गीले बालों में तेल न लगाएं, न कंघी करें।
आयुर्वेदिक शेम्पो अमृतम भृङ्गराज हेयर थेरेपी का तीन माह उपयोग करें।
ओर भी अन्य उपाय जाने-
अगर शरीर में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन न हो तो मसल्स और हड्डियों के अलावा स्किन और बाल से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं… बालों का कमजोर होना, टूटना या झड़ना भी प्रोटीन की कमी को दर्शाता है।
मुख्य सन्दर्भ ग्रन्थ-के नाम…
{१} धन्वन्तरि कृत आयुर्वेदिक निधण्टु
{२} आयुर्विज्ञान ग्रंथमाला
{३} आयुर्वेद द्रव्यगुण विज्ञान
{४} आयुर्वेदिक काय चिकित्सा
{५} आयुर्वेद सारः संग्रह
{६} भावप्रकाश निघण्टु
{७} सुश्रुत सहिंता
{८} चरक सहिंता एवं
{९} वाग्भट्ट आदि ये सब ग्रन्थ
5000 वर्षों से भी प्राचीन हैं और
आयुर्वेद की अमूल्य धरोहर है।
लगभग 32 अयुर्वेदिक ग्रन्थ-शास्त्र, अमृतम पत्रिका और किताबों से ली गई ये सात तरह की आयुर्वेदिक दवाएं आपके बालों को बल देने में सहायक हो सकती हैं।
आयुर्वेद के पुराने ग्रन्थ भेषजयरत्नावली,
केशरोग निदान पुस्तकों में केश-झड़न, खालित्य-पालित्य के मुख़्य कारणों में
●रोगप्रतिरोधक क्षमता के कमजोर होने
●लगातार पेट या यकॄत की खराबी।
● मानसिक तनाव, बेवजह चिंता।
●अत्यधिक तनाव और विटामिन-प्रोटीन की कमी से सिर की जड़े कमजोर हो जाती हैं, जिससे धीरे-धीरे बालों के झड़ने-टूटने, रफ होने की समस्या शुरू होने लगती है।
रोज कितने बाल टूटना चाहिए….
लगातार रोज यदि 50 या 100 से ज्यादा बाल टूटे, तो आयुर्वेद में इसे पालित्य केश विकार बताया है। यही आगे चलकर खतरनाक खालित्य रोग यानि गंजपन का कारण बनता है।
दूसरी वजह यह भी है कि- आये दिन बिना जाने-परखे, सुनी-पढ़ी बातों में आकर नित्य नये घरेलू उपायों के कारण झड़ जाते हैं।
तीसरी वजह है- जल्दी फायदे के चक्कर में किसी भी उत्पाद का सोचे-समझे बिना उपयोग करना।
भारत सरकार ज्ञापन से और प्रजा
विज्ञापन से परेशान है…
आजकल 7 या 10 दिन में बाल बढ़ाने, गंजापन मिटाने के बहुत लुभावने विज्ञापन।
वृक्ष की तरह ही बढ़ते हैं-बाल…
किसी भी वृक्ष में आप जल्दी फल नहीं ला सकते, चाहें लाखों रुपये की खाद या केमिकल का उपयोग कर लें।
वृक्ष अपनी प्रवृति-प्रकृति अनुसार ही बढ़ेगा और फल देगा। अतः भ्रम व बहकावे से बचना चाहिए।
बाल झड़ रहे हैं तो लीजिये-
ये 7/सेवन आयुर्वेदिक अमृतम उत्पाद
【1】कुन्तल केयर हेयर स्पा हेम्प युक्त
सूखे बालों में लगाकर सूखने देंवें
【2】भृङ्गराज हेयर थेरेपी शेम्पो
स्पा लगाने के बाद बाद बाल धोने के लिए
बालों को सुखाकर दूसरे दिन इसे इतना लगाएं कि जड़ें गीली हो जाएं। ध्यान रखें।बालों को ज्यादा कसकर न बांधें।
सुबह खाली पेट 1 से 2 चम्मच गुनगुने दूध दिन में केवल एक बार लेवें।
【5】अमृतम टेबलेट
रात को खाने से पहले 1 से 2 गोली सादे जल से केवल 1 बार लेकर आधे घण्टे बाद भोजन करें।
दुपहर खाने से पूर्व 20 से 30 ml दवा एक गिलास पानी में डालकर पियें।
रात को सोते समय 2 गोली दूध से लेवें।
उपरोक्त दवाएं बालों को बचाने के लिए
बेहतरीन बलशाली योग है। इन्हें एक एक माह तक इस्तेमाल करके देखें।
सुबह से लेकर शाम तक खुद से प्रेम करो…ये नियम अपनाओ
!~ सबसे पहले सुबह उठकर अधिक से अधिक पानी, फिर चाय पीना हो, तो पीकर फ्रेश हों।
!!~ स्नान से पहले या बाद में जैसा मन हो। वैसे तंदरुस्ती के लिए ब्रेकफास्ट नहाने के बाद करना ठीक रहता है।
क्या लेवें- ब्रेकफास्ट में-
आहार जितना पौष्टिक होगा, शरीर उतना मजबूत एवं इम्युनिटी से लबालब होगा।
सुबह नाश्ते में मधु पंचामृत मिलाकर दूध,
मीठा दही, मूंग का पानी, पराठा, छाछ, फल, जूस, आइसक्रीम, गर्म भजिया, चॉकलेट, ब्रेड, पाव आदि कुछ भी हल्का या गरिष्ठ ले सकते हैं।
मैदा युक्त बाजार के नाश्ते से बचें।
दिन में भोजन कैसा हो –
लौंकी की सब्जी, तुरई की सब्जी, भिंडी, सभी तरह की सब्जी, मूंग, उड़द, अरहर की दाल, मीठा दही, पूड़ी, परांठा, मिस्सी रोटी लेवें।
पथ्य-अपथ्य यानिपरहेज-
रात में दही, सलाद, जूस, आइसक्रीम, मैदा युक्त भोजन, अरहर की दाल आदिन लें।
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