नीचे दिए जा रहे धार्मिक ग्रन्थों के नाम पढ़कर दिमाग हिल जाएगा। ठाप स्वयं सोचें कि उन विपरीत परिस्थितियों में हमारे महामुनि, महामना महर्षियों, महात्माओं ओर महाज्ञानियों ने इन्हें कैसे लिखा होगा और आज की पीढ़ी को पढ़ने की फुर्सत नहीं है।
फिलहाल 150 पुस्तकों के नाम दिए जा रहे हैं…
आचार्य चाणक्य की चाणक्य नीति विश्व प्रसिद्ध कृति है।
राजा भृर्तहरि के नीति वचन, शतक आदि।
शुक्राचार्य द्वारा रचित शुक्रनीति एक्सी बहुत से नीति ग्रन्थ काल के कपाल में समाहित हो गए।
- भारत में धर्मग्रंथों की भरमार है। अमृतमपत्रिका पुस्तकालय में भी अनेकों प्राचीन तथा दुर्लभ धर्मग्रंथों का संकलन है, जिसके सहारे सही जानकारी देने का प्रयास करते हैं।
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- गूगल पर पड़ी बहुत सी बातें उलजुलूल तरह की हैं, उनमें सत्य का भारी अभाव है। अतः पढ़ते समय अपना दिमाग जरूर लगाएं। केवल सुनी सुनाई और पढ़ी-पढ़ाई बातों पर अंधविश्वास आपको सही मार्गदर्शन नहीं देगा।
भारती धर्म ग्रन्थों की सूची
१- अथर्ववेद संहिता-हिन्दी-टीका
२- अथर्ववेद संहिता शौनकीय सायण भाष्य सहित
३- अभिनय दर्पण
४- अक्षर अनन्य- श्री अम्बाप्रसाद श्रीवास्तव
५- अभिज्ञान शाकुन्तल
६- अर्धनारीनटेश्वर स्तोत्र ७- आंसू- जयशंकर प्रसाद
८- आनन्दलहरी स्तोत्रम्-डिण्डिम भाष्य, गोपालसुन्दरी टीका सहित, पीताम्बरा पीठ दतिया
९- आनन्दलहरी- कैवल्याश्रमविरचित सौभाग्यवर्धिनी व्याख्या सहित
१०- ईशावास्योपनिषद्- महर्षि अरविन्द भाष्य
११- उत्कीर्णलेखांजलि
१२- ऋग्वेद संहिता- हिन्दी टीका
१३- ऋग्वेदसंहिता- सायण भाष्य
१४- कठोपनिषद्- शांकरभाष्य
१५- कठो पनिषद् – प्रकाशभाष्य
पीताम्बरापीठ दतिया
१६- कथासरित्सागर।
१७- कर्पूरमंजरी
१८- कामकलाविलासपीताम्बरापीठ संस्कृत परिषद दतिया
१९- कविराज अभिनन्दन ग्रन्थ
२०- कृष्ण यजुर्वेद-तैत्तिरीय शाखा
२१- कामायनी- जयशंकर प्रसाद
२२- किरातार्जुनीय- मल्लिनाथी टीका सहित
२३- कुमारसम्भव-मल्लिनाथी टीका
२४- केनोपनिषद्
२५- गंगालहरी-पंडितराज जगन्नाथ
२६- गंगालहरी- कविवर पद्माकर
२७- गंगावतरण- जगन्नाथदास रत्नाकर
२८- गंगागुणमंजरी- कालीदत्त कविनागर
२९- गंगाशतक- लाख कवि विरचित
३०- गृहस्थाश्रम धन्य है- स्वामी
अखण्डानन्द सरस्वती
३१- गीतगोविन्द-जयदेव
३२- गीता-विज्ञानभाष्यभूमिका
३३- गुह्यकाल्युपनिषद्
३४- अद्वयतारकोपनिषद्
३५- गूढार्थचन्द्रिका
३६- गौरीगिरीशस्तोत्र
३७-घेरण्डसंहिता
३८- चन्द्रगुप्त नाटक-जयशंकर प्रसाद
३९- छान्दोग्य उपनिषद्
४०- गुंजन-सुमित्रानन्दन पन्त
४१- तन्त्र सिद्धान्त और साधना-देवदत्त शास्त्री
४२- तुलसी शब्दार्थ प्रकाश
४३- तैत्तिरीय प्रातिशाख्य
४४- तैत्तिरीय ब्राह्मण
४५- तन्त्रालोक
४६- नाट्य शास्त्र- भरत मुनि।
४७- दुर्गोपासना कल्पद्रुम
४८- दुर्गासप्तशती-सप्तटीका सहित
४९- देवयजन-केवल्यधाम लोनावला
५०- देवीपुराण
५१- नटराज सहस्रनाम
५२- नादबिन्दूपनिषद्
५३- नैषधीयचरितम्
५४- नीलकण्ठविजयचम्पू
५५- प्रपंचसार
५६- प्राकृत प्रकाश- वररुचि
५७- प्रतीकशास्त्र-परिपूर्णानन्द वर्मा
५८- प्रयोगमदीपिका-प्रपंचसार की टीका
५९- पूजा-तत्व-गोपीनाथ कविराज
६०- परशम्भुमहिम्नस्तव-क्रोध भट्टारक दुर्वासाकृत
६१- पंचस्तवी
६२- पंचोपनिषद्-प्रकाश भाष्य-पीताम्बरा परिषद दतिया
६३- प्रदोषस्तोत्र
६४- पातंजलयोगप्रदीप-गीताप्रेस
६५- पातंजलयोगसूत्र-व्यासभाष्य
६६- पादुकापंचक-कालीचरण कृत टीका सहित
६७- पृथ्वीसूक्त-ज्योत्स्ना, विवृति, पीयूष भाष्य सहित
६८- बृहत्स्तोत्ररत्नाकर-निर्णय सागर प्रेस
६९- बृहदेशी मतंगमुनि
७०- बिहारी सतसई
७१- बृहज्जाबालोपनिषद्
७२- बोधिचर्यावतार
७३- बगलारहस्यम्-पीताम्बरा संस्कृत परिषद
७४- बृहज्जातक- वराहमिहिर
७५- बृहत्संहिता-वराहमिहिर-भट्टोत्पल टीका सहित
७६- बृहज्जातक-नौका टीका
७७- बृहज्जातक-भट्टोत्पली टीका
७८- ब्रह्माण्ड पुराण
७८अ. भारतीय प्रतीक विद्या-बिहार राष्ट्र भाषा परिषद पटना
७९- भावनोपनिषद्- भास्करराय भाष्य सहित
८०- भर्तृहरिशतक- संस्कृत टीका सहित ८१- नित्या षोडशिकार्णव
८२- पुरुषसूक्त-टीकाचतुष्टय सहित
८३ महिम्नस्तोत्र-मधुसूदनी व्याख्या
८४- महिम्नस्तोत्र-सारार्थदीपिका व्याख्या
८५- महिम्नस्तोत्र- मुद्गलाचार्यकृत व्याख्या-हस्तलिखित
८६- महिम्नस्तोत्र-जगन्नाथ चबर्तिव्याख्या
८७- महिम्नस्तोत्र- हिन्दी टीका- परमार्थ प्रकाशन स्वर्गाश्रम
८९- मनीषी की लोकयात्रा- डा० भगवतीप्रसादसिंह
९०- मत्स्य पुराण
९१- महाकवि देव
-डा० कृष्णचन्द्र वर्मा
९२- मेघदूत- संजीविनी टीका अग्रवाल
९४- मालविकाग्निमित्र- कालिदास
९३- मेघदूत-डा० वासुदेवशरण
९५- मालतीमाघव-भवभूति
९६- महाविद्यासूत्रम्
९७- महार्थमंजरी दतिया
९८- मनुस्मृति
१०० मातृका हृदय
१०१ मैत्रायणीयोपनिषद
१०२ मण्डलब्राह्मणोपनिषद्
९९- मातृकाचक्र विवेक- पीताम्बरा संस्कृत परिषद दतिया
१०३ मुण्डकोपनिषद्
१०४ मार्कण्डेय पुराण
१०५ योगिनीहृदय
१०६ योगियाज्ञवल्क्य
१०७ योगवाशिष्ठ
१०८ योग उपनिषद्- उपनिषद्ब्रह्मयोगिन भाष्य
१०९ रसगंगाधर-पंडितराज जगन्नाथ
११० रामचरितमानस- तुलसीदास
१११ रघुवंश- कालिदास
११२ रुद्रसूक्त
११३ रूद्राष्टाध्यायी-ज्वालाप्रसादमिश्रकृत भाष्य
११४ रहिमनविलास
११५ ललितासहस्रनाम-सौभाग्यभास्कर भाष्य
११६ लिंग पुराण
११७ वाल्मीकि रामायण
११८ वैराग्य शतक-भर्तृहरि।
११९ महाभारत- हिन्दी टीका-गीता प्रेस गोरखपुर
१२० महाभारत- नीलकण्ठी व्याख्या
१२१ वायवीय संहित।
१२२ विनयपत्रिका
१२३ विष्णु पुराण
१२४ विश्वगुरुयोगदर्शन
१२५ वृतरत्नाकर
१२६ वेणीसंहार नाटक
१२७ शतपथ ब्राह्मण
१२८ शिव संहिता
१२९ ताण्डवस्तोत्र-माधवानन्द व्याख्या
१३० शिवताण्डवस्तोत्र-गणेश भारती कृत सद्योजनिका टीका-हस्तलिखित
१३१ शिवताण्डवस्तोत्र-हिन्दी टीका-विश्वेश्वर झा
१३२ शिवताण्डवस्तोत्र- संस्कृत हिन्दी व्याख्या पद्यानुवाद सहित इसका प्रथम और अन्तिम पृष्ठ नहीं ।
१३३ शिवमहिम्नस्तोत्र-केवलरामकृत संस्कृत व्याख्याहस्तलिखित।
१३४ शिशुपालवध- मल्लिनाथी व्याख्या
१३५ शारदातिलक- पदार्थादर्श टीका।
१३६ शैवमत- डा० यदुवंशी- राष्ट्रभाषा परिषद पटना १३७ सूरसागर-सूरदास
१३८ शुक्ल यजुर्वेद- हिन्दी टीका
१३९ शुक्लयजुर्वेदसंहिता-महीधर उव्वट भाष्य सहित १४० शिवपुराण
१४१ श्रंगारतिलक चम्पू
१४२ श्रीमद्भागवत- श्रीधरी व्याख्या
१४३ श्रीमद्भागवत- हिन्दी टीका
१४४ श्रीमद्भगवद्गीता- अभिनवगुप्तकृत व्याख्या
१४५ श्रीमद्भगवतगीता- श्रीधरी व्याख्या
१४६ श्रीमद्भगवद्गीता- मधुसूदनी व्याख्या
१४७ श्रीमद्भगवद्गीता-नीलकण्ठी व्याख्या
१४८ श्रीमद्भगवद्गीता- शांकरभाष्यहिन्दी टीका सहित-गीता प्रेस
१४९ श्रीदुर्गातत्व-श्यामनन्दननाथ
१५० शिवरहस्य- शिव गीता
१५१ शिवस्तुति
१५२ श्वेताश्वतरोपनिषद्
१५३ षट्चक्र निरूपण- स्वामी स्वरूप कृत हिन्दी टीका १५४ षट्चक्रनिरूपण- विश्वनायकृत संस्कृत टीका
१५५ षट्चक्रनिरूपण- कालीचरणकृता संस्कृत टीका १५६ साहित्य के पथ पर भाग २४- रवीन्द्र साहित्य
१५७ सांख्यकारिका
१५८ सुभगोदयस्तुति- अमृतझरिका व्याख्या
१५९ सुभगोदयस्तुति- सटिप्पण
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