- देखें दुनिया का सबसे दुर्लभ चित्र।
- हनुमानजी 5 भाई थे।
- हनुमान जी शादीशुदा थे।
- हनुमानजी 49 मरूतों यानि वायु के मालिक हैं।
- वैदिक उपनिषदों के अनुसार मूल हनुमान जयंती छोटी दीपावली को क्यों पड़ती है।
- ऐसी ही अनेक जानकारी हमारे पिछले लेखों पर पड़ी है। पढ़ना चाहें, तो ज्ञान बढ़ा सकते हैं।
- हनुमान जी का संसार की सबसे अच्छी और सिद्ध फोटो आप देखकर हैरान हो जाएंगे। हाथ से बनाया गया यह चित्र 200 साल पहले से मैसूर राज्यघराने के निजी मंदिर में स्थापित है।
- एक महान तपस्वी शिव भक्त की कृपा से मुझे मिला। हनुमान जी के इस फोटो की खाशियत यह है कि इसमें चारों वेदों के श्लोक, सूक्तियां या मंत्र हाथ से लिखे गए हैं।
- यह फोटो आज से 30 साल पहले मुझे प्राप्त हुआ था। यह फोटो देते हुए उन शिव साधक ने मुझे सफेद फूल अर्पित करने और हनुमान चालीसा की एक चौपाई
जय जय जय हनुमान गुसाईं। कृपा करो गुरुदेव की नाइं।।
- का निरंतर जप करने का बोला था, तो मुझे कुछ अटपटा लगा। क्योंकि मेरी सम्पूर्ण आस्था, भरोसा महादेव के अलावा कहीं टिकया ही नहीं है।
वैसे भी एक ही साधे शिव सधेे, सब साधे सब जाएं।
- वे पहुंचे हुए संत थे, मेरी भावना या विचारों को तुरंत समझ कर एक दोहे को बताते हुए बोले कि बहुत कम लोग हनुमानजी के रहस्यों को जानते हैं।
- मैं स्वयं भी भोलेनाथ का कट्टर उपासक हूं। लेकिन मेरे सदगुरु ने बताया था कि शंकर स्वयं केशरीनंदन हैं। उन्होंने हनुमान चालीसा की एक चौपाई की व्याख्या इस प्रकार की।
- !!शंकर सुमन केशरी नंदन!! यह सही नहीं है। जबकि यह शंकर स्वयं केशरीनंदन ठीक है। देखें दक्षिण रामायण।
- हनुमानजी रुद्रावतार हैं। सुमन शब्द का कोई अर्थ नहीं हैं। कुछ राम कथा वाचकों ने भ्रमित कर दिया और सही अध्ययन नहीं किया। एक चौपाई
आपन तेज सम्हारो आपै, तीनों लोक हांक ते कांपै
- का अर्थ यही है कि बजरंग बली की साधना से इंसान में इतना बल आ जाता है कि अपना खुद का तेज, ऊर्जा एनर्जी स्वयं से नहीं संभलती।
- आपने देखा होगा कि कुछ हनुमान उपासक पागल से हो जाते हैं। ये धरती के सबसे बलशाली देवता होने के कारण ही इन्हे बालाजी कहकर सब नमन करते हैं।
- सच्ची श्रद्धा तथा हनुमान उपासना से बेशुमार शक्ति का आगमन हो जाता है। शरीर में स्पंदन होना शुरू हो जाता है। ऐसे साधक की हांक या फुंकार से तीनों लोक कांपने लगते हैं।
- एक खास बात यह है कि हनुमान उपासक जीवन में खालीपन बहुत महसूस करते हैं। जिनके जीवन में जामवंत जैसा कोई प्रेरणा देने वाला गुरु या मित्र मिल जाए, तो यह भी समुंद्र पार कर सकते हैं।
Leave a Reply