नीबू के हानि-लाभ…
- एक नीबू का रस पूरे दिन में लेना पर्याप्त है नहीं, तो वीर्य पतला होना लगता है। नीबू रस कभी भी सुबह खाली पेट न लेवें। इससे एसिडिटी बढ़ती है।
- नीबू रस सदैव खाने के एक घण्टे बाद शक्कर, जीरा, सौंफ युक्त शिकंजी बनाकर पियें, तो अनेक उदर रोग शांत हो जाते है।
- पाचनतंत्र मजबूत होता है। यकृत क्रियाशील रहता है एवं वीर्य की शुद्धि होती है।
- नीबू में सर्वश्रेष्ठ कागजी नीबू होता है। कागजी निम्बू का छिलका कागज की तरह पतला होता है। सदैव यही सबसे ज्यादा हितकारी होता है। कागजी नीबू वातनाशक, ग्रंथिशोथ यानी थायराइड में भी उपयोगी है।
- एक मीठा ओर कागजी नीबू भी आता है, जो कफ सम्बन्धी रोगों को मिटाकर फेफड़ों की गंदगी को बाहर निकालता है।
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