- चरक संहिता, द्रव्यगुण विज्ञान,अधव निदान आदि 5000 साल पुरानी पुस्तकों में खांसी के अनेक कास चिकित्सा का वर्णन है। लोग आयुर्वेद पर भरोसा करें और धैर्य रखें, तो सर्दी, खांसी, जुकाम के अलावा ऐसी कोई बीमारी नहीं है, जिसे जड़ से न मिटाया जा सके।
- हम इसी में से कुछ आजमाए हुए सर्वोत्तम इलाज लिख रहे हैं।अगर आप आयुर्वेद में विश्वास रखते हैं, तो इनके अलावा अन्य कोई रसायनिक या अंग्रेजी इलाज न करें। खांसी कभी होगी ही नहीं।
- जिन्हे लंबे समय से पुरानी, बदबूदार कफ वाली, सूखी, गीली और बच्चे या बुढ़ापे की खांसी रहती हो, वे घर में ही निम्न फार्मूले से बनी देशी दवा बनाकर रखें।
खांसी का शर्तिया फार्मूला और घटक द्रव्य
- कालीमिर्च, इलायची, लौंग, दालचीनी, नागकेशर, सेंधा नमक, आंवला, बहेड़ा, वंशलोचन, तेजपत्ता, काला नमक, छोटी हरड़, हल्दी, अजवायन, सौंफ और जीरा सभी को 10/10 ग्राम एवं मिश्री 25 ग्राम लेकर महीन पाउडर बनाएं।
- सेवन विधि रोज सुबह खाली पेट आधी चम्मच पावडर 10 ग्राम गुड़ में मिलाकर गोली बनाकर गर्म पानी या गर्म दूध के साथ लेवें।
- दूसरी विधि आधा चम्मच पावडर को 10 ग्राम गुड़ की चाशनी में मिलाकर थोड़ा थोड़ा उंगली से चांटे।
- रात को सोने से पहले सी भी आयुर्वेदिक से धूतपापेश्वर कंपनी का सितोपलादि चूर्ण1 से 2 ग्राम, एक चम्मच मधुपंचामृत अथवा शुद्ध शहद में मिलाकर लेवें।
- अगर कफ ज्यादा निकलता हो, तो घरेलू चूर्ण लेकर हल्का गर्म पानी घूंट घूंट कर पी ले, चाय के जैसे या थोड़ी चाय ही पी ले। लेने के घंटे डेढ़ घंटे कुछ ना खाएं पिये।
- रात को तो चूर्ण लेने के बाद छाती पर Orthokey Balm लगाकर तुरंत सो जाएं। 24 घंटे में असाध्य बिगड़ी खांसी ठीक हो जाएगी।
- Lozenge Malt is an Ayurvedic medicinal recipe crafted with the goodness of Tulsi, Vasa, Mulethi, Pushkarmool and Tribhuvan Kirti Ras.
- It works like a magic remedy for chronic cough, cold, sinusitis, asthma, allergic bronchitis, upper and lower respiratory diseases, whooping cough and allergic rhinitis.
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