रोज करे सहवास, तो पत्नी सदैव रहेगी पास।
- अनेक स्त्री पुरुषों के मन में ये भ्रम बना रहता है कि रोज संभोग करने से कोई रोग न लग जाए। उनकी जिज्ञासा यह जानने की बनी रहती है कि काफी समय तक रतिक्रिया न करें अथवा सेक्शुअल रिलेशन ना बनाएं तो उससे क्या फर्क पड़ेगा।
कामसूत्र के अनुसार नियमित शारीरिक मिलन से लाभ
- लगातार संभोग करने से महिलाएं प्रसन्नता का अनुभव कर वे अनेक रोगों से बची रहती हैं और मासिक धर्म खुलकर समय पर आता है।
- स्त्रियों की खूबसूरती प्रतिदिन सेक्स करने से चार गुनी हो जाती है। सेक्स से उनका आत्म विश्वास जागता है। वात रोग पैदा नहीं होते।
सेक्स लाइफ में समस्या दो ही वजह से आती है। एक पत्नी को दूसरी स्त्री से संबंधों का पता न चले क्योंकि पराई औरत उसे नाइफ यानि चालू की तरह जख्म देती है। दूसरा यह कि नियम से मुंह में कोरा और योनि में लो….न मिल पाना।
- सेक्स में स्त्री को संतुष्ट करने वाले मर्द को कभी घर काकोई दर्द नहीं झेलना पड़ता। सर्द के मोसम में सेक्स करने से स्त्री का सिरदर्द मिट जाता है।
काम यानि सेक्स के प्रसिद्ध पुस्तकें
- कामसूत्र’ पर वीरभद्र कृत ‘कंदर्पचूड़ामणि’, भास्करनृसिंह कृत ‘कामसूत्र-टीका’ तथा यशोधर कृत ‘कंदर्पचूड़ामणि’ नामक टीकाएं उपलब्ध हैं। इसी प्रकार कामग्रन्थ-शास्त्रों में आगे लिखा है कि
एषां समवाये पूर्वः पूर्वो गरीयान (कामसूत्र१.२.१४)
अर्थश्च राज्ञः/ तन्मूलत्वाल्लोकयात्रायाः
वेश्यायाश्चैति त्रिवर्गप्रतिपत्तिः(कामसूत्र१.
- कामशास्त्र के पर्याय के रूप में कोकशास्त्र में लिखा है कि सब काम छोड़कर काम अर्थात सेक्स में मन लगाएं। काम के कारण ही इस ग्रंथ का बहुत नाम हुआ था और आज भी विख्यात है।
सम्भोग के योग को समझें —
- सम्भोग दो शब्दों से मिलकर बनता है। सम+भोग। यह स्त्री और पुरुष दोनों का शारीरिक मिलन है।
- नियम पूर्वक सहवास के द्वारा दोनों को सम यानि बराबर सुख की प्राप्ति होती है। मानसिक शांति मिलती है और शारीरिक व्याधा पास नहीं आती। इसलिए शास्त्रों में हर दिन सम्भोग करने को कहा गया है। काम, रतिक्रिया, वासना, सम्भोग ये सेक्स इसके अन्य नाम भी हैं।
आनंद व संतुष्टि से घर में अननदमयी वातावरण
- किंसले इंस्टिट्यूट के एक साक्षात्कार में स्त्रियों ने बताया कि प्रतिदिन संतुष्टि दायक सेक्स से रात को नींद गहरी आती है। पति या प्रेमी के प्रति प्रेम, लगाव उमड़ने लगता है।
- शोध में – पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं ने भी यह माना कि उन्हें कंडोम के बिना यौन संबंध ज्यादा अच्छा लगता है। पर महिलाओं ने यह भी माना कि दरअसल संभोग के दौरान कंडोम का इस्तेमाल किए जाने पर उन्हें ज्यादा सुकून मिलता है।
- कामसूत्र में महर्षि वात्स्यायन द्वारा रतिक्रिया काल में उल्लिखित चित्रकर्म के छः अंगों (षडंग) की विस्तृत व्याख्या की है।
रूपभेदः प्रमाणानि भावलावण्ययोजनम।
सादृश्यं वर्णिकाभंग इति चित्रं षडंगकम्॥
- सहवास से स्त्री का रूप लावण्य में वृद्धि होती है।वात्स्यायन विरचित कामसूत्र
में वर्णित उपरोक्त श्लोक में आलेख्य (अर्थात चित्रकर्म) के छह अंग बताये गये हैं ,जिन्हें आगे लेख में षडंग कहा गया है। रूपभेद, प्रमाण, भाव, लावण्ययोजना, सादृश्य और वर्णिकाभंग।
रतिरहस्य नामक पुस्तक मुताबिक
- रतिक्रिया या सेक्स में लम्बा अंतराल देने से स्त्री में कामवासना काम या खत्म होने लगती है। वे उदास रहती हैं। योनि में सूखापन आने लगता है। परिवार या पति से निकटता मिटने लगती है। इसलिए आदर्श पति पत्नी को महीने में कम से कम 10 से 12 बार संभोग अवश्य करना चाहिए अन्यथा महिलाएं बदसूरत हो जाती हैं।
नियमित करें सेक्स, तो स्त्री को रहेगा रिलेक्स
- NCBI (नेशनल फॉर बायोटेकनोलोजी इन्फॉर्मेशन) की एक शोध में पाया कि नियमित सेक्स करने वाले जोड़े बहुत खुश रहते हैं। आपस में तालमेल ठीक रहता है।
सेक्स दर के आंकड़े
- सांख्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक 30 से 45 वर्ष के बीच के 17,744 वैवाहिक जोड़ों लोगों का डेटा लिया गया, जिनमें से 34.2% पुरुष और 26.7% महिलाएं थीं जिन्होंने सप्ताह में तीन से चार बार शारीरिक संबंध स्थापित किए। ये जोड़े परिवार सहित अत्याधिक प्रसन्न थे।
- जिन पति पत्नी ने एक साल से सेक्स नहीं किया था उनका तालमेल बहुत बिगड़ा हुआ था और 18.7% पुरुष और 17.5% महिलाएं थीं जिन्होंने 5 साल से सेक्स नहीं किया था। इनमें से 83 फीसदी महिलाएं तलाक की तैयारी में थीं।
- शोध में सामने आया था कि ये प्रसन्नता यानि हैप्पीनेस लेवल से लेकर शारीरिक गतिविधियों तक सभी चीज़ों पर सेक्स में गैप बुरा असर डाल सकता है।
क्या होगा यदि काफी समय तक ना बनाए जाएं शारीरिक रिश्ते यानि फिजिकल रिलेशन?
- आयुर्वेद के माधव निदान के हिसाब से नियमित संभोग करने वाले लोग तन, मन अंतर्मन से स्वस्थ्य रहते हैं। उनकवात, पित्त, कफ संतुलित रहता है। रक्तचाप, मधुमेह की समस्या नहीं होती। पाचन ठीक रहता है।
सम्भोग से मानसिक मजबूती भी बढ़ती है
- स्त्री जातक ग्रंथ के अनुसार जो स्त्री पुरुष रोज सहवास करते हैं, उनके घर में परम शान्ति का निवास होता है। मेंटल स्ट्रेस नहीं बढ़ता है और तंदरुस्त रहते हैं। नियमित सेक्स न करने से तनाव, अवसाद आ सकता है।
इंटरकोर्स भी हेल्दी रहने का सबसे बड़ा सोर्स है
- भारतीय संस्कृति में काम या रतिक्रिया की चर्चा करना संस्कार के खिलाफ है। सम्भोग की बात करते ही ज्यादातर महिलाएं झेंप जाती हैं और जीवन भर आंतरिक रूप से बीमार होकर अनेक रोगों से घिरने लगती हैं।
ब्लड प्रेशर बढ़ने की समस्या
- आयुर्वेद मतानुसार वीर्य का शोधन और स्त्री के रज: की शुद्धि एक मात्र रतिक्रिया द्वारा ही जा सकती है। जब सेक्स में ज्यादा गैप हो जाता है, तो पिलुरुष के लिंग में शिथिलता आने लगती है और महिला का मन मलिन हो जाता है।
सेक्स से स्वास्थ्य भी सही रहता है
- लगातार सेक्स करने वाले लोग बीमार कम ही पड़ते हैं। अगर सेक्स में अंतराल हो, तो ब्लड प्रेशर, स्ट्रेस, ग्रंथिशोथ, शरीर में दर्द, वात विकार, मानसिक रोग उत्पन्न होने लगते हैं।
पति पत्नी में दरार
- अगर दोनों सेक्स से संतुष्ट नहीं होते, तो आपस में प्यार मिटने लगता है। सेक्स हो संसार का सार हैं। सेक्शुअल रिलेशन सही ना हों तो रिश्तों पर असर पड़ता है।
तलाक की वजह भी सेक्स से दूरी
- आजकल सेक्स में संतुष्टि या ठंडापन के कारण कई शादियां भी टूटने के कगार पर हैं। रतिक्रिया या फिजिकल रिलेशन्स से रिश्तों की मधुरता बनी रहती है और एक निजता भावुकता का अहसास होता है।
दिमाग गर्म और चिड़चिड़ापन आ हो सकता है
- सम्भोग को लेकर मन को मरना सबसे खतरनाक हो सकता है। तनाव, बैचेनी बढ़ती है।एंग्जाइटी हो सकती है। रेगुलर रिलेशन बनाने से आपको तनाव यानि स्ट्रेस कम होता है।
- यदि रोज सेक्स न कर सकें या रेगुलर ना मिले, तो अनेक तरह के मानसिक रोग पनपने लगते हैं।लेकिन अगर ये तो कई बार एंग्जाइटी जैसे हालात भी पैदा हो सकते हैं।
- सेक्स करने से मानसिक तौर पर संतुष्टि हो सकती है। रेगुलर सेक्शुअल एक्टिविटी से जो हार्मोन्स निकलते हैं वो एंग्जाइटी लेवल काफी कम करते हैं।
परेशान पुरुष ध्यान देवें
यदि सहवास के प्रति अरुचि हो
सेक्स क्षमता कमजोर हो,
लिंग में शिथिलता या ढीलापन हो,
शीघ्र पतन की शिकायत हो,
नामर्दी, नपुंसकता से जूझ रहे हो,
संतुष्ट नहीं कर पा रहे हो,
- तो स्थाई इलाज के लिए आयुर्वेदिक औषधियों का तीन महीने सेवन करें।
- अश्वगंधा, शिलाजीत, कोंच बीज, सफेद मूसली, शतावरी, स्वर्ण भस्म, हरड़ मुरब्बा, स्वर्ण माक्षिक भस्म, अभ्रक भस्म आदि 35 से अधिक ओषधियां पुरुषों की जोश जवानी को कायम रखने में मददगार होती हैं।
- अगर आप तीन महीने नियमित रूप से बी फेराल गोल्ड माल्ट और कैप्सूल दूध के साथ ले सकें, तो दुखी जीवन को खुशहाल बना सकते हैं।
B. Feral Malt and Capsules- B. Feral Combo
- Amrutam’s B. Feral Malt is a natural remedy to improve men’s reproductive health. It is an Ayurvedic blend of Safed Musali, Ashwagandha, Trikatu, Rajat Bhasma, and Vanga Bhasma and is known to improve the overall strength and vitality of men.
- Amrutam’s B. Feral Capsules is a 100% Ayurvedic treatment to improve male reproductive health. It is formulated with a blend of herbs that are known to boost the levels of testosterone, increase sperm count, and can alleviate stress.
How To Use
- Consume 1-2 tablespoons of Amrutam’s B. Feral Gold Malt with 100-200ML of warm water or milk, twice a day, or as directed by a physician.
- Mix 1-2 capsules of Amrutam’s B. Feral capsules with warm milk and drink a couple of hours before bed.
Benefits
- Amrutam’s B. Feral Gold Malt is made with a blend of herbs that are known to increase sperm count, stimulate the libido, and improve male infertility. It is a 100% Ayurvedic remedy to improve the reproductive and overall health of men.
- In Ayurveda, Safed Musli is known to have natural aphrodisiac properties. Additionally, it increases male vigor, vitality, and stamina.
- Ashwagandha is a potent sexual stimulant that can increase testosterone, sperm count and treat male infertility.
- Trikatu is the Ayurvedic blend of black pepper, long pepper, and ginger and can effectively strengthen the male reproductive organs and boost overall reproductive health.
- Rajat Bhasma is known to reverse impotence and male infertility.
- Vanga Bhasma is a known aphrodisiac that can reduce the risk of diseases of reproductive organs.
- Amrutam’s B. Feral Capsules are a natural remedy to improve male sexual and reproductive health.
- Along with improving the quality of sperm produced, Shukra Matrica Vati treats and prevents male sexual debility and improves vitality.
- Pushpadhanwa stimulates the libido and treats male infertility. It also ensures the proper development and function of reproductive organs along with improving overall sexual health.
- Safed Musali can relieve stress and anxiety along with enhancing testosterone levels. It also improves sperm count and increases vigor and vitality in men.
- Talmakhana treats sexual debility in men with its aphrodisiac and demulcent properties.
Leave a Reply