एनीमिया मुख्य रूप से तीन
तरह का होता है…..
★ खून की कमी से होने वाला एनीमिया।
★ रूधिर अपघटन/हेमोलाइसिस एनीमिया।
★ लाल रक्त कणिकाओं के निर्माण में कमी के कारण होने वाला एनीमिया।
एनीमिया होने के 9 कारण-
■ लौह तत्व की कमी।
■ विटामिन बी 12 की कमी।
■ फोलिक एसिड की कमी।
■ मां के दूध पिलाने के कारण।
■ बहुत ज्यादा खून की कमी होने पर।
■ पेट में इन्फेक्शन के कारण।
■ अधिक ध्रूमपान यानि स्मोकिंग।
■ नशे-पत्ते ज्यादा करना
■ अधिक दवाओं के इस्तेमाल से।
रुधिरवर्णिका अथवा हीमोग्लोबिन देह में लौह-युक्त आक्सीजन का परिवहन
(ट्रांसपोटेशन) करने वाला एक धातुप्रोटीन है। शरीर में लोहे की ज्यादा कमी होना सेहत के लिए हानिकारक होता है। एक स्वस्थ शरीर में लोहे की मात्रा 20 ग्राम तक होनी चाहिए। अधिकआयरन की कमी से एनीमिया यानी खून की कमी जैसी
गंभीर समस्या जन्म लेने लगती है।
खून की कमी (एनीमिया) के 21 लक्षण-
{1} ज्यादा सुस्ती आना।
{2} हर समय कमजोरी, थकान रहना।
{3} बार-बार तबियत खराब होना।
{4} सांस लेने में दिक्कत।
{5} घबराहट, बेचैनी बनी रहना
{6} सर्दी के प्रति ज्यादा संवेदनशील होना।
{7} पैरों और हाथों में सूजन।
{8} क्रॉनिक हार्ट बर्न।
{9} ज्यादा पसीना आना।
{10} स्टूल/लैट्रिन में खून आना।
{11} स्वभाव में चिड़चिड़ापन आना
{12 } आँखों के आगे अंधेरा आना
{13} चक्कर आना
{14} सिर में दर्द रहना
{15} बच्चे की श्वास बहुत तेजी से चलना {16} बच्चों में एकाग्रता में कमी
{17} बच्चों का तुलनात्मक रूप से धीमी वृद्धि और विकास का होना।
{18} बच्चों में व्यवहारिक और मानसिक समस्या का आना
{19} साँस लेने में असुविधा
{20} अनियमित मासिकचक्र
{21} तेजी से बालों का झड़ना।
Leave a Reply