क्यों आता है गंजपन?
बाल झड़ने,टूटने , पतले होने और बाल खराब होकर गंजापन (खालित्य) के आने की वह 9 वजह क्या है? और
“17″ ओषधियाँ बालों को बढ़ाने वाली –
जानिए इस आर्टिकल से
खारे-बोरिंग और प्रदूषित पानी से बाल धोने
पर सिर की त्वचा क्षतिग्रस्त हो जाती है,
जिसकी वजह से
{1} बालों में रूसी (डेन्ड्रफ) का बढ़ना।
{2} खुजली (इचिंग), गन्दगी हो जाती है।
{3} बालों में कीड़े लग जाते हैं।
{4} संक्रमण होने लगता है।
{5} बाल दोमुंहे (spilt ends) होकर झड़ते हैं।
{6} बाल कड़क,रूखे व भूरे हो जाते हैं।
{7} बालों की चमक खत्म हो जाती है।
{8} बाल गुच्छों के रूप में टूटकर पतले होने लगते हैं।
{9} कम उम्र में ही बाल सफेद होना भी एक अन्य कारण है।
आपके बाल यदि हैल्दी नहीं हैं?
तो फिक्र न करें, हमारे पास है –
100 फीसदी आयुर्वेदिक इलाज
कुन्तल केयर हर्बल हेयर स्पा
बालों की जड़ों तक जाए
हमेशा के लिए राहत दिलाये
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देशी काढ़े से बना एक अद्भुत खुशबूदार
शुद्ध आयुर्वेदिक ओषधि 100% जैसे
【१】ब्राह्मी, 【२】बालछड़, 【३】भृंगराज,
【४】मेहंदी, 【५】शिकाकाई, 【६】रीठा
【७】कपूर कचरी 【८】नील पत्ती
【९】नागरमोथा, 【१०】आँवला,
【११】गुड़हल के फूल
【१२】नीबू छिलका
【१३】सीताफल के बीज,
【१४】लोंग का तेल, (क्लोव आयल)
【१५】जैतून तेल (ओलिव ऑयल)
【१६】मालकांगनी तेल, ( यूकेलिप्टस)
【१७】घृतकुमारी ( एलोवेरा)
रूसी-खोंची,झड़न मिटाये
“७” दिनों में असर दिखाए
रूसी (डेन्ड्रफ) का महाविनाशकारी योग –
कुन्तल केयर हर्बल हेयर स्पा 100% आयुर्वेदिक
★ सिर की रूसी डेन्ड्रफ को रुकने न दे
★ सिर की सारी रूसी,गन्दगी, बालों का मैल
इचिंग धो डाले केवल एक बार में धो डाले।
अन्य फायदे —
★ मस्तिष्क को शाँति और शीतलता प्रदान करे।
★ शिरःशूल, सिरदर्द, आधासीसी से राहत दे।
★ बालों की जड़ों को मजबूत बनाये।
★ केशपात,केश पतन, केशरोगों से मुक्ति दिलाये।
★ खालित्य-पालित्य जैसे महासत्यानाशी केश विकारों को दूर करे।
★ खरे-बोरिंग के पानी के कारण होने वाले केश विकारों का नाशक।
★ क्षतिग्रस्त,कमजोर जड़ों की मरम्मत कर बालों को मजबूत बनाये
अमृतम की महत्वपूर्ण चार ओषधियाँ
विश्व का प्रथम हेयर हर्बल स्पा जो झड़ते,टूटते बालों की सम्पूर्ण आयुर्वेदिक चिकित्सा है ।
【1】कुन्तल केयर हर्बल हेयर ऑयल
【2】कुन्तल केयर हर्बल हेयर स्पा
【3】कुन्तल केयर हर्बल हेयर शैम्पू
【4】कुन्तल केयर हर्बल हेयर माल्ट
पहले बुजुर्ग कहा करते थे कि-
जब मजबूत हों जड़े,
तो काहे को बाल झड़े ।
अमेरिका के एस.बी.एम.आर.आई. के
वैज्ञानिकों ने दुनिया को आगाह किया है
कि बालों,केशों हेयर का बचाव केवल
प्राकृतिक चिकित्सा,हर्बल ओषधियों,
अमृतम आयुर्वेदिक दवाओं द्वारा ही किया
जा सकता है अन्यथा दुनिया में गंजों की
भरमार होगी ।
“अनुसंधानकर्ता वैज्ञानिकों“
ने विशेषकर पुरुषों को चेताया है कि अपने बालों के प्रति लापरवाह न रहें !
क्योंकि युवाओं की सुंदरता,खूबसूरती
की वजह लम्बे,घने,चमकदार केश हैं
वैज्ञानिकों की शोध के अनुसार–
अप्राकृतिक और भौतिक रसायनों,
सिन्थेटिक केमिकल्स से निर्मित क्रीम, हेयर ऑइल तथा शेम्पू के उपयोग से
“हेयर फोलिकल“ (बाल उगाने वाली कोशिकायें) तेजी से सिकुड़ने लगती हैं,
जिससे बाल दिनों-दिन पतले,कमजोर होकर गिरने लगते हैं ।सिर की त्वचा में रक्तसंचार न हो पाने के कारण हेयर फोलिकल इतने सिकुड़ जाते हैं कि सिर पर नये बाल निकलना स्थाई तौर पर बन्द होकर गंजापन आने लगता है ।
गंजों की भरमार- आयुर्वेद ग्रंथ
‘केश-विन्यास’ की संस्कृत टीका में उल्लेख है कि-
सामान्य तौर पर प्रतिदिन 50 बाल सिर की
खाल से अलग हो जाते हैं । यदि इससे अधिक बाल रोज झड़े, गिरे या टूटे, तो निश्चित ही गंजापन का पंजा शुरू हो गया है ।
कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि शरीर में
रोगप्रतिरोधक क्षमता (रजिस्टेंस पावर)
के कम होने से बाल, गाल, चाल, ढाल, खाल,ख्याल पर विपरीत प्रभाव पड़कर तन निढाल होकर रोग-विकारों से घिरने लगता है ।
रोगप्रतिरोधक क्षमता तथा जीवनीय
शक्ति बढ़ाने के लिए ही अमृतम ने
कुन्तल केयर हर्बल हेयर माल्ट
का निर्माण किया है ।
गंजेपन के दुष्प्रभाव–
गंजापन, जवानी की दहलीज पर चढ़ने से पूर्व
ही जवानी को नष्ट कर देता है ।
कमजोर बाल,चाँद को चांद जैसा बनाकर यानी खोपड़ी को खाली करके चेहरे पर दाग लगा देते हैं । इससे युवकों के आकर्षण एवं आत्मविश्वास पर भी
नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
क्या कहता है अमृतम आयुर्वेद-
◆ सिद्धा आयुर्वेद, ◆ कायचिकित्सा,
◆ आयुर्वेद नाड़ी सहिंता आदि आयुर्वेद ग्रंथो में बालों को बढ़ाने के लिए बहुत से उपाय सुझाये हैं।
दुनिया के जाने-माने ओर अनजाने
कवियों,गीतकारों, शायरों,सूफियों ने जुल्फों
के कारण कितने सितम सहे, और क्या-क्या न
लिखा बालों,केशों व जुल्फों के बारे में ।
आप पढ़ते रहें, अच्छा लगे,तो लाइक-
शेयर करें, अपनों के बीच………
कुछ अमृतम के बारे में भी जानें-
पिछले 35 वर्षों के अनुभव औऱअनुसंधान के फलस्वरूप इन अद्भुत असरकारक केश नाशक हर्बल दवाओं का निर्माण हो सका ।
अमृतम दवाएं पूर्णतः हानिरहित हैं ।
इनका कोई भी दुष्प्रभाव या साइड इफ़ेक्ट नहीं हैं । इन ओषधिओं की निर्माण प्रक्रिया अति प्राचीन है ।
“जैसा वेदों ने सुझाया अमृतम ने बनाया”,
अमृतम के सभी उत्पाद वैदिक पद्धति द्वारा
अनुभवी आधुनिक चिकित्सकों की देख-रेख
में निर्मित किये जाते हैं ।
अमृतम कम्पनी की फाउंडर
“श्रीमती चंद्रकांता” तथा
“स्तुति अशोक गुप्ता” हैं !
यह एक महिला उद्योग है ।
अमृतम फार्मास्युटिकल्स द्वारा सर्वरोग नाशक
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बालों की हर समस्या का हल,
बाल को बल व स्मूद बालों के लिए
“कुन्तल केयर हेयर हर्बल बास्केट“
आयुर्वेद के “21“ प्राचीन ग्रंथों से ढूढ़ा
21 तरह के केशरोगों को 21 दिन में
जड़ से मिटाने वाला शुद्ध हर्बल फार्मूला है
जो करे- केशविकारों का, काम खत्म…..
¶ बालों में रूसी हो,
¶ बाल पतले हों
¶ बाल टूटते हो,
¶ बालों में सड़न
¶ या बाल झड़े,
तो तुरन्त……..
झड़ते बालों से लड़ें।
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