आइए करते है अपनी सेहत से जान – पहचान…..
आज वर्ल्ड हेल्थ-डे के अवसर पर विशेष सुविचार…सभी को बहुत बहुत शुभकामनाएं….।
जिसके पास स्वस्थ शरीर है, उस पर मानसिक तनाव भी अपना प्रभाव छोड़ पाने में असमर्थ होता है.
एक कहावत है पहला सुख निरोगी काया. यानी जीवन का प्रथम और सबसे बड़ा सुख अगर कोई है..
तो वह केवल स्वस्थ जीवन का तात्पर्य केवल इतना भर नहीं है कि अच्छा आहार लिया जाए, बल्कि इसमें अन्य बाते भी शामिल हैं।
आप कितने प्रसन्न या खुशहाल हैं,
इसे आंकने का सिर्फ एक पैमाना है…
कि आप कितने सेहतमंद हैं।
इन पांच तरीकों से सुंदर-स्वस्थ दुनिया बना सकते हैं।
1. धुप-पानी: रोज 15 मिनट की धूप से बीपी नियंत्रित रहता है। 5 से 3 लीटर पानी पाचन तंत्र दुरुस्त रखता है।
2. खानपान: रोज 400 ग्राम फल सब्जी से हृदय रोग का खतरा 24 प्रतिशत दूर, असमय मौत का जोखिम भी 31 प्रतिशत कम होता है।
3. जीवनशैली: 6 से 8 घंटे की नींद से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। अच्छी नींद वैक्सीन के प्रभाव को बढ़ा सकती है।
4. डिजिटल ब्रेक: हर 20 मिनट पर 20 सेकंड के लिए स्क्रीन से दूरी आपको विजन सिंड्रोम से बचा सकती है।
5. मानसिक सेहत: रोज 30 मिनट सैर, 5 मिनट दौड़ और 25 मिनट योग डिप्रेशन को दूर रखते हैं।
- ”ऊं नमो भगवते महासुदर्शनाया वासुदेवाय धन्वन्तरये
अमृतकलशहस्ताय सर्वभयविनाशाय सर्वरोगनिवारणाय
त्रैलोक्यपतये त्रैलोक्यनिधये श्री महाविष्णुस्वरुप
श्रीधन्वंतरिस्वरुप श्रीश्रीश्री औषधचक्र नारायणाय स्वाहा।”
धनवंतरी मंत्र अच्छे स्वास्थ्य की कामना का मंत्र है।
इसे यहां इसलिए लिया गया है।
इस अभ्यास के लिए यह मंत्र जरूरी नहीं, कोई भी 6 शब्दो के साथ यह अभ्यास कर सकते हैं।
सांस की गति नियंत्रित कर 10-10 सेकंड के लिए सांस रोकते हुए एक सेहतमंद व्यक्ति ओसतन 6 शब्द प्रति मिनट पढ़ सकता है।
10 सेकंड भी सांस रोक कर पा रहे हैं तो डॉक्टर से परामर्श लें।
दिन में एक बार 20 मिनट तक इस पैटर्न पर धीरे-धीरे सांस लेनी चाइए।
विश्व स्वास्थ्य दिवस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं….।
✨अमृतम पत्रिका✨
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