आपका पित्त भयंकर रूप से आंतुलित है और मेटाबॉलिज्म डिसऑर्डर हो गया है। इसीलिए पेशाब की जलन बनी हुई है। भारत में ज्यादातर शरीर में पित्त की वृद्धि से अनेक बीमारी फैल रही हैं और लोग लापरवाही के चलते इस पर ध्यान नहीं देते। पित्त की वजह से ही हमारा यकृत क्रियाशील नहीं रहता। अगर लिवर ठीक से काम करें, तो पाचन तंत्र ठीक रहता है। यकृत भोजन को जल्दी पचता है और पित्त का संतुलन बना रहता है। वर्तमान में बढ़ते त्वचा रोग, खुजली, फोड़े, फुंसी, चेहरे के निशान, कम आयु में ही झुर्रियां पड़ना, कील, मुंहासे, कर्कट रोग यानि केंसर आदि समस्या का कारण लिवर की खराबी है। लिवर के कारण ही ज्यादातर लोगों को आंव बनना, यानि एमोवायसिस, कब्ज, भूख कम लगना, भोजन से अरुचि जेसी शिकायतें दिन दिन बढ़ रही है। जीवन का अंत…तुरंत न हो, इसके लिए एलोपैथी से हाथ जोड़े। स्वस्थ्य जीवन, तंदुरुस्ती के लिए आयुर्वेद अपनाएं। पेट, लिवर और पित्त इन सब अनेकों तकलीफों का इलाज निम्नानुसार है।
- सुबह खाली पेट एक चमच गुलकंद और एक चम्मच Keyliv Strong Syrup दोनों को अच्छी तरह मिलाकर दूध या पानी के साथ लेवे।
- खाने के तुरंत बाद एक चमच गुलकंद सादे जल के साथ खूब चबा चबाकर खाएं और रात में भोजन से एक घंटे पहले दो चम्मच किलिव सिरप 300 ML पानी में अच्छी तरह मिलाकर या फेंटकर पी जाएं और भोजन बहुत आराम से ग्रहण करें। खाने के 1 घंटे बाद पानी पीएं।
- उपरोक्त छोटा सा उपाय आपकी सभी समस्याएं दूर कर देगा और कभी भी आपको चिकित्सकों के चक्कर नहीं लगाना पड़ेगें।
- गुलकंद और Keyliv के बारे में आप अमेजन, MY UpChar, Amala Earth और AmruTam की वेवसाइट पर पढ़ सकते हैं।
- अगर आप मधुमेह पीड़ित हैं, तो Keyliv Capsule सुबह शाम 1-1 कैप्सूल ले सकते हैं।
- यह शुद्ध आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के सत्व, अर्क और क्वाथ के रस से निर्मित है। Keyliv कैप्सूल में किसी तरह का रसायनिक पदार्थ या एक्सट्रेक्ट नहीं मिलाया है। इसलिए ये महंगा है।
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