ।
पुराने से पुराने, सभी असाध्य रोगों में
लाभकारी है ।
2 महीने लगातार सुबह शाम 2 – 2 चम्मच गुनगुने दूध से लेने पर शरीर में
जीवनीय शक्ति औऱ
रोगप्रतिरोधक क्षमता
में भारी वृद्धि कर कमजोर
Cell तथा
शिथिल नाडियों–वाहिनियों
में ऊर्जा,शक्ति बढ़ाता है ।
रक्तसंचार सुचारू होता है ।
अन्य किसी वायरस,केन्सर जैसे असाध्य
बीमारियों में
कोई दवा काम नही कर रही हो ।
उनके लिए यह आयुर्वेदिक टॉनिक के रूप में अमृत है ।
इसको निम्नांकित रोगों में दे सकते है ।
- पुराने से पुराना मलेरिया,
- लिवर की सूजन,
- पांडु,यकृत रोग,
- पीलिया, खून की कमी,
- खून की खराबी,
- किडनी की खराबी
- पुराना कम्पन्न रोग,
- पुराना वात विकार,
- जोड़ों में पुराना दर्द,
- थायराइड,पुरानी सूजन
- पुरानी खांसी,अस्थमा ,
- दमा, फेफड़ों की सूजन
- आलस्य, भय,चिंता
- चिकनगुनिया
- डेंगू फीवर,
- ओर इसके बाद की
- बीमारियां, पुरानी खुजली,दाद, खाज,खुजली,
- फोड़ा-फुंसी,चकत्ते,
- बालों का झड़ना,
- जुएं पड़ना
- आंखों की खराबी
- लचक,कमजोरी,
- शिथिलता,
- गेस, एसिडिटी,
- हेल्थ न बनना,
- सिरदर्द, नींद न आना,
- चिंता, सेक्स में कमी,
- माहवारी बिगड़ना,
- बच्चे न होना,
- बार-बार गर्भपात,
- स्त्री की सुंदरता में कमी,
- स्तनों का बहुत छोटा होना,
- बच्चों का सूखा रोग,
- Tb रोग, खून की कमी
- जीवनीय शक्ति की कमी,
ऐसे हजारों रोग हैं जिन्हें कोई भी वैद्य या चिकित्साविज्ञान पकड़ नहीं पाते उन्हें कम से कम एक से 2 महीने
2 चम्मच
रोज गुनगुने गर्म दूध
से पूरे दिन में
2 या 3 बार लेना है ।
सहायक ओषधि
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आयुरकी सिरप
प्रीमियम
200 M L
मूल्य 540.00
साथ में 4-4 ढक्कन
आयुरकी सिरप एक गिलास पानी में 3 या 4 बार देना है ।
रात में सोते समय
2 या 3 चम्मच गर्म
गुनगुने,दूध से देंना है।
अमृतम का यह अद्भुत योग-,प्रयोग
शरीर के हजारों ज्ञात–अज्ञात रोग
व्याधियों को स्वतः ही ठीक कर देता है ।
जब कोई भी अंग्रेजी या अन्य चिकित्सा लाभकारी न हो तो
यह प्रयोग एक बार अवश्य करावें
साथ में अन्य चिकित्सा भी दे सकते हैं ।
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