Category: Amrutam medicines
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दर्द की दवा
घुटने या जोड़ों में भयंकर दर्द हो, तो नीचे लिंक क्लिक कर जाने- एक असरकारी आयुर्वेदिक औषधि https://www.amrutam.co.in/weakbones-orthokeygoldcapsulesandmalt/
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डेंगू बुखार, ज्वर-मलेरिया मिटाने में सहायक एक हर्बल मेडिसिन
अमृतम स्वास्थ्यवर्द्धक सूत्र हेल्दी Lifestyle _______________________________________________________________________ जाने– ड़ेंगू फीवर के बारे में सब कुछ, जो आज तक नहीं जान पाये। 100 से ज्यादा आयुर्वेदिक ग्रंथो के जरिये…. ड़ेंगू ज्वर शरीर को जर्जर बना देता है। अमृतम आयुर्वेद शास्त्रों का एक प्राचीन श्लोक है —- “विषम ज्वरः चिकित्सानी:” के अनुसार विषम, भयंकर, ख़तरनाक और जानलेवा ज्वर, ड़ेंगू की चिकित्सा आयुर्वेदिक दवाओं…
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भूत-प्रेत-पिशाच का भय मिटायें
दुनिया में आज भी भूत-प्रेत-पिशाच हैं। यह भयभीत बनाये रखते हैं, इनसे मुक्ति पाने के लिए नीचे लिखे मन्त्र का करें जाप और तत्काल चमत्कार देखें—- प्रेत-पिशाच को करें प्रसन्न और पाएं सिद्धि! अघोर तन्त्र, शाबर तन्त्र, प्रेत-पिशाच योनि एक शाप आदि किताबों के अलावा, सन्सार का सबसे प्राचीन ग्रंथ दुर्गा शप्तशती और माँ काली तन्त्र में…
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प्रकृति का अनमोल अमृत…
!!अमृतम!! मधु पंचामृत “भूतेषु-भूतेषु विचित्य धीरा: ” जैसे एक मधुमक्खी फूलों की क्यारी में जाकर प्रत्येक फूल से केवल उसका रस ग्रहण करती है। फूल का ज्यों का त्यों छोड़ देती है। फूल पर बैठी जरूर, लेकिन उससे केवल रस ले लिया। कड़े परिश्रम पश्चात अनेक फूलों के…
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फ्लूकी माल्ट – मलेरिया की सर्वोत्तम आयुर्वेदिक औषधि
!!अमृतम!! फ्लूकी माल्ट ज्वर के समय स्वर बिगड़ जाता है । गाँव के बुजुर्ग कहते हैं कि…… जब शरीर में बढ़ जाता है मल का एरिया, तो हो जाता है मलेरिया नियमित पेट साफ नहीं होने से मल यानि गन्दगी, रोगादि की वृद्धि होकर तन में संक्रमण होने लगता है। …
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पेट के रोगी विशेष ध्यान देवें…
मसालों का उपयोग शरीर के लिए जरूरी है। मसालों के सेवन से नहीं होता अल्सर… मसाले पेट के लिए बहुत लाभकारी होते हैं। देशी दवाओं की पुरानी किताबों….जैसे- ¢ जंगल की बूटी, ¢ आयुर्वेदिक निघण्टु ¢ भावप्रकाश निघण्टु ¢ भेषजयरत्नावली आदि आयुर्वेदिक ग्रंथों में सभी मसालों को उदर के हर रोग को ठीक करने…
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उत्तराखंड के सिद्ध 108 नाग मन्दिर
जानिए उत्तराखण्ड के प्रमुख धाम निम्नलिखित सभी मन्दिरों के बारे में सब कुछ बताया जाएगा। अमृतमपत्रिका पढ़ते रहें www.amrutampatrika.com {{१}} चार छोटे धाम – गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, और बद्रनाथ। {{२}} पंचकुण्ड – तप्तकुण्ड, नारथकुण्ड, सत्यपथकुण्ड, मानुसीकुण्ड, त्रिकोणकुण्ड। {{३}} पंचधारा – प्रहलाद धार, कूर्मुधारा, उर्वशीधारा, वसुधारा, भृगुधारा {{४}} पंचकेदार – केदारनाथ, तुंगनाथ, मदमहेश्वर नाथ, रुद्रनाथ, कल्पेश्वरनाथ। {{५}} पंचबद्री – बद्रीनाथ, आदिबद्री, भविष्यबद्री, वृद्धबद्री, योगध्यानबद्री। बद्रीनाथ धाम के…
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अपामार्ग-एक दिव्य ओषधि
बहुत आसानी से खेतों में, जंगलों में सड़क के किनारे मिलने वाला अपामार्ग, लटजीरा, चिड़चिड़ा, ओंगा, अधेढो, आपांग, अध्धा झारा, आंधी झाड़ों, मर्जिका, उत्तरेनी, अतकुमह, Achyranthus Sapera एचिरेन्थस एस्पेरा आदि नामों से भारत में जाना जाता है। ■ यह गरीबी मिटाने वाली भी चमत्कारी बूटी है। ■■ बिच्छू विषनाशक 40 से अधिक तकलीफों को दूर…
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अदरक – खाएं बेधड़क, जाने 14 फायदे
अदरक के ओषधि गुण और चमत्कार संस्कृत में इसे आद्रिकम्य, आद्रशाक, पंजाबी में अदरख कहते हैं। यह जमीन के अंदर पूरे हिंदुस्तान में पैदा होता है। इसकी जड़ में एक प्रकार का कंद होता है, उसे अदरक कहा जाता है। अदरक एक कफ नाशक ओषधि के रूप में बहुत चलन में है। अदरक के बारे…
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अतीस एक विषनाशक बूटी
सुश्रुत, बागभट आदि आचार्यों ने अतीस की जड़ को सर्प-नाग और बिच्छू के विष को नष्ट करने वाली बताया है। अतीस बच्चों के लिए अत्यंत गुणकारी ओषधि है। अकेली अतीस को पीसकर इसका पावडर 50 से 100 mg रोज मधु पंचामृत के साथ चटाने से बालकों के 100 अधिक दोष मिट जाते हैं।