बालों का झड़ना नहीं रुक नहीं रहा है,
तो बहुत से उपाय-उपचार न करके केवल एक बार 20 दिन तक
अमृतम कुन्तल केयर हर्बल हेयर स्पा हेम्पयुक्तके बारे में वीडियो देखें।
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बालों में लगाकर एक घण्टे तक सुखाएं ओर बिना धोए कढ़ी करें।
यह 27 से अधिक असरकअडक केशनाशक जड़ीबूटियों से बना हुआ काढ़ा है।
दूसरे दिन अमृतम भृंगराज हेयर थेरेपी से बाल धोएं।
यह भी भृङ्गराज, जटामांसी, शिकाकाई, विभितकी, त्रिफला, अनन्तमूल आदि औषधियों के काढ़े से पूर्णतः आयुर्वेदक शेम्पू है।
आपका हमेशा का भटकाव खत्म हो जाएगा।
अधिकांश महिलाओं-नवयुवतियों के बाल आजकल बहुत झड़ रहे हैं।
अनेको इलाज कर लिए किसी ने प्याज का रस लगाया, तो किसी ने प्याज का तेल। प्याज-नीबू के रस को भी अपना लिया, पर हुआ कुछ नहीं।
बहुत से तेल लगा लिए। एलोवेरा जेल, त्रिफला आदि का भी प्रयोग कर लिया, परन्तु केशझडन की समस्या जस की तस बनी रही।
ध्यान रखें बाल, लाल (पुत्र), ताल और काल हमारे दुश्मन नहीं है।
हम इनसे जैसा व्यवहार करते हैं वैसा ही हमारा हाल कर देते हैं।
लाल को ननिहाल में रखेंगे, तो क्या संस्कार सीखेगा।
स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही होगी, तो काल कभी भी भसक लेगा।
गाल को आकर्षक बनाये रखने के लिए दिनचर्या ठीक होना चाहिए।
ताल-बेताल से दूर रहने की शिक्षा हमें बचपन में ही मिल जाती है।
तन्दरुस्त स्त्री की चाल, ढाल और नहाए के बाल दूर से दिखते हैं।
वह अपने ख्याल में जीना पसंद करती है।
तंदरुस्ती के लिए अमृतम नारी सौंदर्य माल्ट
एक बेहतरीन दवा है। यह पीसीओडी जैसी समस्याओं से नारी की रक्षा करता है।
नारी सौंदर्य माल्ट में मिलाया आँवला मुरब्बा, गुलकन्द आदि 31 ओषधियाँ हैं..
जिसके नियमित सेवन से देह में आयरन एवं विटामिन सी की पर्याप्त पूर्ति होने लगती है।
नारी की बीमारी के अनेकों कारण हैं, जिनमें हार्मोनल परिवर्तन, हाइपोथायरायडिज्म, मधुमेह यानि डाइबिटीज,
वजन घटना तथा अत्याधिक रसायनिक उत्पादों का उपयोग से होने वाले साइड इफ़ेक्ट के कारण केश अकाल की दिक्कतें होने लगती हैं।
नारी सौन्दर्य माल्ट उपरोक्त रोगों में हितकारी है।
आयुर्वेदिक ग्रन्थ द्रव्यगुण विज्ञान, चरक सहिंता के अनुसार बाल झड़ने की समस्या दीर्घकालिक नहीं है।
पेट साफ तथा पाचनतंत्र मजबूत रखें। चिन्ता की जगह उन्नति हेतु चिंतन करें।
गहरी श्वांस नाभि तक ले जाएं।
ज्यादा सोचने से ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है, इसलिए व्यर्थ की बातें न सोचें।
मन को प्रफुल्लित रखने की कोशिश करें।
अंडे की सफेदी, एलोवेरा जेल, नीम के पत्तों से बाल झड़ना कभी बन्द नहीं होगा।
भावप्रकाश निघण्टु शास्त्र के अनुसार यह बालों की दवाएं नहीं हैं।
प्राचीन आयुर्वेदिक किताबों में केश उपचार के लिए मात्र 55 से 72 जड़ीबूटियों का उल्लेख है।
जैसे-भृंगराज, हेम्प, शिकाकाई, बालछड़, जटामांसी, नागरमोथा, रोहिष घांस, तुरई लोंकी बीज, सारिवा, त्रिफला,
घृतकुमारी, बादाम, बहेड़ा आदि। इसके अलावा सब कुछ विधियां भ्रमित कर बालों को बर्बाद करने वाली हैं।
अगर सुबह पेट साफ नहीं होता हो, तो रात में एक गोली अमृतम टेबलेट सादा जल से लेवें।
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