स्वस्थ्य रहने के लिए दीपावली के दो दिन पहले इनकी पूजा का विधान है।
धन्वंतरि मन्त्र
नमामि धन्वन्तरिमादिदेवं,
सुरासुरैर्वन्दित पादपद्मम्।
लोके जरारुग्भयमृत्युनाशं,
दातारमीशं विविधौषधीनाम।
धन्वंतरि मन्त्र जाप की विधि
धनतेरस (धनदा त्रयोदशी ) को 11 दीपक देशी घी ओर दो दीपवक राहु की ऑयल Rahukey oil के जलाकर आयुर्वेद प्रवर्तक भगवान धन्वन्तरि के समक्ष उपरोक्त मन्त्र का 13 बार जाप करें।
यह छोटा सा प्रयास वर्ष भर आपको आरोग्यता, सफलता और समृद्धि प्रदान कर धन-धान्य में वृद्धि करेगा। भगवान धन्वंतरि को देवताओं का चिकित्सक कहते हैं। समुद्र मंथन के दौरान अमृत लेकर आये थे।
Amrutam दीपावली विशेषांक से साभार बंगाल में इनके किस्से बहुत प्रसिद्ध हैं।
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