अदरक – खाएं बेधड़क, जाने 14 फायदे

अदरक के ओषधि गुण और चमत्कार

संस्कृत में इसे आद्रिकम्य, आद्रशाक, पंजाबी

में अदरख कहते हैं। यह जमीन के अंदर पूरे हिंदुस्तान में पैदा होता है। इसकी जड़ में एक प्रकार का कंद होता है, उसे अदरक कहा जाता है।
अदरक एक कफ नाशक ओषधि के रूप में बहुत चलन में है।
अदरक के बारे में भावप्रकाश निघंटु के एक श्लोक में लिखा है कि
वातपित्तकफभाना,शरीर वनचरिणाम।
एक एव निहन्त्यत्र लवणाद्रककेशरी ।।
अर्थात हमारे शरीर में, जो वात,पित्त, कफ के
रूपी हाथी विचरण करता फिरता है, उनको
मारने के लिए एक ही महापराक्रमी लवणयुक्त
अदरक रूपी सिंह हमे परमात्मा ने दिया है।
अदरक के 14 फायदे
【1】पाचन शक्ति बढ़ाता है।
【2】कफ और वात का नाश करता है।
【3】कफ, सर्दी प्रकृति वालों के लिए यह बहुत उपयोगी है।
【4】अदरक भूख बढ़ाता है।
【5】पेट के आफरा मिटाता है।
【6】नेत्रों की ज्योति वृद्धिकारक है।
【7】मस्तक के कीड़ों को नष्ट करता है।
【8】गठिया, सिरदर्द में लाभकारी होता है।
【9】छोटे नागपुर में अदरक की ताजी जड़ को पीसकर आग पर गर्म करके मधु पंचामृत
के साथ खाँसी के पुराने मरीजों को दी जाती है।
【10】हुबली कर्नाटक में अदरक की जड़ पीसकर फोड़े-फुंसियों पर लगाते हैं।
【11】मुरैना मप्र के ग्रामीण अदरक की छोटी फांक पेट के कीड़े, कृमि नष्ट करने के लिए पानी के साथ निगल जाते हैं।
【12】भिण्ड के अनेकों गांव में 2 से 4 ग्राम अदरक में समभाग मिश्री मिलाकर आँतों की सूजन मिटाने के लिए उपयोग करते है।
【13】शरीर की सूजन तत्काल दूर करने हेतु पुराने वैद्य अदरक में पुराना गुड़ मिलाकर खिलाते हैं।
【14】हिमाचल, लद्दाख के लोग सर्दी के समय
अदरक के टुकड़े मुहं में रखे रहते हैं।
बरुआ सागर में बहुत पैदा होता है अदरक
झांसी उप्र से 20 km दूर बरुआ सागर ग्राम
में अदरक की खेती बहुत बड़े पैमाने पर की जाती है।
घर में बनाएं अदरक से दवा
आयुर्वेद सार संग्रह नामक
पुस्तक में दमा, पुरानी सर्दी, श्वांस, पुरानी कफ युक्त खाँसी, पुरानी कब्जियत तथा अरुचि रोग दूर करने वाला एक अद्भुत फार्मूला लिखा है।
अदरक 100 ग्राम एवं 400 ML अदरक का रस में 500 ग्राम गुड़ और 200 ग्राम बड़ी दाख पीसकर, सभी को मिलाकर मंदी आंच में 2 से 3 घंटे तक पकाएं। फिर, उसमें
तज या तेजपत्र, नागकेशर, छोटी इलायची,
लौंग, जायफल, छोटी पीपर, कालीमिर्च और सौंठ आदि सबको 2 से 3 ग्राम लेकर, महीन पीसकर मिलाएं।
मात्रा– प्रतिदिन सुबह खाली पेट गुनगुने दूध से आधी चम्मच और रात में खाने से पहले
15 दिन तक लेवें।
इस योग से निर्मित लोजेन्ज माल्ट
भी ऑनलाइन उपलब्ध है
 अदरक से नुकसान
अदरक को एक बार में 1 से 2 ग्राम और पूरे दिन में अधिकतम 5 ग्राम लेना उचित रहता है।
पित्त या गर्म प्रकृति वालों को अदरक बहुत कम या बिल्कुल नहीं लेना चाहिए।
अधिक मात्रा में इसका सेवन एसिडिटी,
गर्मी उत्पन्न करता है।

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