Category: Amrutam Mythology & Indian Culture
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क्या शिलाजीत अकेले खाने से सेक्स पावर बढ़ाया जा सकता है। जाने बहुत कम की बात केवल पुरुषों के लिए…
अकेले शिलाजीत से नहीं होगी जीत… शिलाजीत अकेले लेना से कोई खास लाभ नहीं होगा। इसके साथ कुछ विशेष ओषधियाँ के नियमित सेवन से पुरुषों के अनेक गुप्त रोग, शिथिलता, ढ़ीलापन आदि यौन समस्यायों से स्थाई रूप से मुक्ति पा सकते हैं। अधिकांश पुरुषों व कम उम्र की युवा पीढ़ी में जवानी के आने के पहले ही लिंग में…
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वेद-पुराणों में बताया है-विवाह में अग्नि के सात फेरे और सप्त धातुओं को ऊर्जावान बनाने वाले सात वचनों का रहस्य
भोग लगे या रूखे-सूखे, शिव,तो हैं-श्रद्धा के भूखे! जब अकेले में हों, तो भगवान से बातें करें और जब किसी के साथ हों, तब भगवान की बात करें… आत्मविश्वास, मनोबल वृद्धि, प्रसन्नता के लिए यह मुफ्त इलाज है… एक दम नवीन जानकारी- अमृतम पत्रिका के इस ब्लॉग में वैदिक रीति से विवाह करने पर होता है यह फायदा….. विवाह के सात फेरे लेने से…. शरीर में अग्नि का आवागमन सुचारू रूप से होने…
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सर्दी-खांसी, जुकाम, सांस लेने में दिक्कत के अलावा कोरोना के ओर भी लक्षण हैं।
अर्थात- विद्या से बड़ा कोई बंधु नहीं, व्याधि जैसा कोई शत्रु नहीं, पुत्र जैसा स्नेह नहीं और दया से श्रेष्ठ कोई धर्म नहीं। तन-मन-वतन का कोना-कोना साफ रखें…. कोई भी पीली धातु सोना हो या न हो, लेकिन अब पता नहीं कौन सी बीमारी कोरोना निकल आये। जब चिकित्सक भी चक्कर खा गए… यूरोप के डॉक्टरों ने बताया है कि- कोरोना…
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महादेव अवतार महान हनुमान का विज्ञान…. जय-जय-जय हनुमान गुसाईं! कृपा करो गुरुदेव की नाईं!! यह बहुत रहस्यमयी शक्तिशाली मन्त्र है।
कलयुग में चराचर जीव-जगत के जीवन की जबाबदारी हनुमानजी पर है। माँ अंजना के आशीर्वाद फलस्वरूप इन्हें चिंरजीवी होने का वरदान प्राप्त है। पवनपुत्र के चमत्कार की चर्चा चलचित्रों से लेकर ग्रन्थ-पुराणों में मिलती है। इन्हें चन्दन की जगह सिन्दूर का चोला चढ़ाने की परम्परा है। इनकी भक्ति से तन-मन चमक जाता है। किस्से अनेक हैं। हम भी…
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दीपक जलाने का विधान
#देश के लिए हर दीप अमॄतम# लभ्यते यस्य दीपस्य तापस्तु चतुरंगुलात्! न स दीप इति…सस्मृत: (कालिका पुराण) दीपक की गर्माहट पृथ्वी पर न लगे, इसलिए दीपक को पान के पत्ते या पीपल के पत्ते पर रखकर जलाने का विधान है। “लोभादिना नर:..निर्वापको भवेत्” कालिका पुराण में घी-तेल बचाने के भाव से दीप बुझाना महापातक पाप बताया है। इससे रोग उत्पन्न होकर आयु क्षीण होती है।
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खुद ही करें-कालसर्प का इलाज
माणिक्य से करें-कालसर्प की शान्ति.. एक रहस्यमयी दुर्लभ खोज- !!!ज्योतिष ग्रन्थ का हर शब्द अमॄतम!!! वाराह मिहिर सहिंता के श्लोकानुसार भ्रमरशिखि……. भुजङ्गानाम् भवतिमणि:…..स विज्ञेय: प्राचीन शास्त्रों में लिखा है- माणिक्य की उत्पत्ति मणिधारी नागों से होने के कारण माणिक्य रत्न का एक नाम नागमणि भी है। दूषित कालसर्प-नागदोष की शान्ति के लिए इसे स्वर्ण धातु में जड़वाकर, दही में शुद्ध कर अनामिका उंगली में रविवार को दुपहर ११.४० से १२.२८ के मध्य पहिनने से रुकावटें दूर…
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शायद आपको मालूम कम ही होगा
!!हर शब्द अमॄतम!! पन्ना रत्न का प्रभावी प्रयोग… शुकबर्हवारि सेंधवशिरीषकुसुमप्रभंहरिद्राभम्! मार्जारनयननैल्यं वंशच्छदकान्ति वैदूर्यम् !! आचार्य वराहमिहिर रचित पुस्तक “वृहद सहिंता” में पन्ना रत्न को मरकत मणि बताया गया है। पन्ना रत्न पहनने से कीटाणु, संक्रमण/वायरस और विषैले जीवों का आक्रमण या भय नहीं होता। संस्कृत में पन्ने का एक नाम गरलारि भी है। गरुड़पुराण में उल्लेख है कि-मृत मनुष्य के मस्तक पर पन्ना भस्म का त्रिपुण्ड लगाकर,…
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बहुत कम लोग जानते हैं-ॐ नमःशिवाय पंचाक्षर मन्त्र के चमत्कारी रहस्य और 26 फायदे
#वेद-पुराणों का हर शब्द अमॄतम# आपको हैरानी होगी यह जानकर कि– !!ॐ नमःशिवाय!! मन्त्र कीलित है। जब तक इसका उत्कीलन नहीं होगा यानि ताला नहीं खुलेगा, तब तक यह मन्त्र अपना शुभ प्रभाव या लाभ नहीं दिखा सकता। दूसरी बात इस ब्लॉग के जरिये जाने कि- कब, कैसे कितनी माला जपने से यह किस तरह, क्या कार्य…
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।। हर शब्द अमॄतम।।
दुर्गा सप्तशती में वर्णन है- “क्षुधा रूपेण संस्थिता…..” क्षुधा का अर्थ है-भूख यानि सभी को तन-वतन, मन-अमन की भूख बनी रहती है। ● शरीर की भूख है-भोजन ● मन की भूख है- सुख:सम्पन्नता ● बुद्धि की भूख है-ज्ञान:विज्ञान ● आत्मा की भूख है-मोक्ष:मुक्ति। इसलिये वेदों का उदघोष है…. असतो मा सदगमय तमसो म ज्योतिर्गमय.. हे सदाशिव! सन्सार का अंधकार मिटाकर…
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काफी समय पूर्व लिखा गया यह लेख अमॄतम पत्रिका से साभार….. यह बहुत रोचक, ज्ञानवर्द्धक है।
भोलेनाथ ही राहु हैं। यह रुद्र रूप में विनाश, संहार कर्ता हैं और शिव रूप में करुणामयी होकर जगत का कल्याण कर सुख-सम्पनता देते हैं- जरूर सरसरी निगाह डाले एक बार इस ब्लॉग में पड़ेंगे सब कुछ पहली दफ़ह ■ राहु-शनि का षष्टाष्टक विश्व-विनाश के योग बना रहा है। ■ ज्योतिष के आईने में कोरोना। ■ राहु के…