आयुर्वेद में नाग काटने का इलाज अनेक ग्रन्थों में अपने अनुभव के आधार पर आयुर्वेदाचार्य ने बताए हैं।
ऐसा ही एक साधारण सरल उपाय से नाग, बिच्छू कभी घर में घुसते ही नही हैं।
- आस्तिक मुनिश्वराय नमःशिवाय!! यह मन्त्र किसी कागज या कपड़े पर केशर युक्त हल्दी से लिखकर अपने मुख्य दरवाजे पर टांग देंवें। जीवन में कभी भी नाग द्वार पर दस्तक देने नही आएंगे।
- ऋषि आस्तिक नाग वंश के भांजे हैं…. इन्होंने महाभारत काल में नाग यज्ञ में नागों की रक्षा की थी। इसलिए इबके नाम का स्मरण या उपरोक्त मन्त्र के जाप से नागों का भय मिट जाता है।
- माँ मनसा देवी के ये पुत्र हैं। इनकी मां मनसा शिव की मानस पुत्री है।
- नाग धूप घर में बनाकर जलाएं…विषधर नागों को भगाने का यह सरल सा उपाय बताया गया है
गुडश्रीवासभल्लातं विडंगत्रिफलायुतम्। लाक्षार्कपुष्पप्रयुतश्च धूपोवृश्चिकसर्पह्रत्॥
- अर्थात-गुड़, चंदन, वायविडंग, त्रिफला, लाख और मदार (अकौड़ा या अकौआ) के फूलों को (समान भाग में) मिलाकर धूप देने से (धुआँ करने से) सर्प और बिच्छू भाग जाते हैं।
- विशेष – यह कोई तंत्र, मंत्र या पूजापाठ नहीं है। इन वस्तुओं के सम्मिलित धुएँ से घर से सर्प-बिच्छू तो भाग ही जाते हैं, अन्य प्रकार के भी जहरीले कीड़े-मकोड़े भी नहीं आते और यदि घर में होते भी हैं, तो मर जाते हैं।
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