- शरीर को अपार ऊर्जा देने वाली- शक्तिदाता हर्बल मॉल्ट के 23 से अधिक फायदे जाने।
अमृतम गोल्ड माल्ट असरकारक ओषधि के साथ-साथ एक ऐसा अदभुत हर्बल सप्लीमेंट है,
जो वर्क फ्रॉम होम में जो बच्चे कार्यरत हैं, उन्हें यह औषधि रोज जरूर लेना चाहिए।
यह माल्ट रोगों के रास्ते रोककर सभी नाड़ी-तंतुओं को क्रियाशील कर देता है।
अमृतम गोल्ड माल्ट….दिन में दो बार दूध से नियमित लेने से सभी विकार-हाहाकार कर तन से निकल जाते हैं।
कभी भी कोई रोग नहीं सताता।
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- यह तन-मन प्रसन्न रख चुस्ती-स्फूर्ति, तन्दरूस्ती बढ़ाता है।
अमृतम गोल्ड माल्ट से होने वाले तेईस लाभ…
- पाचनतंत्र को ठीक करता है।
- लिवर को क्रियाशील बनाता है।
- बल-वीर्य, रक्त की वृद्धि करता है।
- अमृतम गोल्ड माल्ट बेहतरीन इम्यूनिटी बूस्टर है।
- त्रिदोष नाशक होने से वात-पित्त-कफ को सन्तुलित कर शरीर को बीमारियों से बचाता है।
- शरीर जीवनीय शक्ति से लबालब हो जाता है ।
- हमेशा खाते रहने से ऊर्जा-उमंग, उत्साह की वृद्धि होती है।
- बार-बार होने वाले रोगों से देह की रक्षा करता है।
- शरीर की टूटन, जकड़न-अकड़न मिटाता है ।
- अमृतम गोल्ड माल्ट कोरोना संक्रमण या किसी तरह की बीमारी के बाद की कमजोरी दूर करने में सहायक है।
- अमृतम गोल्ड माल्ट गर्म पानी से सुबह खाली पेट लेवें,
- तो मेदरोग, मोटापा को नियंत्रित करने में सहायक है ।
- मस्तिष्क के विकार जैसे- दिमाग में अंदर से आवाज सुनाई देना, चिड़चिड़ापन,
- बात-बात पर क्रोध आना, गुस्सा होना आदि तकलीफों से मुक्ति दिलाता है।
- थकावट, आलस्य, बहुत ज्यादा नींद आना, हांफना जैसे सामान्य रोग मिटाता है।
- इस माल्ट के सेवन से तन-मन प्रसन्न तथा शक्ति, स्फूर्ति आती है, काम में मन लगने लगता है।
- जिन लोगों का पेट सदैव खराब रहता हो, हमेशा कब्ज रहना, पूरी तरह एक बार
- में पेट साफ न होना आदि उदर रोग ठीक कर पखाना समय पर लाता है।
- पेट की कड़क नाडियों को मुलायम बनाकर उदर के सभी रोगों का नाश करता
- दुबले-पतले शरीर वालों को ताकतवर है।
- लंबे समय से बीमार या बार-बार रोगों से पीड़ित रोगियों में जीवनीय शक्ति वृद्धिकारक है।
- किसी अज्ञात रोगों के कारण बालों का झड़ना, रूसी (डेंड्रफ), खुजली, रूखापन मिटाने में सहायक है।
- अमृतम गोल्ड माल्ट का सेवन मौसमी (सीजन) बदलते समय होने वाले रोगों से रक्षा करता है।
- अमृतम गोल्ड माल्ट में मिलाया गया हरड़ मुरब्बा आँतो की खराबी, रूखापन, चिकनाहट दूर करे ।
- आंवला मुरब्बा, गुलकन्द यकृत (लिवर) एवम गुर्दों की रक्षा करता है।
- माल्ट में मिले त्रिकटु, शिलाजीत, चतुरजात आदि कमजोर शरीर व हड्डियों को ताकत देकर मजबूत बनाते है।
जैसा वेदों ने सुझाया,अमृतम ने बनाया–
भारतीय वेद का एक भाग आयुर्वेद को समर्पित है, इसमें आयु के रहस्मयी भेद होने के कारण इसे आयुर्वेद कहते हैं।
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